आंबेडकर के जीवन पर बनी फिल्म की क्लिप असली बताकर हो रही वायरल
बूम ने पाया कि अखंड भारत और मुस्लिम लीग पर बोलते भीमराव आंबेडकर की वीडियो क्लिप असली नहीं बल्कि उनके जीवन पर आधारित एक फिल्म का हिस्सा है.
डॉ. भीमराव आंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी से छिड़े विवाद के बाद सोशल मीडिया पर उनके जीवन आधारित फिल्म की एक क्लिप वायरल हो रही है. इस क्लिप के साथ दावा किया जा रहा है कि यह संसद में अखंड भारत पर बोलते डॉ. आंबेडकर का असली वीडियो है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल क्लिप में आंबेडकर नहीं है. यह निर्देशक जब्बार पटेल द्वारा आंबेडकर के जीवन पर बनाई गई फिल्म 'डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर' की एक क्लिप है. यह फिल्म साल 2000 में आई, जिसमें आंबेडकर की भूमिका साउथ इंडस्ट्री के अभिनेता ममूटी ने निभाई थी.
वीडियो में आंबेडकर की भूमिका में दिख रहे अभिनेता कहते हैं, "अध्यक्ष महोदय मैं आपका हार्दिक आभारी हूं कि आपने मुझे प्रस्ताव पर बोलने का मौका दिया. मैं जानता हूं कि आज हमारे बीच आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक तौर पर फूट है. हम में काफी वैचारिक संघर्ष भी है. मैं तो यहां तक कहूंगा कि मैं खुद भी ऐसे ही एक वर्ग का नेता हूं. लेकिन महोदय इसके बावजूद मुझे पूरा विश्वास है कि दुनिया की कोई भी ताकत, कोई भी शक्ति इस देश को एक होने से नहीं रोक सकती."
वह आगे कहते हैं, "हालांकि मुस्लिम लीग इस बात पर जोर दे रही है कि हिंदुस्तान का बंटवारा कर दिया जाना चाहिए लेकिन एक दिन उनको ये बात जरूर समझ में आएगी कि हिंदुस्तान का बंटवारा उनके हित में नहीं बल्कि अखंड भारत उनके लिए ज्यादा बेहतर होगा."
एक्स पर बीजेपी से जुड़े शिवकुमार झा ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'मिल गया वीडियो, संसद में बोलते हुए बाबा साहेब आंबेडकर जी.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वीडियो क्लिप एक फिल्म का हिस्सा है
वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इसके कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें Dharma Documentaries नाम के यूट्यूब चैनल पर लगभग तीन घंटे का एक वीडियो मिला. इसके डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, यह आंबेडकर की जीवनी पर फिल्म 'डॉ बाबा साहेब आंबेडकर, द अनटोल्ड ट्रुथ' है, जिसका निर्देशन जब्बार पटेल ने किया है.
एक अन्य वीडियो के साथ बताया गया कि मूल रूप से यह फिल्म अंग्रेजी में बनी थी. साल 2000 इसे रिलीज किया गया. इसमें आंबेडकर की भूमिका अभिनेता ममूटी ने निभाई थी. इसके 2 घंटे 30 मिनट 18 सेकंड पर अंग्रेजी में वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है.
बुद्धिस्ट यूथ ऑफ इंडिया के यूट्यूब चैनल पर इस फिल्म का हिंदी वर्जन मौजूद है. इसके भी 2 घंटे 30 मिनट 30 सेकंड पर वायरल वीडियो क्लिप देखी जा सकती है.
नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया, फिल्म हिस्ट्री पिक्स, दूरदर्शन नेशनल के एक्स हैंडल पर भी इस फिल्म से संबंधित पोस्ट देखे जा सकते हैं.
इस फिल्म को नेशनल अवार्ड भी मिला था. साथ ही इस फिल्म के लिए ममूटी बेस्ट एक्टर अवार्ड से सम्मानित हुए थे. यह फिल्म आठ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. इसका सह-निर्माण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार द्वारा किया गया था.
इसे 70वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय फिल्म महोत्सव निदेशालय और रक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत किया गया था.
मुस्लिम लीग अलग पाकिस्तान की मांग कर रही थी और उसने नवंबर 1946 में संविधान सभा के आयोजन का बहिष्कार किया था. हालांकि बीआर आंबेडकर अखंड भारत के विचार को लेकर स्पष्ट थे.
आंबेडकर भारत के बंटवारे और पाकिस्तान के अलग देश बनाए जाने के पक्षधर नहीं रहे, जिसके चलते उन्होंने गांधी, नेहरु और मुस्लिम लीग की कड़ी आलोचना भी की थी. इस संबंध में 17 दिसंबर 1946 को संविधान सभा में उनके द्वारा दिया गया भाषण सुना जा सकता है.