दुबई के अल मिनहाद ज़िले का नाम बदलकर 'हिंद सिटी' करना भारत से संबंधित नहीं
दुबई सरकारी मीडिया कार्यालय ने बूम को स्पष्ट किया कि दुबई में एक क्षेत्र का हिंद सिटी के रूप में नामकरण किसी भी देश को संदर्भित नहीं करता है.
भारत और हिंदुओं द्वारा मानवता के लिए किए गए योगदान के सम्मान में दुबई के अल मिनहाद ज़िले का नाम बदलकर 'हिंद सिटी' करने का दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल पोस्ट्स में कहा जा रहा है कि दुबई के शासक और UAE के पीएम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने आदेश दिया है मानवता के प्रति भारत और हिंदुओं के योगदान का सम्मान करने के लिए अल मिनहाद और इसके आसपास के 84 वर्ग किमी क्षेत्र को अब "हिंद सिटी" के रूप में जाना जाएगा.
बूम ने दुबई सरकार के मीडिया कार्यालय से संपर्क किया जिसने एक बयान में स्पष्ट किया कि नाम बदलने का किसी अन्य देश से कोई लेना-देना नहीं है.
दक्षिणपंथी ट्विटर अकाउंट Megh Updates ने अपने ट्वीट में दावा किया, “मानवता के प्रति भारत और हिंदुओं के योगदान का सम्मान करने के लिए अल मिनहाद और इसके आसपास के 84 वर्ग किमी क्षेत्र को अब "हिंद सिटी" के रूप में जाना जाएगा.”
इस भ्रामक ट्वीट को अब तक 1.5 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और सांसद अनिल बुलानी ने दावा किया कि नाम बदलना मोदी के नेतृत्व में विश्व मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव का संकेत है.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
एक फ़ेसबुक यूज़र ने अपने पोस्ट में दावा किया, “आज विश्व भी भारत एवं हिंदू संस्कृति के योगदान के मानवीय मुल्यों के समर्पण को समझ रहा है. युनाइटेड अरब अमीरात का अल मिनहाद सहित 84 किलोमीटर का क्षेत्र अब दुबई के शासक और UAE के प्रधानमंत्री, शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतुम की आज्ञा के बाद "हिन्द सिटी" के नाम से जाना जाएगा. भारत पुनः स्थापित हो रहा है, विश्व गुरू बनने की ओर.”
पोस्ट यहां देखें.
कई मेनस्ट्रीम इंडियन न्यूज़ आउटलेट्स की रिपोर्ट में बताया गया कि दुबई के शासक, संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधान मंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने जनवरी में अल मिनहाद और इसके आसपास के क्षेत्रों का नाम बदलकर "हिंद सिटी" कर दिया है.
इस सिटी में चार क्षेत्र शामिल हैं- हिंद 1, हिंद 2, हिंद 3 और हिंद 4- और यह 83.9 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है.
नाम बदलने की जानकारी देने वाले न्यूज़ आउटलेट्स में एएनआई, न्यूज़18, न्यूज़18हिंदी और इंडिया टुडे शामिल हैं. न्यूज़ आउटलेट्स ने 'हिंद सिटी' नाम के अर्थ को स्पष्ट नहीं किया; यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि आमतौर पर भारतीय मीडिया अन्य देशों में क्षेत्रों के नाम बदलने के बारे में तब तक रिपोर्ट नहीं करता जब तक कि यह पाठकों के लिए महत्वपूर्ण न हो.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की सत्यता जांचने के लिए खोजबीन शुरू की. इस दौरान हम दुबई सरकार के मीडिया कार्यालय की वेबसाइट पर पहुंचे, जहां नाम बदलने का विवरण है. हमने पाया कि इसमें भारत या हिंदुओं या भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का कोई ज़िक्र नहीं है. घोषणा यहां पढ़ें.
बूम ने दुबई सरकार के मीडिया कार्यालय से संपर्क किया जिसने वायरल दावे का खंडन किया और कहा, "हिंद एक अरबी नाम है जिसकी जड़ें इस क्षेत्र की प्राचीन सभ्यता में हैं. दुबई में एक क्षेत्र का हिंद सिटी के रूप में नामकरण किसी भी देश का संदर्भ नहीं देता है."
हमने दुबई के शासक के सोशल मीडिया अकाउंट भी चेक किया. शेख़ मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक नाम बदलने के बारे में कोई ट्वीट नहीं किया गया था.
इसके अलावा, हिंद एक पुराना अरबी नाम है. हिंद बिन्त मकतूम अल मकतूम शेख़ मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की पत्नी हैं.
दुबई स्थित अंग्रेजी दैनिक गल्फ़ न्यूज़ जिसने इस घोषणा की सूचना दी, ने भी अपनी रिपोर्ट में भारत या हिन्दुओं का कोई ज़िक्र नहीं किया.
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