पीएम मोदी का हिजाब मामले पर नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगने का वीडियो AI जनरेटेड है
एआई डिटेक्टर टूल Deepfake-O-Meter और Hiya इस बात की पुष्टि करते हैं कि वायरल वीडियो में एआई की मदद से छेड़छाड़ की गई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिजाब मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वह कह रहे हैं, ‘मुझे लगता है कि नीतीश कुमार को अब इस्तीफा दे देना चाहिए. उनकी दिमागी हालात ठीक नहीं है.’
बूम ने जांच में पाया कि नरेंद्र मोदी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. वायरल वीडियो एआई जनरेटेड है, एआई डिटेक्टर टूल Deepfake-O-Meter और वॉइस डिटेक्टर टूल Hiya इस बात की पुष्टि भी करते हैं.
पीएम मोदी के जून 2025 में दिए एक भाषण के मूल वीडियो में फर्जी ऑडियो लगाकर यह वीडियो बनाया गया है.
गौरतलब है कि 15 दिसंबर 2025 को पटना में आयुष डॉक्टरों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान सीएम नीतीश ने मंच पर एक मुस्लिम महिला का हिजाब हटा दिया था. इसके बाद नीतीश कुमार की काफी आलोचना हुई थी. इसी संदर्भ में इस एआई वीडियो को गलत दावे से शेयर किया गया है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
फेसबुक पर एक यूजर (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘हिजाब मामले पर नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफा मोदी जी ने.’
पड़ताल में क्या मिला:
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया. लेकिन हमें नरेंद्र मोदी के इस बयान की पुष्टि करने वाली कोई भी विश्वनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली.
वायरल वीडियो में एआई के जरिए छेड़छाड़
हमें वायरल वीडियो में एआई की मदद से छेड़छाड़ किए जाने का संदेह हुआ. हमने नरेंद्र मोदी के इस वायरल वीडियो को एआई डिटेक्टर टूल Deepfake-O-Meter और वॉइस डिटेक्टर टूल Hiya पर इसे चेक किया तो पाया कि इसमें एआई के जरिए छेड़छाड़ की गई है.
Deepfake-O-Meter के AVSRDD (2025) मॉडल ने इस वीडियो के 99 प्रतिशत तक एआई जनरेटेड होने की संभावना व्यक्त की है.
वहीं एआई वॉइस डिटेक्टर टूल Hiya ने भी इस ऑडियो को 2/100 का ऑथेंसिटी स्कोर देते हुए इसके एआई से बने होने की काफी अधिक संभावना व्यक्त की.
मूल वीडियो में नरेंद्र मोदी ने ऐसी कोई बात नहीं कही
हमने नरेंद्र मोदी के इस मूल वीडियो की खोज की तो पाया कि यह वीडियो 7 जून 2025 का है. पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय आपदा रोधी अवसंरचना सम्मेलन (ICDRI) को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया था. नरेंद्र मोदी ने आपदा प्रतिरोधी इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर देते हुए तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा, वैश्विक एकता और भारत के अनुभव साझा करते हुए विश्व के लिए लचीलेपन निर्माण की जरूरत बताई थी.


