AAP नेताओं ने पंजाब में कांग्रेस शासन में बने स्कूल को अपनी उपलब्धि बताकर शेयर किया
मनेला के प्राइमरी स्कूल के एक शिक्षक ने बूम को बताया कि वायरल तस्वीर साल 2021 की है जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी.
पंजाब के मनेला में स्थित एक प्राइमरी स्कूल के क्लासरूम की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर ग़लत दावे के साथ वायरल है. इस तस्वीर को आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव के रूप में शेयर किया जा रहा है.
पंजाब के शिक्षा मंत्री सहित आम आदमी पार्टी के नेता वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि दिल्ली के स्कूलों की तर्ज़ पर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की शिक्षा नीति व स्कूल मॉडल अब पंजाब में भी नज़र आने लगा है.
हालांकि, बूम ने अपनी जांच में पाया कि 'आप' नेता जिस प्राइमरी स्कूल के क्लासरूम की तस्वीर को अपनी उपलब्धि के तौर पर शेयर कर रहे हैं, वह न केवल पुरानी है, बल्कि उसे पंजाब में कांग्रेस के शासन के दौरान बनाया गया था.
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "हां, यह एक सरकारी स्कूल है. पंजाब के फ़तेहगढ़ ज़िले के मनेला का प्राइमरी स्कूल."
ट्वीट यहां और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने तस्वीर पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, "दिल्ली के विश्व स्तरीय सरकारी स्कूलों की तर्ज पर अब पंजाब में भी @अरविंद केजरीवाल मॉडल सामने आया है. यह पंजाब के "मनेला" गांव का एक प्राथमिक सरकारी स्कूल है."
ट्वीट यहां और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
आम आदमी पार्टी नेता अनुराग ढांडा ने भी तस्वीर के साथ ट्वीट किया, "दिल्ली के शानदार स्कूलों के बाद अब पंजाब में @ArvindKejriwal मॉडल का असर देखिये. ये पंजाब के मनेला गांव का सरकारी प्राइमरी स्कूल है. ऐसे ही बदलाव की उम्मीद में गुजरात भी 'परिवर्तन' मांग रहा है."
ट्वीट यहां और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
अनुराग ढांडा के इस ट्वीट को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी रिट्वीट किया.
पंजाब में 'आप' द्वारा शिक्षा मॉडल में बदलाव के दावे से वायरल तस्वीर को कई 'आप' समर्थित हैंडल्स द्वारा शेयर किया गया है. यहां, यहां और यहां देखें.
आम आदमी पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज से भी तस्वीर पोस्ट करते हुए दावा किया गया, "दिल्ली के शानदार स्कूलों के बाद अब पंजाब में अरविंद केजरीवाल मॉडल का असर हुआ शुरू."
पोस्ट यहां देखें. फ़ेसबुक पर वायरल अन्य पोस्ट यहां देखें.
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बूम ने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च पर खोजा तो हूबहू तस्वीर पंजाबी भाषा में प्रकाशित जागरण की 2 सितंबर 2021 की एक रिपोर्ट में मिली.
इस रिपोर्ट में, फ़तेहगढ़ साहिब ज़िले के मनेला गाँव में स्थित प्राइमरी स्कूल के शिक्षक जगतार सिंह मनेला को शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए साल 2021 का राष्ट्रपति पुरस्कार देने का ज़िक्र किया गया है.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि जगतार सिंह का साल 2015 में सरकारी प्राइमरी स्कूल, मनेला में ट्रांसफ़र हुआ था. उस समय स्कूल की हालत बेहद ख़राब थी. स्कूल की ज़मीन पर लोगों का कब्ज़ा था. बाद में, जगतार सिंह की मेहनत से प्राइमरी स्कूल एक स्मार्ट स्कूल में तब्दील हो गया और स्कूल में हर शैक्षणिक तकनीक उपलब्ध है.
इस रिपोर्ट में शिक्षक जगतार सिंह के हवाले से बताया गया है कि स्कूल में 6 क्लासरूम, बाथरूम, ऑफिस, मिड-डे मील रूम, कंप्यूटर रूम, लाइब्रेरी रूम, स्मार्ट क्लासरूम, प्रोजेक्टर, एलईडी, एसी, साउंड सिस्टम, ग्रीन पार्क, स्पोर्ट्स ग्राउंड, मॉडर्न किचन, वाटर कूलर, आरओ सिस्टम, एजुकेशनल पार्क, ओपन लाइब्रेरी, बच्चों के लिए झूले आदि उपलब्ध हैं.
चूंकि, वायरल तस्वीर सितंबर 2021 की रिपोर्ट में मौजूद है और तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार मार्च 2022 में बनी थी.
ऐसे में आम आदमी पार्टी नेताओं का यह दावा ख़ारिज हो जाता है कि फ़तेहगढ़ ज़िले के मनेला के प्राइमरी स्कूल के क्लासरूम की यह तस्वीर पंजाब में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के दिल्ली शिक्षा मॉडल की बानगी दिखाती है.
हमें अपनी जांच के दौरान शिक्षक जगतार सिंह मनेला द्वारा 6 अगस्त 2021 के पोस्ट में हमें वही तस्वीर मिली जो इस समय वायरल हो रही है.
इस क्लासरूम की तस्वीर 24 जून 2021 के फ़ेसबुक पोस्ट में भी देखी जा सकती है.
इसके अलावा गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, मनेला के उसी क्लासरूम की मिलती-जुलती तस्वीरें मई 2020, जुलाई 2020 और जनवरी 2018 के पोस्ट्स में देखा जा सकता है.
बूम ने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए मनेला के प्राइमरी स्कूल के एक शिक्षक से संपर्क किया.
शिक्षक ने अपनी पहचान न उजागर करने की शर्त पर बूम को बताया, "वायरल तस्वीर साल 2021 की है जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी. यह स्कूल के लैंग्वेज और कंप्यूटर लैब की तस्वीर है."
जब हमने उनसे स्कूल के निर्माण और नवीनीकरण के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि स्कूल में नवीनीकरण का काम साल 2017 में शुरू हुआ था और 2020-21 में पूरा हुआ. इस दौरान स्कूल की बिल्डिंग, नए क्लासरूम और डेकोरेशन वगैरह का काम हुआ था. इसमें सरकार, स्थानीय पंचायत, स्थानीय लोगों ने भी मदद की थी. स्कूल की चहारदीवारी का काम दिसम्बर 2016 में हुआ था, उस समय अकाली दल की सरकार थी.
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद स्कूल में आये बदलाव के सवाल पर उन्होंने बताया कि 'आप' की सरकार बनने के बाद इस स्कूल में एक नया क्लासरूम, 5 कंप्यूटर, एक शिक्षक और वैन उपलब्ध कराया गया है.
"हमारे स्कूल में पहले 7 कंप्यूटर थे जोकि पंजाब में कांग्रेस सरकार के दौर के थे, अब टोटल 12 हो गए हैं," शिक्षक ने बूम को बताया.
शिक्षक ने बूम को आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा बनाये गए क्लासरूम की तस्वीर भी भेजी.
इसके अलावा, उन्होंने बूम को उस 'लैंग्वेज और कंप्यूटर' लैब की वायरल तस्वीर भी भेजी, जो वर्तमान में वायरल है.
मनेला के प्राइमरी स्कूल के शिक्षक द्वारा आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा बनवाए गए नए क्लासरूम की तस्वीर और पंजाब के शिक्षा मंत्री सहित 'आप' नेताओं द्वारा शेयर की गई वायरल तस्वीर में कोई समानता नज़र नहीं आई. हमने पाया कि नए-नवेले क्लास में अब तक कुर्सियां भी नहीं लगायी गई हैं.
हमारी जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीर असल में साल 2021 की है जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी.