क्या अब ट्रेन में 5 साल से कम उम्र के बच्चों का पूरा किराया लगेगा? फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो यह दावा भ्रामक है.
सोशल मीडिया पर भारतीय रेलवे को लेकर एक दावा काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि रेलवे में सफ़र करने के दौरान अब 5 साल से कम उम्र के बच्चों का भी पूरा किराया लगेगा.
कई प्रमुख मीडिया संस्थानों ने भी वायरल दावे से संबंधित ख़बर चलाई थी. ख़बर में कहा गया था कि आईआरसीटीसी ने टिकट बुकिंग नियम को अपडेट किया है और अब से पांच साल से कम उम्र के बच्चों को भी रेलवे में यात्रा करने के लिए पूरा किराया देना होगा.
बच्चे की पिटाई करते शिक्षक का यह वीडियो राजस्थान के जालौर का नहीं है
हालांकि बूम ने अपनी जांच में यह पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा भ्रामक है. भारतीय रेलवे के नियम के अनुसार पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ट्रेन टिकट ख़रीदना पूरी तरह से वैकल्पिक है. सिर्फ़ बर्थ बुक करने की स्थिति में ही पांच साल से कम उम्र के बच्चों का पूरा किराया लगेगा. अन्यथा उन्हें फ्री में यात्रा करने की अनुमति है.
वायरल दावे को इस कैप्शन के साथ फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है "ट्रैन में अब 1-5 साल की उम्र के बच्चों का भी फुल टिकट का किराया देना होगा".
सोशल मीडिया ख़ासकर फ़ेसबुक पर वायरल दावे वाले काफ़ी पोस्ट्स मौजूद हैं, जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले रेलवे मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को खंगालना शुरू किया तो हमें पीआईबी इंडिया के ट्विटर अकाउंट से किया गया एक ट्वीट मिला, जिसे रेलवे मंत्रालय ने रीट्वीट किया था.
अंग्रेज़ी में किए गए इस ट्वीट के अनुसार ट्रेन में यात्रा करने वाले बच्चों के लिए टिकट बुकिंग संबंधी नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए टिकट खरीदना और बर्थ बुक करना वैकल्पिक है. अगर कोई बर्थ बुक नहीं है तो 5 साल से कम उम्र के बच्चों को मुफ्त यात्रा की अनुमति है.
ट्वीट में पीआईबी की ओर से ज़ारी किए गए प्रेस रिलीज़ के पीडीएफ़ का लिंक भी मौजूद था. प्रेस रिलीज़ में लिखा है कि हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स आई हैं जिनमें दावा किया गया है कि भारतीय रेलवे ने ट्रेन में यात्रा करने वाले बच्चों के लिए टिकट बुकिंग संबंधी नियमों में बदलाव किया है. इन रिपोर्ट्स के अनुसार, अब एक से चार साल के उम्र के बच्चों को ट्रेन में सफर करने के लिए टिकट लेना होगा. यह दावा भ्रामक है.
भारतीय रेलवे ने ट्रेन में यात्रा करने वाले बच्चों के लिए टिकटों की बुकिंग के संबंध में कोई बदलाव नहीं किया है. यात्रियों की मांग पर 5 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए बर्थ बुक करने और टिकट खरीदने का विकल्प दिया गया है. अगर यात्री अलग बर्थ नहीं चाहते हैं तो यह मुफ़्त है, जैसा पहले हुआ करता था.
इसी दौरान हमें रेलवे मंत्रालय के द्वारा रीट्वीट किया गया पीआईबी फ़ैक्ट चेक का एक ट्वीट भी मिला. पीआईबी फ़ैक्ट चेक के ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट में जी न्यूज़ की वेबसाइट पर ज़ारी किए गए उस ख़बर को भ्रामक बताया गया था, जिसमें पांच साल के बच्चों का पूरा किराया लगने की बात कही गई थी.
हमने अपनी जांच को और पुख्ता बनाने के लिए उत्तरी रेलवे के जनसंपर्क कार्यालय में संपर्क किया. हमने उनसे पूछा कि क्या रेलवे ने बच्चों के टिकट संबंधी नियम में कोई बदलाव किया है और क्या अब से पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पूरा किराया लगेगा? इन सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि कोई भी बदलाव नहीं किया गया है.
आमिर खान ने 'लाल सिंह चड्ढा' फ्लॉप होने पर देश छोड़ने का बयान नहीं दिया