Boom Live
  • फैक्ट चेक
  • एक्सप्लेनर्स
  • फास्ट चेक
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • बिहार चुनाव 2025
  • वेब स्टोरीज़
  • राजनीति
  • वीडियो
  • Home-icon
    Home
  • Authors-icon
    Authors
  • Careers-icon
    Careers
  • फैक्ट चेक-icon
    फैक्ट चेक
  • एक्सप्लेनर्स-icon
    एक्सप्लेनर्स
  • फास्ट चेक-icon
    फास्ट चेक
  • अंतर्राष्ट्रीय-icon
    अंतर्राष्ट्रीय
  • बिहार चुनाव 2025-icon
    बिहार चुनाव 2025
  • वेब स्टोरीज़-icon
    वेब स्टोरीज़
  • राजनीति-icon
    राजनीति
  • वीडियो-icon
    वीडियो
  • Home
  • फैक्ट चेक
  • पाकिस्तान में मस्जिद पर हमले का...
फैक्ट चेक

पाकिस्तान में मस्जिद पर हमले का वीडियो भ्रामक दावे से वायरल

बूम ने पाया कि मस्जिद पर हमला भूखमरी के चलते नहीं बल्कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ताओं ने धार्मिक रूप से निशाना बनाते हुए किया है.

By - Sachin Baghel |
Published -  6 Feb 2023 4:12 PM IST
  • Listen to this Article
    पाकिस्तान में मस्जिद पर हमले का वीडियो भ्रामक दावे से वायरल

    सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का बताकर एक वीडियो काफी वायरल है जिसमें कुछ लोग हथोड़ों से मस्जिद को तोड़ते दिख रहे हैं. वीडियो के साथ व्यंग करते हुए दावा किया जा रहा है कि भुखमरी के चलते पाकिस्तान के लोग मस्जिद को तोड़कर उसकी ईंट और लोहा बेचकर पेट भर रहे हैं. दावे में आगे कहा गया है कि कराची मे एक महीने के अंदर तीसरी मस्जिद तोड़ी गई है.

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. जरुरी सामानों की कीमत आम आदमी की पहुँच से दूर हो गए है जिसके चलते हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. वायरल वीडियो इसी सन्दर्भ में शेयर किया जा रहा है.

    बूम ने अपनी जांच में पाया कि मस्जिद को तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ताओं ने तोड़ा क्योंकि यह अहमदिया समुदाय की मस्जिद थी और टीएलपी अहमदिया समुदाय को मुस्लिम नहीं मानते हैं और मस्जिद के भीतर नमाज पढ़ने का सख्त विरोध करते हैं.

    माउंट फ़ूजी में आतिशबाजी के दावे से वायरल यह वीडियो सॉफ्टवेयर से बनाया गया है

    बूम को इस वीडियो के साथ किये जा रहे दावे की पुष्टि करने के लिए व्हाट्सएप टिपलाइन पर यह वीडियो प्राप्त हुआ.



    फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,'पाकिस्तान मे ऐसी भुखमरी सवार की अब वहाँ के लोग मस्जिद तोड़ ईटा, लोहा बेच पेट भर रहे 😂 विनाश काल विपरीत बुद्धि,, कराची मे एक महीने के अंदर तीसरी मस्जिद तोड़ी, आटा नहीं दे सकता तो उसका यहाँ क्या'.



    अन्य यूज़र्स ने भी इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है जिसे यहाँ, यहाँ और यहाँ देख सकते हैं.

    फ़ैक्ट चेक

    बूम को सबसे पहले वायरल वीडियो के सम्बन्ध में सोशल मीडिया पर पड़ताल करते हुए एक ट्वीट मिला जिसके मुताबिक, टीएलपी कार्यकर्ताओं ने कराची में अहमदी मस्जिद पर हमला किया. पिछले तीन महीनों में यह पांचवां अहमदी मस्जिद हमला है.

    TLP workers attack Ahmadi Mosque in Karachi. This is the 5th Ahmadi Mosque attacked in the last 3 months. Where is the outrage? Is any Pakistani even bothered? Where is our collective conscience? Shame on everyone who remains silent at this persecution. pic.twitter.com/8iA9uqiXJs

    — Kashif N Chaudhry (@KashifMD) February 2, 2023

    इसकी मदद से सर्च करने पर 03 फरवरी 2023 की अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार कराची की अहमदी मस्जिद तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) समर्थकों की भीड़ ने हमला कर तोड़फोड़ की.



    रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अहमदिया मुस्लिम समुदाय, पाकिस्तान का एक अल्पसंख्यक समाज है और पाकिस्तान में उन्हें दूसरे दर्जे का नागरिक माना जाता है. पाकिस्तान का धार्मिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान खास तौर पर अहमदिया मुसलमानों को बराबरी के अधिकार के खिलाफ रहता है.

    इस घटना को कवर करते हुए इंडियन एक्सप्रेस ने 04 फरवरी 2023 बताया कि क्यों पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय पर लगातार हमले हो रहे हैं. अहमदियों की धार्मिक मान्यताएं कुछ अपवाद के साथ इस्लाम के समान ही हैं जिसको वहां के कट्टरपंथी मौलवी पसंद नहीं करते हैं. रिपोर्ट के अनुसार 1974 में, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने अहमदिया को गैर-मुस्लिम घोषित करते हुए संविधान में संशोधन किया. इसके बाद अहमदिया समुदाय के लोगों के मस्जिदों में जाने पर रोक लगा दी गई. इस कानून के चलते अहमदियों की धर्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाए गए और उल्लंघन करने पर जुर्माना और जेल की सजा हो सकती है.



    अहमदिया मस्जिदों से मीनारों को हटाने के मामले स्थान की पवित्रता से जुड़े होते हैं. किसी धार्मिक स्थान पर मीनार की उपस्थिति को एक मस्जिद के समान माना जाता है. मस्जिद इस्लाम का महत्वपूर्ण हिस्सा इसलिए कानून के मुताबिक जो भी अहमदी खुद को इस्लाम धर्म और उसकी पहचान से जोड़ेगा तो उसे विधर्मी मानते हुए दंडित किया जाएगा. इसके चलते वहां के इस्लामिक कट्टरपंथी समूह लगातार अहमदी समूह को निशाना बनाते हुए मस्जिदों पर हमले करते हैं.

    उपरोक्त दोनों रिपोर्ट्स में कहीं भी भूखमरी के चलते मस्जिद पर हमले का जिक्र नहीं था.

    नहीं, यह वीडियो उदयपुर का नहीं बल्कि नेपाल में 2020 में हुई ओलावृष्टि का है

    Tags

    Pakistan videoKarachiFact Check
    Read Full Article
    Claim :   पाकिस्तान में अब वहाँ के जिहादी मजारें मस्जिद तोड़ ईंटा, पत्थर लोहा सरिया बेच पेट भर रहें,
    Claimed By :  Facebook Post
    Fact Check :  Misleading
    Next Story
    Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors.
    Please consider supporting us by disabling your ad blocker. Please reload after ad blocker is disabled.
    X
    Or, Subscribe to receive latest news via email
    Subscribed Successfully...
    Copy HTMLHTML is copied!
    There's no data to copy!