दिल्ली मेट्रो के अंदर होली खेलती महिलाओं का यह वायरल रील डीपफेक नहीं है
बूम ने वायरल वीडियो में दिख रही महिलाओं में से एक से बात की, उन्होंने बूम को बताया कि यह वीडियो दिल्ली मेट्रो कार के अंदर शूट किया गया था.
सोशल मीडिया पर मेट्रो के अंदर दो महिलाओं का एक-दूसरे पर होली का रंग लगाते एक वीडियो वायरल है. दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने इसे डीपफेक वीडियो बताया है. कुछ यूजर्स इसे कोलकाता मेट्रो का भी बता रहे हैं.
बूम ने इसकी पड़ताल की और पाया कि वीडियो डीपफेक तकनीक का उपयोग करके नहीं बनाया है, बल्कि दिल्ली मेट्रो के एक कोच में एक-दूसरे को रंग लगाती और परफॉर्म करती महिलाओं का यह वास्तविक वीडियो शूट किया गया था.
वीडियो वायरल होने के बाद कई यूजर्स ने डीएमआरसी टैग करते हुए वीडियो बनाने वाली महिलाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसके बाद डीएमआरसी ने स्पष्टीकरण जारी किया. उन्होंने अपने बयान में इसे डीपफेक का काम बताया और कहा कि वह फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं. डीएमआरसी ने अपनी कथित नीतियों के उल्लंघन पर भी चिंता व्यक्त की.
वायरल वीडियो में दिल्ली मेट्रो कार के भीतर पारंपरिक पोशाक में दो महिलाएं एक-दूसरे को होली का रंग लगा कर परफॉर्म करती दिख रही हैं, कार के बाकी यात्री बस देखते रह जाते हैं. वीडियो के बैकग्राउंड में 'अंग लगा दे' गाना भी सुना जा सकता है.
हम वीडियो में परफॉर्म करती महिलाओं में से एक प्रीति मोर्या और रील शूट करने वाले वीडियोग्राफर अनवर तक पहुंचे. बूम से बात करते हुए उन्होंने पुष्टि की कि वीडियो दिल्ली मेट्रो कार के अंदर रिकॉर्ड किया गया था, जब वह कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचने वाली थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया, द इंडियन एक्सप्रेस, एनडीटीवी, डब्ल्यूआईओएन सहित कई न्यूज आउटलेट्स ने वायरल वीडियो की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए डीएमआरसी का बयान प्रकाशित किया. उन्होंने डीएमआरसी के हवाले से कहा कि 'प्रथम दृष्टया, मेट्रो के अंदर इस वीडियो की शूटिंग की प्रामाणिकता संदिग्ध लगती है क्योंकि हो सकता है इस सामग्री को बनाने के लिए 'डीपफेक' तकनीक का उपयोग किया गया हो.'
इसके अलावा अन्य न्यूज आउटलेट्स हिंदुस्तान टाइम्स और इंडिया टुडे ने भी समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के हवाले से यही खबर प्रकाशित की.
हिंदी न्यूज आउटलेट्स हिंदुस्तान, दैनिक जागरण और जनसत्ता आदि ने भी इसे ऐसे ही दावों के साथ कवर किया है.
फेसबुक पर एक यूजर ने बांग्ला कैप्शन 'कोलकाता मेट्रो में होली' के साथ वीडियो को शेयर किया.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
वीडियो में हमें ऐसे कई संकेत नोटिस किए जिससे पता चलता है कि यह दिल्ली मेट्रो के अंदर शूट किया गया एक वास्तविक वीडियो है न की कोई डीपफेक. बूम ने वीडियो के साथ किए जा रहे दोनों दावों का फैक्ट चेक किया और अपनी जांच में इन्हें गलत पाया.
दावा 1: वीडियो कोलकाता मेट्रो का है
वीडियो के बैकग्राउंड में दिख रहे इंटीरियर और साइनबोर्ड इस बात की पुष्टि करते हैं कि यह कोलकाता मेट्रो नहीं बल्कि दिल्ली मेट्रो कार है. हमने इसकी पहचान की कि कार के अंदर के साइनबोर्ड पर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के लोगो के साथ एक लाल रेखा मौजूद है.
वीडियो में कई जगहों पर रेड लाइन मेट्रो का लोगो और रूट का विवरण भी देखा जा सकता है.
दावा 2: यह वीडियो एक डीपफेक है
बूम यह पता लगाने में सक्षम था कि वायरल वीडियो डीपफेक नहीं है, बल्कि दिल्ली मेट्रो के अंदर फिल्माया गया एक वास्तविक परफॉर्मेंस है.
हमने सबसे पहले वीडियो को गौर से देखा तो पाया कि बैकग्राउंड में बैठे यात्री परफॉर्म करती महिलाओं को घूर रहे हैं, इपसर कुछ यात्री हंसते हुए भी नजर आ रहे हैं. वीडियो में एक महिला को पूरे एक्ट को रिकॉर्ड करते हुए भी देखा जा सकता है. ऐसे दो उदाहरण नीचे की तस्वीर में देखे जा सकते हैं.
हमने इंस्टाग्राम पर दिल्ली मेट्रो + होली से संबंधित एक कीवर्ड सर्च किया, इसके जरिए हमें वीडियो में परफॉर्म कर रही महिलाओं में से एक के द्वारा पोस्ट की गई रील मिली.
21 मार्च 2024 को प्रीति मोर्या (preeti.morya.7145) नाम के अकाउंट से 'हैप्पी होली' कैप्शन के साथ इस रील को शेयर किया गया था. इस रील के साथ @preti.morya.714 नाम के एक अकाउंट को भी टैग किया गया था.
आगे हमने इस टैग किए गए अकाउंट की पड़ताल की और पाया कि यह बैकअप अकाउंट का ओरिजिनल अकाउंट है. इसमें 21 मार्च 2024 को वायरल वीडियो का एक लंबा वर्जन अपलोड किया गया था. इस रील में तीन अकाउंट टैग किए गए थे. प्रीति मौर्या के दो बैकअप अकाउंट्स और एक केएम विनीता नाम का अकाउंट, यह वायरल वीडियो की दूसरी महिला थी.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
हमने वायरल वीडियो में दिख रही दोनों महिलाओं की पहचान की: वीडियों में बाईं तरफ दिख रही महिला प्रीति मौर्या है और दाईं तरफ दिख रही महिला केएम विनीता है.
तीन लाख से ज्यादा फॉलोअर्स वाली प्रीति मोर्या ने अपने बायो में खुद को एक वीडियो क्रिएटर और डांसर बताया है. उसके बायो में फेसबुक प्रोफाइल और यूट्यूब चैनल के लिंक भी मौजूद हैं. दोनों प्रोफाइल में ऐसे कई वीडियो हैं, जहां वायरल वीडियो की तरह दोनों महिलाएं मॉल, रेलवे स्टेशन और फुटपाथ जैसे सार्वजनिक स्थानों पर परफॉर्म करती नजर आ रही हैं.
आगे हमने इन वीडियोज में ऐसे कई अन्य इंस्टाग्राम वायरल रील मेकर्स को भी देखा, जिनके अकाउंट से यह रील रिपोस्ट की जा रही थी. ऐसे ही एक पोस्ट में '@vicky_raj_0786' नाम का अकाउंट टैग किया गया था जो अनवर राही खान द्वारा संचालित किया जाता है. बूम ने अनवर से संपर्क किया, उन्होंने बूम को बताया कि वीडियो असली था. उन्होंने महिलाओं की पहचान प्रीति मोर्या और विनीता के रूप में की.अनवर ने कहा, 'मैं मेट्रो में उन दोनों के साथ था और मैंने ही इसे अपने कैमरे में रिकॉर्ड किया था.'
उन्होंने हमें वीडियो में बाईं ओर साड़ी में दिख रही महिला प्रीति मोर्या से भी कनेक्ट किया, प्रीति ने बूम से इसकी पुष्टि की कि वीडियो असली था और मेट्रो के अंदर शूट किया गया था. 'हमने दिल्ली मेट्रो के अंदर वीडियो को फिल्माया. रिकॉर्डिंग कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के पास हुई थी.
इसके अतिरिक्त हमें एक्स पर वीडियो से मिलती-जुलती एक पोस्ट मिली,जहां एक यूजर ने उन्हीं महिलाओं की तस्वीर शेयर की थी. इस तस्वीर में कोच के अंदर फर्श पर दो महिलाएं बैठी हुई हैं और वायरल वीडियो की तरह ही पोशाक पहने हुए हैं.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
(With Inputs From Sista Mukherjee)