BJP ने सुप्रिया सुले और नाना पटोले का AI ऑडियो क्लिप शेयर कर लगाया धोखाधड़ी का आरोप
बूम ने पाया कि बीजेपी ने बिटकॉइन के बदले नकद लेने और चुनाव धोखाधड़ी में संलिप्तता के सबूत के तौर पर सुप्रिया सुले और नाना पटोले के एआई जनरेटेड ऑडियो क्लिप को पोस्ट किया है.
महाराष्ट्र चुनाव से ठीक एक दिन पहले 19 नवंबर की रात 11 बजे के करीब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने आधिकारिक एक्स पर चार ऑडियो क्लिप पोस्ट किए, जिनमें से तीन एआई जनरेटेड थे.
इसके साथ बीजेपी ने दावा किया कि ये विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं, सुप्रिया सुले (एनसीपी शरद पवार), नाना पटोले (कांग्रेस), आईपीएस अधिकारी अमिताभ गुप्ता, और एक ऑडिट फर्म के कर्मचारी गौरव मेहता के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग हैं.
बीजेपी ने आरोप लगाया कि ये ऑडियो रिकॉर्डिंग विपक्षी नेताओं सुप्रिया सुले और नाना पटोले द्वारा 2018 के क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले से बिटकॉइन का दुरुपयोग कर राज्य में चुनावों के लिए फंड जुटाने के 'सबूत' हैं.
इसके अलावा, ऑडियो क्लिप में शामिल अन्य दो व्यक्ति की आवाजों को लेकर बीजेपी का दावा है कि ये अमिताभ गुप्ता, जो कि फिलहाल भारत तिब्बत सीमा पुलिस के महानिरीक्षक हैं और गौरव मेहता की आवाजें हैं. गौरव एक ऑडिट फर्म, सारथी एसोसिएट्स के कर्मचारी हैं.
सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर क्या है आरोप?
पुणे के पूर्व पुलिस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने आरोप लगाया कि सुप्रिया सुले, नाना पटोले, आईपीएस अमिताभ गुप्ता (तत्कालीन पुणे पुलिस आयुक्त), ऑडिट फर्म के कर्मचारी गौरव मेहता और आईपीएस अधिकारी भाग्यश्री नवटके बिटकॉइन की हेराफेरी में शामिल थे. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पाटिल ने दावा किया कि उन्हें नामित लोगों के बीच बातचीत के वॉयस नोट भेजे गए थे.
इसके बाद बीजेपी ने एक्स पर इन आरोपों से जोड़कर ये चार कथित वॉयस नोट पोस्ट किए.
इस फर्जी रिकॉर्डिंग में, सुप्रिया सुले और नाना पटोले की आवाजें सुनी जा सकती हैं, जो चार क्रिप्टो वॉलेट्स में संग्रहीत बिटकॉइन के बदले में नकद मांग रहे हैं और मामले की कोई जांच नहीं करने का वादा भी कर रहे हैं.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी बुधवार (20 नवंबर) की सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर एआई जनरेटेड इन वॉयस नोट्स के बारे में विस्तार से बताया.
इन पोस्ट्स के आर्काइव लिंक यहां, यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
फैक्ट चेक
बूम ने अपनी पड़ताल के दौरान पाया कि बीजेपी द्वारा पोस्ट किए गए वॉयस नोट्स फर्जी हैं. इन्हें जनरेटिव एआई टेक्निक की मदद से बनाया गया है. हमने पत्रकारों और शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध TrueMedia.org के डीपफेक डिटेक्शन टूल का उपयोग कर इन चारों ऑडियो क्लिप की जांच की.
इस दौरान हमें चार में से तीन ऑडियो क्लिप के एआई जनरेटेड होने के पर्याप्त सबूत मिले. इन वॉयस नोट्स में से एक महज पांच सेकंड का था, जिसके चलते इसका रिजल्ट अनिर्णायक था, जो संभवतः इसकी छोटी आवधि के कारण था.
हमने वॉयस नोट्स भी सुने तथा सुप्रिया सुले, नाना पटोले और आईपीएस अमिताभ गुप्ता की आवाजों तुलना यूट्यूब पर उपलब्ध उनके इंटरव्यूज से की. हमने पाया कि बीजेपी द्वारा पोस्ट किए गए ऑडियो में कोई भी आवाज तीनों की मूल आवाजों से मेल नहीं खाती.
वॉयस नोट 1: ऑडिट फर्म कर्मचारी गौरव मेहता आईपीएस अमिताभ गुप्ता से बातचीत करते हुए
इस वॉयस नोट में, ऑडिट फर्म सारथी एसोसिएट्स के कर्मचारी गौरव मेहता को आईपीएस अमिताभ गुप्ता से बात करते हुए सुना जा सकता है, जो उस समय पुणे के पुलिस कमिश्नर थे.
हमने ट्रूमीडिया के एआई डीपफेक डिटेक्शन टूल का उपयोग कर इस ऑडियो क्लिप का परीक्षण किया, तो पता चला कि इसमें हेरफेर के पर्याप्त सबूत हैं. परिणाम यहां देखें.
वॉयस नोट 2: एनसीपी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले गौरव मेहता से बात करते हुए
इस वॉयस नोट में सुप्रिया सुले जांच की चिंता किए बिना गौरव मेहता से बिटकॉइन के बदले नकद मांगते हुए सुनी जा सकती हैं.
हमने वॉयस नोट वाली सुप्रिया की आवाज की तुलना 2023 में समदीश भाटिया के पॉडकास्ट, 'अनफिल्टर्ड बाय समदीश' के इंटरव्यू से की. हमने पाया कि दोनों आवाजें एक-दूसरे से अलग लग रही हैं. यह इंटरव्यू यहां देखें, इसमें सुप्रिया की मूल आवाज सुनी जा सकती है.
ट्रूमीडिया के एआई डीपफेक डिटेक्शन टूल के नतीजों से पुष्टि होती है कि इसमें हेरफेर के पर्याप्त साक्ष्य हैं. परिणाम यहां देखें.
वॉयस नोट 3: कांग्रेस नेता नाना पटोले आईपीएस अमिताभ गुप्ता से बात करते हुए
इस वॉयस नोट में नाना पटोले कथित तौर पर आईपीएस अमिताभ गुप्ता को बिटकॉइन को नकदी में बदलने की धमकी दे रहे हैं.
TrueMedia.org टूल ने पाया कि इसमें हेराफेरी के बहुत कम सबूत हैं. परिणाम यहां देखा जा सकता है. चूंकि यह रिकॉर्डिंग केवल 5 सेकंड लंबी है और डिटेक्शन टूल पर परीक्षण करने के लिए बहुत छोटी है. इसके चलते इस क्लिप के सटीक परिणाम नहीं मिल सके.
हमने ऑडियो रिकॉर्डिंग में मौजूद नाना पटोले की आवाज की तुलना 19 नवंबर 2024 को YouTube चैनल, JistNews पर प्रकाशित उनके इंटरव्यू से की. हमने पाया कि ऑडियो नोट की आवाज नाना पटोले की मूल आवाज से मेल नहीं खाती. उनका मूल आवाज वाला इंटरव्यू यहां देखा जा सकता है.
वॉयस नोट 4: आईपीएस अमिताभ गुप्ता और गौरव मेहता के बीच बातचीत
यह कथित तौर पर पुणे के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर आईपीएस गुप्ता का वॉयस नोट है, जो गौरव मेहता से बात कर रहे हैं. इसमें वह सुप्रिया सुले और नाना पटोले द्वारा मांगे गए बिटकॉइन के बदले नकदी की पुष्टि कर रहे हैं.
हमें यूट्यूब पर आईपीएस गुप्ता के कई इंटरव्यू मिले, लेकिन उनमें से किसी की भी आवाज बीजेपी द्वारा पोस्ट की गई ऑडियो रिकॉर्डिंग से मेल नहीं खाती. 15 मार्च 2024 को दिए गए उनके इंटरव्यू में मूल आवाज सुनी जा सकती है.
ट्रूमीडिया के टूल ने पुष्टि की कि इसमें एआई द्वारा हेरफेर के पर्याप्त सबूत थे. परिणाम यहां देखें.
इसके अतिरिक्त, मिसइंफॉर्मेशन कॉम्बैट अलायंस की डीपफेक एनालिसिस यूनिट (DAU), जिसका बूम एक हिस्सा है, ने डीपफेक डिटेक्शन टूल्स हाइव, हिया , ट्रूमीडिया, डीपफेक-ओ-मीटर का उपयोग करके सभी वायरल ऑडियो क्लिप का विश्लेषण किया. इसने भी पाया कि इनमें से तीन ऑडियो क्लिप AI द्वारा जनरेट किए गए थे जबकि एक में हेरफेर के बहुत कम सबूत मिले.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बुधवार (20 नवंबर) को मतदान हो रहा है, जहां उन पार्टियों ने बहुत आक्रामक होकर प्रचार किया, जिनमें हाल ही में टूट हुई थी. वर्तमान में, राज्य का नेतृत्व महायुती गठबंधन कर रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी (अजित पवार गुट) शामिल है. विपक्ष में महाविकास अघाड़ी है, जिसमें उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार गुट) के बीच गठबंधन है.