मेट्रो स्टेशन पर मॉक ड्रिल का वीडियो आतंकवादी पकड़े जाने के दावे से वायरल
फ़रीदाबाद पुलिस ने बूम को बताया कि यह वीडियो दिल्ली मेट्रो में हुए मॉक ड्रिल का है.
फ़रीदाबाद मेट्रो स्टेशन पर आतंकवादी पकड़े जाने के दावे के साथ एक वीडियो ख़ूब वायरल है. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा है.
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि किसी मेट्रो स्टेशन पर कुछ वर्दीधारी जवान एक शख्स की तरफ़ बंदूक तानकर खड़े हैं और वह शख्स घुटने के बल खड़े होकर एवं अपने हाथ उठाकर वर्दीधारी जवानों की तरफ़ पीठ करके खड़ा है. मेट्रो के अंदर बैठे लोग इस घटनाक्रम को बड़ी तल्लीनता से देख रहे हैं.
इसी दौरान वीडियो में एक महिला की आवाज़ भी सुनी जा सकती है, जो यह कहती हुई सुनाई दे रही हैं, "ये न कई दिन से अनाउंस हो रहा था कि फ़रीदाबाद में आतंकवादी गतिविधि की, आज पूरी फ़ोर्स लगी हुई है..क्रिमिनल है ये."
शिवलिंग पर बीयर डालने का वीडियो फ़र्जी दावे के साथ वायरल
इस वीडियो को कई लोकल न्यूज़ पोर्टल ने शेयर करते हुए दावा किया है कि फ़रीदाबाद मेट्रो में आतंकवादी पकड़ा गया है.
एचआर20न्यूज़ इंडिया नाम के पोर्टल ने इस वीडियो को अपने फ़ेसबुक अकाउंट से शेयर करते हुए लिखा है 'फरीदाबाद मेट्रो मे पकड़ा गया आतंकवादी'.
वहीं दिल्ली समाचार लाइव नाम के फ़ेसबुक अकाउंट से भी इस वीडियो को इसी तरह के कैप्शन के साथ शेयर किया गया है.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल करने के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो ऐसी कोई न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें वायरल दावे का ज़िक्र हो. इसके बाद हमने उन्हीं कीवर्ड की मदद से फ़ेसबुक पर वीडियो को ख़ोजना शुरू किया तो हमें सिटी बिग न्यूज़ नाम के फ़ेसबुक पेज पर यह वीडियो मिला.
सिटी बिग न्यूज़ ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए अपने कैप्शन में फ़रीदाबाद पुलिस के पीआरओ का बयान शामिल किया था, जिसमें पीआरओ ने इस वीडियो को सीआईएसएफ़ का मॉक ड्रिल बताया था.
बूम ने फ़रीदाबाद मेट्रो के एसएचओ मदन गोपाल से संपर्क किया. उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह वीडियो मेट्रो पर तैनात सीआईएसएफ़ कर्मियों के मॉक ड्रिल का है. वो इसे नियमित तौर पर सुरक्षा को ध्यान में रखकर करते हैं.
उन्होंने हमें यह भी बताया कि वायरल वीडियो में जो मेट्रो स्टेशन दिख रहा है वह एनएचपीसी मेट्रो स्टेशन है, जो दिल्ली मेट्रो के वायलेट लाइन पर मौजूद है.
जांच के दौरान हमें फ़रीदाबाद पुलिस के ट्विटर अकाउंट पर रिप्लाई सेक्शन में एक ट्वीट भी मिला, जिसमें उन्होंने एक यूज़र के ट्वीट को जवाब देते हुए लिखा था, "पहले सच जानो फिर लिखो, यह वीडियो, सीआईएसएफ़ द्वारा की गई मॉक ड्रिल का हिस्सा है. सच्चाई जाने,अफवाह ना फैलाएं. नीम हकीम खतरा-ए-जान."
हालांकि रिपोर्ट लिखे जाने तक यूज़र ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया था.
नाना पाटेकर के पैरोडी अकाउंट का ट्वीट असल मानकर शेयर किया गया