झाड़ फूंक का वीडियो पाकिस्तान में हिंदुओं के जबरन धर्मांतरण के दावे से वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो पाकिस्तान के पेशावर में एक पीर द्वारा झाड़-फूंक किए जाने का है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति कुछ बच्चों और वयस्कों को बिजली के करंट के झटके दे रहा है. जिसकी वजह से बच्चे भयानक रूप से दर्द से कराहते और चीखते नज़र आ रहे हैं. वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि "हिन्दू अल्पसंख्यकों और बच्चों को बिजली के करंट के झटके देकर जबरदस्ती उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है". साथ ही वीडियो को शेयर करते हुए यह भी दावा किया जा रहा है कि "हिन्दुओं की इतनी दयनीय स्थिति होने पर भी कोई अंतरराष्ट्रीय या मानवाधिकार संगठन आवाज नहीं उठाता है".
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया वायरल वीडियो 2020 का है और इसके साथ किया जा रहा दावा गलत है.
ट्विटर पर एक यूज़र ने वीडियो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा है, 'पेशावर पाकिस्तान में, बच्चों सहित हिंदू अल्पसंख्यकों को बिजली के झटके देकर और अत्यधिक यातनाएं देकर जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने का मामला सामने आया है। हिंदूओं की कितनी दयनीय स्थिति है जिनके साथ कोई अंतरराष्ट्रीय मीडिया या मानवाधिकार संगठन भी नहीं है.'
ट्विटर पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें.
ट्विटर पर इसी दावे से अन्य यूज़र्स ने भी इस वीडियो शेयर किया है जिसे यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ेसबुक पर भी कई यूज़र्स ने इस वीडियो को पाकिस्तान के पेशावर में हिंदुओं के धर्म परिवर्तन के दावे से शेयर किया है. इससे जुड़े फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पड़ताल के दौरान सबसे पहले वायरल वीडियो के स्क्रीनग्रैब निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें 10 अगस्त 2020 को प्रकाशित एक पाकिस्तानी न्यूज़ रिपोर्ट मिली. द न्यूज़ की वेबसाइट पर प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार, पेशावर के सरबंद पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले एक इलाक़े में एक फ़र्ज़ी पीर (faith healer) को लोगों को प्रताड़ित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. रिपोर्ट में एक पुलिस अधिकारी का बयान भी मौजूद था. पुलिस अधिकारी के अनुसार, पीर मुहम्मद उल्लाह को पुलिस ने एक वीडियो में एक युवक को प्रताड़ित करने और उसे बिजली का करंट लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
हमें इसी दौरान 10 अगस्त 2020 को प्रकाशित एक अन्य रिपोर्ट भी मिली. इस रिपोर्ट में भी बताया गया था कि एक फ़र्ज़ी पीर को जिन्न निकालने के लिए एक लड़के को बिजली का झटका देने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.
रिपोर्ट में खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के हवाले से बताया गया था कि , 'पेशावर पुलिस ने अचिनी बाला के इलाके में कार्रवाई करते हुए एक फर्जी पीर को गिरफ्तार किया है, पीर की पहचान मुहम्मद उल्लाह बख्श कददुल्ला के रूप में हुई है'. पुलिस ने आगे यह भी बताया कि कि फ़र्ज़ी पीर सभी बच्चों को करंट लगाकर यातना देता था और उन्हें बताता था कि जिन्न से छुटकारा पाने का यह सही तरीका है".
उपरोक्त दोनों में किसी भी रिपोर्ट में हिन्दू बच्चों को करंट लगाने कर जबरदस्ती उनका धर्म परिवर्तन किए जाने वाले दावे का कोई जिक्र नहीं था.
जांच में मिली इंडिपेंडेंट उर्दू की 27 अप्रैल 2021 की रिपोर्ट में भी यही सब जानकारी मौजूद थी. रिपोर्ट में एफआईआर के हवाले से लिखा गया है कि, अचिनी गांव के रहने वाले पीर हाजी मुहम्मदुल्लाह को पहले भी एक बार जनता की शिकायत पर गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन बाद में जमानत मिलने के बाद उसे अवैध गतिविधियों में शामिल न होने की सख्त हिदायत दी गई थी. परन्तु दोबारा ऐसी गतिविधियों में पाए जाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
रिपोर्ट में बताया गया था कि यह पीर 'तेज़र' (ऐसी मशीन जिससे करंट के झटके निकलते हैं) की मदद से लोगों के शरीर से जिन्न निकालने का ढोंग करता था. इस रिपोर्ट में भी धर्म परिवर्तन या हिन्दू बच्चों को लेकर कोई जिक्र नहीं था.
आगे पड़ताल में हमें पेशावर सिटी पुलिस का 10 अगस्त 2020 को किया गया एक ट्वीट मिला. ट्वीट में पीर की गिरफ़्तारी की जानकारी दी गई है. साथ ही ट्वीट में मौजूद तस्वीर वायरल वीडियो वाले दृश्यों के तरह के ही हैं.
इसके बाद बूम ने पाकिस्तानी फ़ैक्ट चेकिंग एजेंसी 'सोच फ़ैक्ट चेक' के हसीम उज ज़मन से संपर्क किया. हसीम ने हिन्दू बच्चों के धर्म परिवर्तन के दावे का खंडन करते हुए कहा कि "यह पीर सिर्फ़ झाड़-फूँक के लिए बच्चों को बिजली के करंट के झटके देता था, जिसकी वजह से उसे पेशावर सिटी पुलिस ने गिरफ़्तार किया था". सोच फ़ैक्ट चेक ने पहले इस दावे का फ़ैक्ट चेक किया है.
इस दौरान हमने उक्त शख्स मुहम्मद उल्लाह को फ़ेसबुक पर भी सर्च किया तो उसका फ़ेसबुक पेज मिला, जिसपर झाड़-फूँक के अनेक वीडियोज मौजूद. पेज पर उसने ख़ुद को, 'जादू और जिन्नात के रूहानी इलाज' (Jado Over Jinat ka Rouhani Elaj) करने वाला बताया गया. उसने लोकेशन के तौर अचिनी बाला, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान लिखा हुआ है.
हमने वायरल दावे की जांच के दौरान पेशावर सिटी पुलिस से भी संपर्क किया है. उनका जवाब आते ही स्टोरी को अपडेट कर दिया जाएगा.
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