चुनाव आयुक्त के पीएम मोदी पर सवाल का जवाब न देने का दावा गलत है
बूम ने पाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार एक साथ कई पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. राजीव कुमार ने पत्रकार एशलिन मैथ्यू के सवाल का जवाब भी दिया था.
सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला पत्रकार चुनाव आयुक्तों के पैनल से आचार संहिता से जुड़ा सवाल पूछती हैं. इसके बाद चुनाव आयुक्त दूसरे को माइक देने के लिए कहते हैं. वीडियो को सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि चुनाव आयुक्त ने पत्रकार के सवाल का जवाब नहीं दिया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो क्रॉप्ड है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार एक साथ कई पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो में राजीव कुमार को महिला पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए भी सुना जा सकता है.
वायरल वीडियो में महिला पत्रकार को मुख्य चुनाव आयुक्त से यह पूछते हुए सुना जा सकता है, 'आपने अपने भाषण में कहा था, कोई हेट स्पीच नहीं होनी चाहिए. आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाया जाएगा. प्रधानमंत्री और अमित शाह के खिलाफ कई शिकायतें आई हैं लेकिन चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, लेकिन आपने विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई की है. अगर इस तरह का दृष्टिकोण अपनाया जाएगा तो क्या सत्तारूढ़ दल की तुलना में विपक्ष के नेताओं को ही आपकी ओर से अधिक नोटिस मिलेंगी?' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया संयोजक नितिन अग्रवाल ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'एक पत्रकार ने चुनाव आयुक्त से सवाल पूछा- भारत निर्वाचन आयोग मोदी और शाह के खिलाफ उनके नफरत भरे भाषणों के लिए कार्रवाई क्यों नहीं करता? चुनाव आयुक्त ने शायरी तो सुना दी, लेकिन पत्रकार के तथ्यात्मक सवाल का जवाब नहीं दे सके.'
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
इस वीडियो को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी फेसबुक पर शेयर किया है. पोस्ट के कैप्शन में लिखा, 'ईमानदार पत्रकार.. कायर ईसीआई ने उसके सवाल को छोड़ दिया.'
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए चुनाव आयोग के यूट्यूब हैंडल पर 16 मार्च 2024 को की गई प्रेस का वीडियो देखा. प्रेस कॉन्फ्रेंस की वीडियो में 58 मिनट 23 सेकंड पर इस घोषणा को सुना जा सकता है कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 4 से 5 सवालों का एक साथ जवाब देंगे. इसके बाद रिपोर्टर एक-एक कर अपने सवाल पूछते हैं.
इस बीच नेशनल हेराल्ड की रिपोर्टर एशलिन मैथ्यू केके को राजीव कुमार से सवाल पूछते हुए देखा जा सकता है. एशलिन मैथ्यू के सवाल के बाद राजीव कुमार दूसरे को माइक पास करने को बोलते हैं. वीडियो के इसी हिस्से को ही सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है.
इसके बाद वीडियो में 1 घंटा 10 मिनट से 1 घंटा 11 मिनट के बीच राजीव कुमार को एशलिन मैथ्यू के सवाल का जवाब देते हुए सुना जा सकता है.
एशलिन मैथ्यू के सवाल के जवाब में राजीव कुमार कहते हैं, 'आचार संहिता के बारे में जो प्रश्न पूछा है, जिसमें आप यह यह पूछना चाह रहे हैं कि हम बायस्ड (पक्षपाती) होकर किसी के खिलाफ एक्शन लेते हैं या किसी के खिलाफ नहीं लेते हैं. आप बेसिकली यही पूछना चाह रहे हैं, बल्कि पूछना नहीं चाह रहे आरोप लगा रहे हैं, जिसका मुझे उत्तर देना चाहिए.'
राजीव कुमार आगे कहते हैं, 'आप पिछले 10-11 इलेक्शन के जितने भी आरोप हमारे पास आए हैं, उन सबको पढ़िए, उसके बाद नोटिस देखिए, जो हमने दिए हैं, उसमें जहां जहां कोई भी नियमों का उल्लंघन होता है तो उस नोटिस पर जवाब आने के बाद भी हमने सब में कार्रवाई की है. जैसा कि मैंने शुरूआत में कहा था, हम एक तरह से मोरल सेंसर (नैतिक रूप से नियंत्रण करने वाला) हैं, जिस किसी के भी खिलाफ में अगर कहीं भी कोई केस बनेगा चाहे वह कोई स्टार कैंपेनर (महिला या पुरुष) ही क्यों न हो, हम शांति से नहीं बैठेंगे एक्शन लेंगे.'
हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के अधूरे वीडियो को गलत दावे से शेयर किया गया है.