फुटबॉल स्टेडियम में नमाज़ अदा कर रहे लोगों का ये वीडियो क़तर नहीं, रूस का है
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो पुराना है और रूस के कज़ान शहर में स्थित एक फुटबॉल स्टेडियम का है.
एक फुटबॉल स्टेडियम में हजारों की तादाद में लोगों को नमाज़ अदा करते दिखाता वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो को क़तर में आयोजित फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में नमाज़ के दावे से शेयर किया जा रहा है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो पुराना है और रूस के कज़ान शहर के एक फुटबॉल स्टेडियम का है.
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क़तर में फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप 2022 का आयोजन हो रहा है. बीते रविवार 20 नवंबर को उद्घाटन समारोह हुआ जबकि वर्ल्ड कप का समापन 18 दिसंबर होगा. इस टूर्नामेंट में दुनिया की 32 टीमें भाग ले रही हैं, जिन्हें 8 ग्रुप्स में बांटा गया है. पहला मैच मेजबान क़तर और इक्वाडोर के बीच खेला गया.
फ़ेसबुक पर जर्नो मिरर नाम के फ़ेसबुक पेज ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "क़तर: फीफा वर्ल्ड कप के दौरान स्टेडियम में हज़ारों लोगों ने पढ़ी नमाज़"
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एक अन्य फ़ेसबुक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "जो लोग खुले में नमाज पढ़ने पर पाबंदी लगा रहे हैं उनके लिए एक मिसाल कतर का फुटबॉल वर्ल्डकप का स्टेडियम"
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो के साथ किये जा रहे दावे की सत्यता जांचने के दौरान पाया कि स्टेडियम की कुर्सियों पर 'KAZAN' लिखा हुआ है.
इससे हिंट लेते हुए हमने गूगल पर सर्च किया तो पाया कि वायरल वीडियो में नज़र आने वाला स्टेडियम रूस के कज़ान में स्थित कज़ान एरीना स्टेडियम है.
कज़ान एरीना स्टेडियम में नमाज़ अदा कर रहे लोगों के इसी वीडियो को कई नेटीज़ेंस ने साल 2019 में फ़ेसबुक और यूट्यूब पर अपलोड किया था. इससे स्पष्ट हो जाता है कि क़तर फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप से जोड़कर वायरल हो रहा है वीडियो असल में पुराना है, और क़तर से नहीं है.
इस पोस्ट में लिखा है, "कज़ान स्टेडियम, ततारस्तान में नमाज़ (25 मई 2019) कज़ान ने रूस में सबसे बड़े ब्रेकिंग फास्ट्स (रोज़ा खोलना) में से एक की मेजबानी की."
आगे पोस्ट में लिखा है, "कज़ान एरीना स्टेडियम, जिसने 2018 में विश्व कप की मेजबानी की थी, को एक शाम के लिए एक भव्य प्रार्थना कक्ष और भोजन कक्ष में बदल दिया गया. धार्मिक प्रवचन, अज़ान, सामूहिक नमाज़ और संयुक्त रूप से रोज़ा तोड़ना, यह स्टेडियम नहीं, मस्जिद जैसा लग रहा था."
इसके बाद, हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से मीडिया रिपोर्ट्स खोजना शुरू किया. इस दौरान जून 2016 में प्रकाशित Real Noevremya की एक रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कज़ान स्टेडियम में हजारों की तादाद में लोग इफ़्तार पार्टी के लिए जमा हुए. इस दौरान लोग कुरान की तिलावत, धार्मिक विद्वानों के उपदेश और तातार गायकों द्वारा गाए गए धार्मिक गीतों को सुना.
बूम ने रिपोर्ट में मौजूद तस्वीरों को ध्यानपूर्वक देखा और पाया कि तस्वीर में नज़र आने वाला स्टेडियम वही है जो वायरल वीडियो में है. लेकिन, हमें तस्वीर में नमाज़ के लिए जमा लोग और वायरल वीडियो में नमाज़ अदा करते लोगों में फ़र्क नज़र आया.
इसके अलावा, हमें गेट्टी वेबसाइट पर एक वीडियो मिला. इस वीडियो के साथ जानकारी दी गई है कि 22 जून, 2016 को कज़ान, ततारस्तान में रमज़ान के महीने के दौरान कज़ान एरीना स्टेडियम में चौथे रिपब्लिकन इफ़्तार में मुस्लिम शामिल हुए.
इस वीडियो में हजारो की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज़ अदा करते नज़र आते हैं. गेट्टी वीडियो में और Real Noevremya की रिपोर्ट में नमाज़ अदा करते दिखाई देते लोग एक दूसरे से मैच खाते हैं. जबकि, साल 2019 वाले वीडियो, जिसे वर्तमान में क़तर से जोड़कर शेयर किया जा रहा है, में अंतर दिखाई पड़ता है. हालांकि, वीडियो उसी स्टेडियम का है.
ऐसे में, हम स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते कि असल में वीडियो कब का है. लेकिन, अब तक की जांच से इस बात की पुष्टि हो जाती है कि वीडियो रूस के कज़ान एरीना स्टेडियम में इफ़्तार का है. चूंकि, वायरल वीडियो इंटरनेट पर साल 2019 से मौजूद है तो क़तर फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप से जोड़कर किया जा रहा दावा भी ख़ारिज हो जाता है.
हमने कज़ान एरीना स्टेडियम को गूगल मैप पर लोकेट किया. नीचे देखें.
ततारस्तान, जिसे तातारिया भी कहा जाता है, रूस का एक संघीय हिस्सा है. यह यूरोपीय रूस के पूर्व-मध्य भाग में है और गणतंत्र का दर्जा रखता है.यह रूस के वोल्गा संघीय विभाग का हिस्सा है. इसकी राजधानी कज़ान है.
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हमने यह भी पाया कि इसी वीडियो को अगस्त 2019 में ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया था, तब इंडोनेशियाई फ़ैक्ट-चेकर Tirto ID ने इसका फ़ैक्ट-चेक किया था.