फैक्ट चेक: मालदीव में PM मोदी के पोस्टर पर 'सरेंडर' नहीं लिखा गया
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि मालदीव रक्षा मंत्रालय की बिल्डिंग की दीवार पर पीएम मोदी की 'सरेंडर' लिखी तस्वीर एडिटेड है.

सोशल मीडिया पर मालदीव रक्षा मंत्रालय की इमारत की दीवार पर लगी पीएम मोदी की एक एडिटेड तस्वीर वायरल है जिसपर 'सरेंडर' लिखा हुआ है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल तस्वीर डिजिटल रूप से एडिट की गई है. मंत्रालय की इमारत पर पीएम मोदी के पोस्टर के ऊपर सरेंडर नहीं लिखा था.
पीएम मोदी 25-26 जुलाई को दो दिन के मालदीव दौर पर थे, जहां उन्होंने मालदीव के 60वीं स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया. इस दौरान दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA), मत्स्य पालन, फार्माकोपिया और UPI समेत आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. इसके अलावा पीएम मोदी और राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने राजधानी माले में रक्षा मंत्रालय के नए भवन का उद्घाटन भी किया.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस दौरे से जुड़ी एक तस्वीर वायरल है, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर के ऊपर "SURRENDER" लिखा है. यूजर इसके साथ लिख रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि मजाक बन चुकी है. एक छोटा सा द्वीप देश भारत को यूं नीचा दिखा रहा है. वहीं फेसबुक पर कुछ यूजर इसे इंग्लैंड के रक्षा मंत्रालय पर लगी तस्वीर के रूप में साझा कर रहे हैं. (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला
1. तस्वीर एडिटेड है
डीडी न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया कि मालदीव के रक्षा मंत्रालय की बिल्डिंग पर पीएम मोदी की फोटो लगाई गई थी. आगे हमें डीडी न्यूज और संसद टीवी के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मूल तस्वीर मिली. हमने देखा कि इस तस्वीर में कुछ भी नहीं लिखा है.
मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स (MNDF) ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी इस दौरे से जुड़ी कुछ तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें वायरल हो रही पीएम मोदी की एक तस्वीर भी शामिल है.
मूल तस्वीरों को देखने पर हमने पाया कि वायरल हो रही 'सरेंडर' लिखी तस्वीर के साथ डिजिटली छेड़छाड़ की गई है. यह तस्वीर एडिटेड है और इसमें टेक्स्ट को बाद में जोड़ा गया है. नीचे दोनों के बीच तुलना देखी जा सकती है.
2. तस्वीर के AI से एडिट किए जाने की संभावना
हमने पाया कि वायरल तस्वीर में जनरेटिव AI मॉडल Grok का वॉटरमार्क है, जो बताता है कि इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तैयार किया गया है. पुष्टि के लिए हमने इसे डिटेक्शन टूल Hive Moderation पर चेक किया. इस टूल के मुताबिक इसके एआई से बने होने की संभावना 99.9 प्रतिशत थी.


