हिमानी नरवाल मर्डर केस में नहीं है सांप्रदायिक एंगल, वायरल दावा फर्जी है
बूम ने पाया कि हरियाणा से कांग्रेस वर्कर हिमानी नरवाल की हत्या का आरोपी मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू समुदाय से है.



हरियाणा के रोहतक स्थित सांपला इलाके में 1 मार्च को सूटकेस में एक महिला की लाश मिलने का मामला सामने आया. मृतक महिला की पहचान कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल के रूप में हुई. हरियाणा पुलिस ने इस मामले उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है.
इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स हिमानी नरवाल की हत्या को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं. यूजर्स हत्या के आरोपी के मुस्लिम होने की अटकलें लगा रहे हैं.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल सांप्रदायिक दावा फर्जी है. हिमानी नरवाल मर्डर केस में आरोपी सचिन की गिरफ्तारी हो चुकी है जो कि हिंदू समुदाय से है. बूम से हुई बातचीत में रोहतक पुलिस ने भी सांप्रदायिक दावे का खंडन किया है.
वायरल कोलाज में एक तस्वीर सूटकेस मिलने वाले घटनास्थल की है. वहीं कुछ तस्वीरों में हिमानी राहुल गांधी के साथ दिख रही हैं. आपको बता दें कि हिमानी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो चुकी हैं.
फेसबुक पर एक यूजर ने घटना से संबंधित तस्वीरों के कोलाज को शेयर करते हुए आपत्तिजनक कैप्शन लिखा, 'हिमानी नरवाल को हरियाणा के रोहतक में किसी ने सूटकेस में भर के परमानेंट पैकअप कर दिया. पहली नजर में तो काम करने का पैटर्न 'अब्दुल मियां' वाला ही है.'

पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वायरल सांप्रदायिक दावा गलत है
घटना से संबंधित खबरों की तलाश करने पर हमने पाया कि हिमानी नरवाल मर्डर केस का आरोपी गिरफ्तार किया जा चुका है. इन खबरों में उसका नाम 30 वर्षीय सचिन उर्फ ढिल्लू बताया गया था.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, झज्जर निवासी सचिन को 3 मार्च 2024 को दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार किया गया. संबंधित खबरें यहां, यहां और यहां देखें.

पैसे के लेन-देन को लेकर हुआ था विवाद
रोहतक की रहने वाली 22 वर्षीय हिमानी सचिन से सोशल मीडिया पर मिली थी. न्यूज रिपोर्ट्स में बताया गया कि वे दोनों करीब डेढ़ साल से संबंध में थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में एडीजी केके राव के हवाले से बताया गया कि हिमानी रोहतक के विजय नगर स्थित घर में अकेली रहती थी. आरोपी सचिन अक्सर उनके यहां आया-जाया करता था.
पुलिस पूछताछ में सचिन ने बताया कि 27 फरवरी को भी वह हिमानी के घर पर रुका हुआ था. 28 फरवरी को पैसों के लेन-देन को लेकर उनके बीच झगड़ा हुआ, जिसके बाद उसने गला घोंटकर हिमानी की हत्या कर दी और उसकी लाश को सूटकेस में बंदकर सांपला बस स्टैंड के पास सड़क किनारे फेंक दिया. रोहतक पुलिस की विशेष जांच टीम ने एक मार्च को उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया था.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि हिमानी कांग्रेस से जुड़ी हुई थी लेकिन आरोपी का कोई राजनीतिक संबंध नहीं था. हिमानी राहुल गांधी की साल 2022-23 में हुई भारत जोड़ो यात्रा में भी नजर आई थीं.
रोहतक पुलिस के एक्स पर क्या मिला
रोहतक पुलिस ने अपने एक्स हैंडल पर गिरफ्तारी से संबंधित एक न्यूज पेपर क्लिप शेयर की थी. इसमें घटना के आरोपी का नाम सचिन ही बताया गया था. हमने पाया कि किसी भी रिपोर्ट में घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं बताया गया.
पुलिस ने भी किया सांप्रदायिक दावे का खंडन
पुष्टि के लिए हमने रोहतक पुलिस से भी संपर्क किया. रोहतक पुलिस पीआरओ ने बूम को बताया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. वायरल दावा फर्जी है. इसमें आरोपी और महिला दोनों हिंदू समुदाय से आते हैं.
उन्होंने कहा, "इस मामले में एक ही आरोपी है- सचिन, जो झज्जर के खैरपुर गांव का निवासी है और जाट है. प्रारंभिक जांच में यही पता चला है कि हत्या का कारण पैसों की लेन-देन से संबंधित था."
उन्होंने बूम को यह भी बताया, "सचिन और हिमानी सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में आए थे. सचिन पहले से ही शादीशुदा था. उसने लव मैरिज की थी और उसके दो बच्चे हैं. हरियाणा के कणोंदा में उसकी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है. आरोपी रिमांड पर है."