MP Election: जीत के लिए कांग्रेस समर्थकों द्वारा 'KBC' शो के एडिटेड वीडियो शेयर किए गए
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान सोशल मीडिया पर कई एडिटेड वीडियो वायरल किए गए, जिनमें से कई वीडियो लोकप्रिय गेम शो केबीसी से बनाए गए हैं.
सोशल मीडिया पर कांग्रेस समर्थक कई अकांउट्स द्वारा मध्य प्रदेश में मौजूदा सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को हटाने के लिए बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन के द्वारा होस्ट किए जाने वाले लोकप्रिय गेम शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के एडिटेड वीडियो शेयर किए गए हैं.
भारत में चुनावों के दौरान फ़ेक न्यूज़ फैलाना एक आम बात हो गई है. मध्य प्रदेश में मतदान से पहले कई एडिटेड वीडियो देखे गए हैं. ज्यादातर इन वीडियोज में मूल वीडियो के ऑडियो को हटाकर अलग से फ़र्जी वॉयस-ओवर जोड़े गए हैं.
ग़ौरतलब है कि इस महीने मध्य प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान हुआ था और अब 3 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) गेम शो यूके(United Kingdom) के एक 'हू वॉन्ट्स टू बी अ मिलियनेयर' के भारतीय संस्करण जैसा है. जिसे भारत के एक प्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन के द्वारा होस्ट किया जाता है, जो देश में हिंदी भाषी लोगों के बीच अत्याधिक लोकप्रिय भी है. यह अभी कांग्रेस समर्थकों के लिए एक राजनीतिक संदेश तैयार करने का अनोखा माध्यम बन गया है.
'KBC' गेम शो अभी अपने 15वें सीजन में है, जिसमें प्रतियोगी सामान्य ज्ञान के प्रश्नों की एक श्रृंखला का उत्तर देते हुए ₹7 करोड़ तक की पुरस्कार राशि जीत सकते हैं.
शो के साथ छेड़छाड़ कर बनाए गए वीडियो क्लिप या तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान को नकारात्मक रूप में प्रस्तुत करते हैं या फिर कांग्रेस उम्मीदवार कमल नाथ की सकारात्मक छवि हुए को प्रस्तुत करते नज़र आते हैं. ऐसे कई एडिटेड वीडियो कांग्रेस समर्थकों द्वारा शेयर किए गए हैं.
उदाहरण के तौर पर बूम ने इस एक वीडियो का फ़ैक्ट चेक किया, जिसमें कथित तौर पर होस्ट अमिताभ बच्चन एक प्रतियोगी से यह प्रश्न पूछते हुए दिखाई दे रहे हैं कि किस मंत्री को अपने फ़र्जी वादों के कारण "घोषणा मंत्री" के रूप में जाना जाता है. उत्तर के लिए प्रस्तुत विकल्पों में भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों सहित शिवराज सिंह चौहान का भी नाम था. इसके बाद प्रतियोगी घोषणा मंत्री के लिए शिवराज सिंह चौहान वाले विकल्प का चयन करता है, जो वायरल वीडियो के हिसाब सही उत्तर होता है और वह 20,000 रुपये जीत जाता है.
एक और दावा जिसे बूम ने ख़ारिज किया है, जिसमें बच्चन का एक एडिटेड वीडियो दिखाया गया है. वीडियो में बच्चन सवाल पूछ रहे हैं कि किस मंत्री की सरकार ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक विशाल मंदिर परिसर बनवाया है. 7.5 करोड़ के इस प्रश्न के लिए खेल रहा प्रतियोगी उत्तर में शिवराज सिंह चौहान का विकल्प चुनता है और यह राउंड हार जाता है. इस एडिटेड वीडियो को शेयर करने वाले सोशल मीडिया अकांउट्स ने दावा किया कि प्रतियोगी भाजपा के फ़र्जी प्रचार से भ्रमित हो जाने के कारण पुरस्कार जीतने से रह गया.
एक और तीसरा वीडियो जिसका बूम ने फ़ैक्ट चेक किया, जिसमें बच्चन को 2018 में कमल नाथ सरकार से ऋण माफी प्राप्त करने वाले किसानों की संख्या के बारे में एक प्रश्न पूछते हुए दिखाया गया है. प्रतियोगी ने दिए गए विकल्पों में से सबसे अधिक संख्या वाला विकल्प चुनकर 40,000 रुपये का इनाम जीत लिया.
दरअसल, इनमें से कोई भी सवाल 'केबीसी शो' में कभी पूछा ही नहीं गया. फ़र्जी प्रश्नों के लिए एडिटेड ग्राफिक्स और लगभग बच्चन जैसी आवाज़ वाले वॉयस-ओवर का प्रयोग करके वीडियो को ब़ीरीकी से एडिट किया गया. अन्य किसी एडिटेड वीडियो की तुलना में ये वीडियो अपेक्षाकृत बेहतर तकनीकी उपकरणों, संभवतः एआई का उपयोग करके बनाए गए हैं.
भाजपा और कांग्रेस दोनों के समर्थकों ने प्रदेश में मतदान से पहले गलत दावों वाली कई फ़र्जी सूचनाएं शेयर कीं. हमने सोशल मीडिया पर वायरल कमलनाथ के एक और एडिटेड वीडियो का फ़ैक्ट चेक किया, जिसमें भाजपा की 'लाड़ली बहना योजना' को रद्द करने का दावा किया गया था. इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की सभी पात्र महिलाओं को 1,250 रुपये की मासिक भत्ता राशि प्रदान की जाती है.
कांग्रेस के समर्थक या अन्य किसी न किसी रूप में पार्टी से जुड़े होने का दावा करने वाले कई ऑनलाइन यूज़र्स ने इन एडिट किए गए वीडियोज को शेयर किया है.
एक फे़सबुक यूज़र मुकेश शर्मा जिन्होंने अपने बायो में लिखा कि वह मध्य प्रदेश कांग्रेस में एक प्रतिनिधि के रूप में काम करते हैं, ने KBC शो में महाकाल लोक के सवाल वाला छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो शेयर किया. इसी तरह की अन्य पोस्ट के लिए यहां और यहां क्लिक करें.
एक X यूज़र शांतनु (@shaandelhite) ने ऐसे ही दो फ़र्जी वीडियो पोस्ट किए. पोस्ट के रिप्लाई में कई यूज़र्स ने वीडियो की सत्यता पर सवाल उठाए, इसके बावजूद उनके अकांउट पर यह वीडियो अब तक बने हुए हैं. यहां और यहां देखें. इस आर्टिकल को लिखे जाने तक महाकाल लोक कॉरिडोर के बारे में इस यूज़र्स की पोस्ट को लगभग 600,000 बार देखा जा चुका है.
हमें ओटीटी प्लेटफॉर्म हॉटस्टार और अमेज़ॅन प्राइम (अर्काइव लिंक) के विज्ञापनों के एडिडेट वीडियो और 'बिग बॉस' शो की एक एडिटेड क्लिप भी मिला, जिसे कमल नाथ के लिए समर्थन जुटाने के लिए फ़र्जी वॉयस-ओवर का प्रयोग करके शेयर किया गया था.
बूम ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख के के मिश्रा से संपर्क किया. उन्होंने इन वीडियो को बनाने में किसी भी तरह की अपनी भूमिका से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि “हम चुनाव की तैयारी में लगे थे. हम इन वायरल (केबीसी) वीडियो पर ध्यान नहीं दे पाए हैं. इनको बनाने में हमारी कोई भागीदारी नहीं है.'' मिश्रा ने आगे यह भी कहा कि उनकी टीम ने यह वायरल वीडियो नहीं देखे हैं.
बूम के Decode ने पहले ही एक AI स्टार्ट-अप Polymath Solutions, जो राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए "व्यक्तिगत संदेश" बना रहा था, के दिव्येंद्र सिंह जादौन से बात की थी.
उन्होंने मतदाताओं को निशाना बनाने वाले संदेश बनाने से साफ़ इनकार किया था.
जादौन ने Decode को बताया कि "वर्तमान में हम केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए व्यक्तिगत संदेश भेजने के लिए काम करेंगे, न कि मतदाताओं का निशाना बनाने के लिए. यदि हम मतदाताओं के लिए संदेश भेजना शुरू करते हैं तो हम स्क्रिप्ट पर फिर से विचार कर रहे हैं, क्योंकि हम चुनावी मर्यादा बनाए रखने के प्रति सतर्क रहेंगे."
इसी बीच KBC को प्रसारित करने वाले अधिकारिक चैनल सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (SET) ने 9 अक्टूबर को एक बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने फ़र्जी वीडियो के बारे में बताया और दर्शकों से "सतर्क रहने और असत्यापित सामग्री को शेयर करने से बचने" के लिए कहा था.
बूम ने शो के अन्य एडिटेड वीडियो के वायरल होने के संबंध में चैनल से संपर्क किया, जिसके बाद उन्होंने 17 नवंबर को एक वैसा ही बयान जारी किया, जिसमें लिखा है कि, ''हमें हमारे शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के कुछ हेरफेर किए गए वीडियो को वायरल किए जाने के बारे में सतर्क किया गया है. इन वीडियो में भ्रामक रूप से शो के होस्ट और प्रतियोगियों के मनगढ़ंत वॉयसओवर जोड़े गए हैं, जो मूल सामग्री का एक विकृत संस्करण प्रस्तुत करते हैं. हम ऐसी गलत सूचनाओं की कड़ी निंदा करते हैं. हम इस मामले को साइबर-अपराध सेल के सामने रख रहे हैं और अपने दर्शकों से असत्यापित सामग्री को शेयर करने से परहेज करने के लिए आग्रह करते हैं."