वायरल वीडियो का दावा पत्रकार प्रज्ञा मिश्रा का दिनदहाड़े क़त्ल
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है जिसमें एक व्यक्ति एक महिला को सरेराह चाकुओं से गोद रहा है. जानिए वीडियो की सच्चाई इस रिपोर्ट में...
दिन दहाड़े एक व्यक्ति के एक महिला को चाक़ू से गोदने का सीसीटीवी फ़ुटेज (CCTV Footage) वायरल हो रहा है जिसके साथ नेटिज़ेंस फ़र्ज़ी दावा कर रहे हैं. दावा है कि यह लखनऊ (Lucknow) में स्थित पत्रकार प्रज्ञा मिश्रा (reporter Pragya Mishra) का क़त्ल दिखाता है.
यही वीडियो पहले एक अन्य फ़र्ज़ी साम्प्रदायिक दावे के साथ वायरल था जिसमें बताया गया था कि एक मुसलमान युवक ने हिन्दू युवती का क़त्ल कर दिया है.
बूम ने पड़ताल में पाया था कि घटना दिल्ली के रोहिणी की है. तब बूम से बात करते हुए डी.सी.पी (रोहिणी) प्रणव तयाल, दिल्ली पुलिस, ने इस घटना में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक कोण को ख़ारिज किया था.
संभल के एक मदरसे में अंतिम संस्कार के लिए जमा भीड़ का वीडियो वायरल
परेशान कर देने वाला यह वीडियो एक व्यक्ति को एक महिला पर चाक़ू से लगातार प्रहार करते दिखाता है. लोग खड़े होकर तमाशा देख रहे हैं. इस वीडियो और कुछ तस्वीरों के साथ वायरल दावे कुछ यूँ हैं: "प्रज्ञा मिश्रा का दिन दहाड़े क़त्ल."
(इंग्लिश: Pragya mishra murdered in broad daylight)
वीडियो की परेशान कर देने वाली प्रवत्ति के चलते हमनें उसे फ़ैक्ट चेक में नहीं रखा है. यहां आर्काइव्ड वर्शन देखें.
इसके अलावा प्रज्ञा मिश्रा के शो का एक वीडियो भी इस सीसीटीवी फुटेज और अन्य तस्वीरों के साथ वायरल है. जबकि शो में प्रज्ञा खुद ही हैं पर सीसीटीवी और तस्वीरें दिल्ली के उस मर्डर की हैं जो रोहिणी में हुआ है.
व्हाट्सएप्प पर वायरल फ़र्ज़ी दावे में यह भी बताया गया है कि 'प्रज्ञा मिश्रा का दिन दहाड़े मर्डर इसलिए हुआ क्योंकि वे कोविड-19 के वक़्त कुम्भ के बारे में चर्चा कर रही थीं.'
यह दावे ट्विटर पर भी वायरल हैं.
पी.एम मोदी द्वारा लॉकडाउन के दौरान 150 करोड़ लोगो को रोज़गार दिलाने का दवा वायरल
फ़ैक्ट चेक
पूर्व में वायरल फ़र्ज़ी दावे जिसमें इसी वीडियो क्लिप को सांप्रदायिक कोण देने की कोशिश की गयी थी, बूम ने पाया था कि यह वीडियो दिल्ली के विजय विहार, रोहिणी, में फ़िल्माया गया है. इस इलाके में एक हरीश मेहता ने अपनी पत्नी नीलू मेहता का बेरहमी से 10 अप्रैल 2021 को क़त्ल किया था.
उस वक़्त बूम ने प्रणव तयाल, दिल्ली पुलिस के रोहिणी ज़िले के डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस, से संपर्क किया था. "घटना में कोई हिंदू-मुस्लिम कोण नहीं है, दोनों पति-पत्नी एक ही धर्म के हैं और घटना उनके घर के बाहर घटी थी," उन्होंने बूम को बताया.
बूम ने प्रज्ञा मिश्रा से भी बात की जिन्होंने इस दावे को फ़र्ज़ी करार दिया. "मैं COVID प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पिछले कुछ दिनों से घर में आइसोलेशन में हूं। मैं पूरी तरह से सुरक्षित हूं," मिश्रा ने बूम को बताया.
उन्होंने इस सन्दर्भ में एक ट्वीट कर लिखा: "दोस्तों कोविड प्रोटोकॉल्स की वजह से घर में हूँ एकदम जीवित और सुरक्षित हूँ..मेरे मर्डर की खबर अफवाह है..."