फैक्ट चेक: भुट्टा खातीं इंदिरा गांधी की तस्वीर Seafood खाने के दावे से वायरल
Indira Gandhi viral photo: बूम ने अपनी जांच में पाया कि वास्तव में इंदिरा गांधी भुट्टा खा रही थीं और यह तस्वीर वरिष्ठ फोटोग्राफर श्रीधर नायडू ने क्लिक की थी.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भुट्टा खाते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल है कि दत्तात्रेय ब्राह्मण राहुल गांधी की दादी सी-फूड का लुत्फ उठा रही हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल फोटो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. इंदिरा गांधी इस फोटो में भुट्टा खा रही हैं और यह तस्वीर वरिष्ठ फोटोग्राफर श्रीधर नायडू ने क्लिक की थी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर वायरल फोटो को पोस्ट करते हुए एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, 'दत्तात्रेय ब्राह्मण की दादी sea food का आनंद लेते हुए. वाकई कमाल की औरत थी वो...मगर हमें कुछ और ही पढ़ा कर 70 साल से मूर्ख बनाया गया.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी यह फोटो इसी से मिलते जुलते दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक: इंदिरा गांधी मक्के का भुट्टा खा रही हैं
सोशल मीडिया पर इंदिरा गांधी की एक तस्वीर सीफूड खाने के दावे से वायरल है. बूम ने अपनी जांच में पाया की वायरल दावा गलत है.
वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए जब हमने इसे गौर से देखा तो इसमें साफ पता चल रहा है कि इंदिरा गांधी मक्के का भुट्टा खा रही हैं.
इसके बाद हमने इस तस्वीर की जांच के लिए इसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें न्यूज वेबसाइट The Hindu की 25 सितंबर 2017 की एक रिपोर्ट मिली, जिसके फीचर इमेज में इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था.
इसका कैप्शन था, 'पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने दिल से मक्के के भुट्टे का आनंद लिया- श्रीधर नायडू द्वारा क्लिक की गई एक तस्वीर.'
इस तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि इंदिरा गांधी मक्के का भुट्टा खा रही हैं और उनके सामने प्लेट में भी कई भुट्टे रखे हुए हैं.
क्या है दत्तात्रेय ब्राह्मण विवाद
नवंबर 2018 में राजस्थान के पुष्कर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए खुद को कश्मीरी कौल ब्राह्मण बताते हुए अपना गोत्र दत्तात्रेय बताया था. पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर के पुजारी ने भी राहुल गांधी के दावे की पुष्टि की थी. पुजारी दीनानाथ कौल ने यह भी दावा किया था कि उनके पास ऐसे पुराने दस्तावेज मौजूद हैं जिनमें राहुल गांधी के वंशवृक्ष का रिकॉर्ड मिलता है.
बता दें कि बूम नवंबर 2021 में भी इस तस्वीर का फैक्ट चेक कर चुका है. उस वक्त भी यह तस्वीर इसी दावे के साथ वायरल हुई थी.