सब्जियों में इंजेक्शन लगाते लोगों को पकड़े जाने का यह वीडियो स्क्रिप्टेड है
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है, वीडियो बनाने वाले अजय वर्मा ने भी इसकी पुष्टि की है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को खेत में उग रही सब्जियों को जल्दी बढ़ाने के लिए इंजेक्शन लगाते हुए पकड़ा गया है. इस वीडियो को सच मानकर शेयर किया जा रहा है.
हालांकि, बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है. वीडियो बनाने वाले अजय वर्मा ने हमें बताया कि उन्होंने यह वीडियो जागरूकता फ़ैलाने के मकसद से तैयार किया है.
क़रीब 44 सेकेंड के इस वीडियो में कुछ लोग सब्जियों में इंजेक्शन लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान एक व्यक्ति अपने कैमरे की मदद से उन लोगों के वीडियो रिकॉर्ड करने लगता है और साथ ही उनसे इंजेक्शन लगाने को लेकर सवाल भी पूछता है. सवाल पूछने की वजह से सब्जियों में इंजेक्शन लगाने वाले लोग भड़क जाते हैं.
वीडियो को असल बताने वाले कैप्शनों के साथ X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया गया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से सर्च किया, तो हमें फ़ातिमा बोनात्तो नाम के एक फ़ेसबुक पेज से 2 सितंबर 2023 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. इस वीडियो में दिख रहे दृश्य और लोग वायरल वीडियो वाले ही थे.
इस वीडियो में भी एक व्यक्ति द्वारा सब्जियों में इंजेक्शन लगाते लोगों को पकड़ा गया था. क़रीब 3 मिनट 40 सेकेंड लंबे इस वीडियो में हमें क़रीब 3 मिनट 10 सेकेंड पर एक डिस्क्लेमर आशिंक रूप से दिखाई दिया, क्योंकि डिस्क्लेमर के ऊपर टेक्स्ट मौजूद था. टेक्स्ट में लिखा हुआ था “सब्जियों में इंजेक्शन लगाकर कर रहे हैं सेहत के साथ खिलवाड़”.
हालंकि वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में साफ़ लिखा हुआ था कि “यह वीडियो सिर्फ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है, कृपया वीडियो को गंभीरता से न लें”.
इसके बाद हमने उक्त फ़ेसबुक पेज पर मौजूद अन्य वीडियोज को भी देखा तो हमें अधिकांश वीडियो में वही कलाकार मिले, जो वायरल वीडियो में भी मौजूद थे.
इसके अलावा इस पेज पर मौजूद कुछ वीडियोज में हमें एक लंबा डिस्क्लेमर भी मिला, जिसमें साफ़ लिखा हुआ था कि “यह वीडियो पूरी तरह से काल्पनिक है, वीडियो में दिखाए गए सभी दृश्य स्क्रिप्टेड हैं और जागरूकता के उद्देश्य से बनाए गए हैं”.
इसी दौरान हमें Miranda Randall नाम से बने फ़ेसबुक पेज पर हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन भी मिला, जिसे 27 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया था. क़रीब 4 मिनट 11 सेकेंड के इस वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में इसे स्क्रिप्टेड बताया गया था.
जांच में हमने दोनों पेज चलाने वाले बनाने वाले शख्स अजय वर्मा से भी संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि “इस तरह के वीडियोज हमने जागरूकता फ़ैलाने के मकसद से तैयार कर Fatima Bonatto और Miranda Randall फ़ेसबुक पेज से अपलोड किया था. इन वीडियोज को हमने उत्तरप्रदेश के सीतापुर में सूट किया और इसमें मौजूद कलाकारों के नाम सुशील, पंकज और परमानंद हैं”. साथ ही उन्होंने हमें यह भी बताया कि “इन वीडियोज में कैमरे के पीछे मैं ही मौजूद हूं”.
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