अखिलेश यादव के गेट फांदने का पुराना वीडियो गलत दावे से वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो अक्टूबर 2023 का है, जब अखिलेश को जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर में माल्यार्पण करने से रोका गया था.
सोशल मीडिया पर सपा नेता अखिलेश यादव का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वह एक गेट फांदते नजर आ रहे हैं. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि कन्नौज रेप केस में सपा नेता नवाब सिंह का डीएनए सैंपल मैच होते ही अखिलेश यादव मीडिया के सवालों से बचने के लिए गेट फांदकर भाग निकले.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो अक्टूबर 2023 का है. स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व करने वाले जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर अखिलेश लखनऊ स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) में माल्यार्पण के लिए पहुंचे थे, लेकिन रोके जाने पर वे गेट फांदकर अंदर घुस गए.
गौरतलब है कि कन्नौज में बीते 11 अगस्त को एक नाबालिग के साथ रेप के मामले में सपा नेता नवाब सिंह यादव का पीड़िता के साथ डीएनए सैंपल मैच हुआ है. इसके बाद उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं. इसी घटना से जोड़कर अखिलेश यादव के पुराने वीडियो को गलत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है.
एक्स पर इस पुराने वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'अखिलेश यादव जी के करीबी सपा नेता नवाब सिंह यादव पर रेप का आरोप लगा, DNA से पुष्टि भी हो चुकी है, लेकिन सपा प्रमुख मीडिया से डर कर गेट पर चढ़ गए और भाग निकले. देखें वीडियो!'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे से वायरल है.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वीडियो 2023 का है
दावे से संबंधित कीवर्ड्स सर्च करने और हमें अक्टूबर 2023 की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें इसे जयप्रकाश नारायण की जयंती का बताया गया था.
अमर उजाला की 11 अक्टूबर 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव अपने समर्थकों के साथ जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर लखनऊ के जेपीएनआईसी में माल्यार्पण के लिए पहुंचे थे. लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया, जिसके बाद वह गेट को फांदकर अंदर घुस गए. रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलती हुई तस्वीरें देखी जा सकती हैं.
नवभारत टाइम्स के यूट्यूब चैनल पर भी इससे संबंधित वीडियो रिपोर्ट देखी जा सकती है. वीडियो रिपोर्ट में बताया गया कि समाजवादी पार्टी ने जयप्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) से अनुमति मांगी थी. एलडीए ने अनुमति नहीं दी और गेट पर ताला लगा दिया.
इसके बाद आखिलेश यादव कार्यकर्ताओं समेत बिल्डिंग के बाहर पहुंचे और गेट फांदकर अंदर घुस गए. अनुमति न देने के लिए सपा कार्यकर्ताओं ने बिल्डिंग के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया.
सुरक्षा कारणों से अखिलेश को JPNIC जाने से रोका
असल में सपा ने माल्यार्पण के लिए एलडीए को लेटर लिखा था लेकिन एलडीए ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए गेट बंद कर दिया था. तब जनसत्ता, न्यूज 18 और एबीपी न्यूज समेत कई मीडिया आउटलेट्स ने इससे संबंधित खबरें प्रकाशित की थीं. इसके अलावा परिसर में साफ सफाई भी न होने की बात कही गई थी.
इसके बाद अखिलेश 8 फीट ऊंचा गेट फांदकर अंदर गए और मूर्ति का माल्यार्पण किया. अखिलेश ने एक्स पर इस संबंध में एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट में जयप्रकाश नारायण की मूर्ति पर माल्यार्पण की तस्वीर के अलावा अखिलेश यादव की गेट फांदते हुए तस्वीर भी देखी जा सकती है.