नहीं, यह वीडियो कांग्रेस विधायक को कर्नाटक में पुलिस अधिकारी को धमकाते हुए नहीं दिखाता
बूम ने पाया कि वीडियो कर्नाटक का नहीं है, बल्कि तेलंगाना के जगतियाल का है, जिसमें नामपल्ली के AIMIM विधायक एक पुलिस अधिकारी से बात करते हुए एक सब-इंस्पेक्टर के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग करते दिख रहे हैं.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से सोशल मीडिया पर ढेरों वीडियो फ़र्ज़ी और भ्रामक दावों के साथ वायरल हो रहे हैं. इस बीच, एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस विधायक एक पुलिस अधिकारी को अपने घर बुलाकर धमका रहे हैं.
इस वीडियो के साथ कुछ यूजर्स ये भी कह रहे हैं कि कर्नाटक में अभी मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण भी नहीं हुआ है और मुसलमानों का हौसला इतना बढ़ गया है कि वे एक पुलिस अधिकारी को मर्यादा में रहने की सलाह दे रहे हैं.
हालांकि, बूम ने पाया कि वीडियो कर्नाटक का नहीं है, बल्कि तेलंगाना के जगतियाल का है, जिसमें नामपल्ली के AIMIM विधायक जफ़र हुसैन मेराज एक पुलिस अधिकारी से बात करते हुए एक सब-इंस्पेक्टर के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग करते दिख रहे हैं.
बीते 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के घोषित हुए नतीजों में कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी की है. इसी बीच सोशल मीडिया पर कई वीडियो भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण मंशा से शेयर किये जा रहे हैं.
ट्विटर पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “जैसा हम कहेंगे वैसा करना पड़ेगा।कर्नाटक में कांग्रेसी विधायक एक पुलिस अधिकारी को अपने घर बुलाकर शांति प्रिय ढंग से समझाते हुए.”
ट्वीट का आर्काइव यहां देखें.
इस ट्वीट को अब तक 46 हजार से व्यूज़ मिल चुके हैं और दो हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं.
ट्वीट का आर्काइव यहां देखें.
फ़ेसबुक पर वायरल
इसी वीडियो को बड़ी संख्या में फ़ेसबुक पर हूबहू दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
पोस्ट यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां देखें.
इसके अलावा, हमें यह वीडियो हमारे टिपलाइन नंबर पर भी प्राप्त हुआ, ताकि वीडियो के साथ किये गए दावे की सत्यता की जांच की जा सके.
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फ़ैक्ट चेक
वायरल वीडियो को देखने पर हम पाते हैं कि राईट साइड में ऊपर पतंग का लोगो बना हुआ है, जोकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन का सिंबल है. इसके अलावा, वीडियो पर “इमरान क़ादरी” का वाटरमार्क और एक कैप्शन भी लिखा नज़र आता है – “जफ़र हुसैन मेराज (विधायक, नामपल्ली) जगतियल में”
इससे हिंट लेकर हमने वीडियो को खोजा तो इमरान खान नाम के एक ट्विटर यूज़र की टाइमलाइन पर यही वीडियो 11 मई के एक ट्वीट में मिला.
इस ट्वीट में पुलिस अधिकारी से धमकी भरे लफ़्ज़ों में बात करते व्यक्ति की पहचान तेलंगाना के नामपल्ली से एआईएमआईएम विधायक जफ़र हुसैन मेराज के रूप में की गयी है. साथ ही, एआईएमआईएम और असदुद्दीन ओवैसी को टैग किया गया है.
जांच के दौरान, हमें वीडियो का फ़ुल वर्ज़न एआईएमआईएम करीमनगर के फ़ेसबुक पेज पर 11 मई 2023 को अपलोड हुआ मिला, जिसे एआईएमआईएम के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज से उसी दिन शेयर किया गया था.
वीडियो में पुलिस अधिकारी और विधायक जफ़र हुसैन मेराज की बातचीत सुनने पर प्रतीत होता है कि विधायक एसपी से मुलाक़ात करने और किसी सब-इंस्पेक्टर के ख़िलाफ़ कार्यवाई करने की बात कहते हुए नज़र आते हैं.
एआईएमआईएम विधायक की एसपी से मुलाक़ात के संबंध में एआईएमआईएम के आधिकरिक ट्विटर हैंडल से 11 मई को किया गया ट्वीट मिला. इस ट्वीट में बताया गया है कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के निर्देश पर नामपल्ली विधायक जफ़र हुसैन मेराज ने जगतियाल के एसपी से मुलाक़ात की और सब-इंस्पेक्टर अनिल कुमार की हरकत की निंदा की.
इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट खोजने पर 11 मई 2023 को प्रकाशित डेक्कन क्रॉनिकल की एक रिपोर्ट सामने आई. इस रिपोर्ट के कवर इमेज में वायरल वीडियो का ही एक स्क्रीनशॉट मौजूद है, जिसके कैप्शन में बताया गया है कि आरटीसी बस में एक छात्रा और उसकी मां पर हमले के संबंध में एमआईएम नेताओं ने पुलिस अधीक्षक ए. भास्कर से उनके कार्यालय में मुलाकात की.
रिपोर्ट के मुताबिक़, आरटीसी बस में दो महिला यात्रियों पर हमला करने के आरोप में पुलिस महानिरीक्षक, मल्टीजोन -1 ने जगतियाल ग्रामीण सब-इंस्पेक्टर ए अनिल को गुरुवार को निलंबित कर दिया. बुधवार रात एसपी ए. भास्कर ने अनुशासनात्मक आधार पर अनिल को ज़िला मुख्यालय अटैच करने के आदेश जारी किए थे.
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के निर्देश पर नामपल्ली के विधायक जफ़र हुसैन मेराज और ज़िला इकाई के अध्यक्ष यूनुस नदीम ने पीड़िता के घर जाकर मुलाक़ात की. बाद में एमआईएम नेता व मां-बेटी एसपी कार्यालय गए, लेकिन मिलने का समय नहीं मिला. विधायक हुसैन ने पूछा कि कैसे एक एसआई और एक कांस्टेबल एक बस को रोक सकते हैं और छात्रा को उसके धर्म का नाम लेते हुए गाली दे सकते हैं और उनके साथ मारपीट कर सकते हैं.
विधायक ने तत्काल एसआई व आरक्षक को निलंबित नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी.
सियासत डेली की रिपोर्ट के मुताबिक़, टीएसआरटीसी की बस में सीट साझा करने को लेकर हुए विवाद के बाद कथित तौर पर एक मुस्लिम महिला पर हमला करने वाले जगतियाल सब-इंस्पेक्टर अनिल कुमार को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया.
रिपोर्ट में पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया गया है कि जगतियाल कस्बे की रहने वाली शेख फरहा मंगलवार को बस में सफर कर रही थीं, तभी सीट को लेकर उनका एक महिला से विवाद हो गया. महिला, जोकि जगतियाल ग्रामीण पुलिस स्टेशन सब-इंस्पेक्टर के रूप में तैनात अनिल कुमार की पत्नी है, ने अपने पति फोन पर घटना की जानकारी दी और जब बस जगतियाल पहुंची तो सब-इंस्पेक्टर ने बस को रोक दिया और एक कांस्टेबल के साथ बस में सवार हो गए. सब-इंस्पेक्टर ने कथित तौर पर फरहा के साथ बहस की और मोबाइल फोन छीन लिया, जिससे वह बातचीत रिकॉर्ड कर रही थी. उसने लड़की को थप्पड़ भी मारा और बाद में उसे बस से बाहर ले गया और फिर सार्वजनिक रूप से उसके साथ मारपीट की.
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