यूपी में महिला की बेरहमी से पिटाई का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम को यूपी की हापुड़ पुलिस ने बताया कि वायरल वीडियो मुस्लिम दंपती में आपसी विवाद का है. मामले पर कोर्ट में केस भी चल रहा है.

महिला के साथ घरेलू हिंसा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल है. यूजर कह रहे हैं कि एक हिंदू महिला को मुस्लिम परिवार में प्रताड़ित किया जा रहा है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले का है और इसमें दिख रहे पति-पत्नी दोनों मुस्लिम समुदाय से हैं. हापुड़ पुलिस ने बूम को बताया कि दोनों पति-पत्नी मुस्लिम हैं और यह मामला जनवरी 2025 का है. महिला की शिकायत के आधार पर कोर्ट में केस चल रहा है.
सोशल मीडिया पर दावा क्या है?
एक्स पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'देख लो भाइयो जो मुसलमान के साथ भाग करके हिंदू लड़की जाती है उसका यही हाल होता है. बहुत समझाने के बावजूद ये हिंदू लड़कियां कटमुल्लों को ही पसंद करती हैं! ना घर की रहती हैं और मुल्ला तो इनको ऐसे मारते हैं.' फेसबुक और यूट्यूब पर भी यह वीडियो वायरल है.
पड़ताल में क्या मिला?
बूम ने दावे की पड़ताल करने पर पाया कि यह उत्तर प्रदेश के हापुड़ में मुस्लिम दंपती के बीच घरेलू हिंसा का मामला है. हापुड़ पुलिस ने भी सांप्रदायिक दावे का खंडन किया.
1. वीडियो हापुड़ में मुस्लिम महिला के साथ घरेलू हिंसा का है
हमें एक्स पर वायरल वीडियो के रिप्लाई में हापुड़ पुलिस का 26 जून 2025 का एक स्पष्टिकरण मिला. पोस्ट में पुलिस ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा मुस्लिम दंपती के आपसी झगड़े को हिंदू-मुस्लिम का रूप देकर भ्रामक दावा किया जा रहा है.
पोस्ट में बताया गया कि "महिला को पीटने वाला शख्स उसका पति है. पति-पत्नी दोनों ही जन्म से मुस्लिम हैं. यह पुराना वीडियो है, उस समय हापुड़ नगर थाना में इस मामले में FIR दर्ज की गई थी और चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल की गई है. फिलहाल पति-पत्नी आपसी सहमति से साथ रह रहे हैं."
2. पुलिस ने सांप्रदायिक दावे का खंडन किया
बूम से बातचीत में हापुड़ नगर थाने के सीनियर सब-इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया, “वीडियो में दिख रहे दोनों पति- पत्नी जन्म से मुस्लिम समुदाय से हैं. यह वीडियो जनवरी 2025 में हमारे संज्ञान में आया था. तब महिला ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें एफआईआर दर्ज करने के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी. दोनों पति-पत्नी अभी साथ में रहते हैं.”
पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि वीडियो के साथ गलत सांप्रदायिक दावा करने वालों पर महिला ने 26 जून 2025 को एक एफआईआर भी दर्ज कराई कराई है. आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है.