हैदराबाद में दलित युवक की हत्या को सांप्रदायिक दावे से किया जा रहा शेयर
पेटबशीराबाद पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने बूम बताया कि पीड़ित हरीश का संबंध अनुसूचित जाति से था और लड़की पिछड़े वर्ग से आती है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस और दक्षिणपंथी वेबसाइट ऑप इंडिया हिंदी ने तेलांगना की राजधानी हैदराबाद में हुई एक युवक हरीश की हत्या की घटना को इस दावे के साथ शेयर किया कि “दूसरे मजहब की लड़की से शादी करने पर लड़की के घरवालों ने उसकी हत्या कर दी”.
वहीं कुछ वेरिफ़ाईड ट्विटर यूज़र्स ने यह भी दावा किया कि “हरीश ने मुस्लिम युवती से शादी की थी, इसलिए लड़की के परिवार वालों ने चाक़ू घोंप कर उसकी हत्या कर दी”.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है. बशीराबाद पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने बताया कि पीड़ित हरीश का संबंध अनुसूचित जाति से था और लड़की पिछड़े वर्ग से आती है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस ने अपनी वेबसाइट पर 3 मार्च 2023 को प्रकाशित ख़बर में यह दावा किया कि “हैदराबाद के डूल्लापल्ली इलाके में बीते दिनों हरीश नाम के युवक की हत्या दूसरे मजहब की लड़की से शादी करने की वजह से कर दी गई थी”.
वहीं दक्षिणपंथी वेबसाइट ऑप इंडिया हिंदी ने इसी तरह के दावे से इस ख़बर को प्रकाशित किया. ऑप इंडिया ने अपनी न्यूज़ रिपोर्ट्स में सबसे ऊपर साफ़ लिखा है “तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में अन्य मजहब की लड़की से शादी करने वाले हिन्दू युवक की हत्या होने की खबर है. चाकुओं से गोद कर हुए इस कत्ल का आरोप लड़की के घर वालों पर लगा है.” रिपोर्ट में एक युवक की तस्वीर भी मौजूद है.
फ़्री प्रेस जर्नल ने भी वायरल दावे के साथ ही इस ख़बर को प्रकाशित किया है.
इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी इसी तरह के दावों से इस घटना को शेयर किया जा रहा है. पत्रकार अनुराग चड्ढा ने ट्वीट करते हुए दावा किया कि “हरीश की हत्या उसकी मुस्लिम प्रेमिका के परिवार वालों ने कर दी”.
फ़ेसबुक पर भी यह दावा काफ़ी वायरल है, जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 6 मार्च 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में बताया गया था कि यह घटना हैदराबाद की है जहां बीते 22 फ़रवरी को पिछड़े वर्ग से आने वाली 25 वर्षीया मनीषा अपने प्रेमी डी हरीश कुमार के साथ घर से भाग गई थी. हरीश का ताल्लुक दलित समाज से था. जिसके बाद मनीषा के भाई बी दीनदयाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर हरीश की हत्या कर दी थी.
रिपोर्ट में पेटबशीराबाद थाने के एसएचओ का बयान भी मौजूद था. न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, हरीश और मनीषा पिछले करीब पांच महीनों से प्रेम संबंध में थे. इस दौरान उसके भाई दीनदयाल ने हरीश पर संबंध तोड़ने का भी दवाब बनाया था. लेकिन मनीषा ने अपने भाई की धमकियों पर कोई ध्यान नहीं दिया और 22 फ़रवरी को वह अपने प्रेमी हरीश के साथ भाग गई.
घर से भागने के बाद हरीश के दोस्त राजेन्द्र कुमार ने दोनों के रूकने का प्रबंध किया और साथ ही हरीश को सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी भी दिलाई थी. लेकिन इसी दौरान मनीषा का भाई दीनदयाल दोनों की ख़ोज में जुटा था. इस दौरान उसने राजेंद्र कुमार से भी उन दोनों का पता पूछा तो उसने सारी जानकारी दे दी.
इसके बाद 1 मार्च को राजेंद्र कुमार ने अपनी पार्टनर ज़ी नवनीता के साथ मिलकर दोनों को मिलने के लिए बुलाया. इस दौरान दीनदयाल भी वहीं अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उन दोनों का इंतजार कर रहा था. जैसे ही दोनों वहां आए तो दीनदयाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और मनीषा को अपने साथ ले गए.
साइबराबाद पुलिस ने इस मामले में दीनदयाल और उसके दो साथियों टी नरेश और पी वेंकटेश को हरीश की हत्या करने के आरोप में गिरफ़्तार किया. वहीं पांच लोगों को हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. साथ ही हरीश के दोस्त राजेन्द्र कुमार और उसकी पार्टनर जी नवनीता को दोनों की जानकारी देने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. वहीं एक अन्य आरोपी बी वेंकट की तलाश की जा रही है.
इसी से जुड़ी रिपोर्ट हमें टाइम्स ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट पर भी मिली. रिपोर्ट में वही सब जानकारियां मौजूद थी जो ऊपर लिखी हुई है. इस रिपोर्ट में हरीश की वह तस्वीर भी मौजूद थी, जिसे वायरल दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
जांच के दौरान हमने पेटबशीराबाद थाने के एसएचओ गौरी प्रशांत से भी संपर्क किया तो उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा “लड़की मुस्लिम समुदाय से नहीं बल्कि पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखती है और वहीं पीड़ित दलित था”.
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