नवाब मलिक को कबाड़ विक्रेता के रूप में दिखाने वाली वायरल तस्वीर मॉर्फ़्ड है
वायरल तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि नवाब मलिक पहले कबाड़ डीलर हुआ करते थे लेकिन अब करोड़ों के मालिक हैं.
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को कबाड़ विक्रेता (Scrap Dealer) के रूप में दिखाने का दावा करने वाली एक मॉर्फ़्ड तस्वीर फ़र्ज़ी दावे से वायरल है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि इसमें नवाब मलिक का चेहरा जोड़कर तस्वीर को डिजिटल रूप से बदल दिया गया है.
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता नवाब मलिक बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान को इस साल अक्टूबर में मुंबई में एक क्रूज़ शिप पर एक कथित ड्रग मामले में गिरफ़्तार किए जाने के बाद से चर्चा में हैं. नवाब मलिक ने मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और बीजेपी नेता मोहित कंबोज और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के ख़िलाफ़ कई आरोप लगाए हैं.
नवाब मलिक ने हाल ही में आरोप लगाया था कि आर्यन खान का अपहरण कर लिया गया था और उस क्रूज़ शिप पर लाया गया था जिस पर एनसीबी ने छापा मारा था. मोहित कंबोज इस साजिश का मास्टरमाइंड था और वानखेड़े उसका साथी था. कंबोज ने बदले में मलिक के खिलाफ़ आरोप लगाए, जिसके जवाब में 29 अक्टूबर, 2021 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री ने कहा, ".. मेरा कबाड़ का व्यवसाय है और मुझे कबाड़ डीलर होने पर गर्व है. मेरा परिवार अभी भी इस व्यवसाय में है. आप आज भी वहां जा सकते हैं. छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है." वायरल तस्वीर इसी पृष्ठभूमि में शेयर की गई है.
फ़ेसबुक पर तस्वीर शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, "कुछ साल पहले टुटी हबाई चप्पल और फटे कपड़े पहनने वाला यह आदमी हजारों करोड़ का मालिक है,नाम है नबाव मलिक। इनका दामाद ड्रग डीलिंग मामले में आठ महीने जेल रहकर हाल हाल में जमानत पर छुटा है।"
पोस्ट यहां देखें
फ़ेसबुक पर वायरल तस्वीर बड़े पैमाने पर शेयर की गई है.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीर में नवाब मलिक के चेहरे को डिजिटल रूप से जोड़कर एडिट किया गया है. तस्वीर की रिवर्स इमेज सर्च से पता चलता है कि असली तस्वीर किसी दूसरे व्यक्ति की है.
हमें जांच के दौरान मुंबई में एक कबाड़ विक्रेता पर द ह्यूमंस ऑफ इंडिया के एक लेख में असल तस्वीर मिली.
तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, "जब से मैं 17 साल पहले बॉम्बे आया था, मैंने अपने भाई द्वारा भंगार की दुकान में मेरी मदद करने के बाद सभी रिसाइकिल करने योग्य कचरे को ले जाने वाले ठेले को खींचने का काम किया है. मेरा जन्म और पालन-पोषण उत्तर प्रदेश में हुआ है. मेरी एक पत्नी और दो बच्चे हैं, एक बेटी और एक बेटा. मेरे पिता का निधन हो गया है और मेरी माँ उत्तर प्रदेश में रहती हैं. मैं सुबह 9:30-10:00 बजे काम के लिए आता हूं और जब भी लंच का समय होता है तो चोरी की चिंता के बिना मैं अपनी दुकान छोड़ देता हूं जब कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा "सब ऊपर वाले के ऊपर है "अर्थ "मैं सब कुछ भगवान के हाथ में छोड़ दूँगा". मैं अपनी 32 वर्ष की अधिकांश आयु बम्बई में गुजारी हूं. मैं मासिक लगभग 10000-12000 कमाता हूं."
मूल और वायरल एडिटेड तस्वीर की तुलना नीचे देखी जा सकती है.
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