हाथ के बल चलते भक्त के झारखंड, बासुकीनाथ की यात्रा का वीडियो अयोध्या जाने के झूठे दावे से वायरल
बूम ने पाया कि भक्त निहाल सिंह, हाथ के बल देवघर से होते हुए बासुकीनाथ के लिए जा रहे हैं, अयोध्या के लिए नहीं.
सोशल मीडिया पर हाथ के बल चलते एक भक्त का वीडियो इस झूठे दावे से वायरल है कि भक्त अयोध्या जा रहा है.
बूम ने पाया कि यह वायरल दावा फ़र्जी है. ये भक्त सहरसा के रहने वाले निहाल सिंह उर्फ बिच्छू बम हैं, जो बिहार के सुल्तानगंज से 4 जुलाई को जल लेकर देवघर से होते हुए बासुकीनाथ के लिए निकले हैं.
हमने पुष्टि के लिए निहाल से संपर्क किया, उन्होंने बूम को बताया कि 'मैं अयोध्या नहीं जा रहा हूं और न ही मेरी ऐसी कोई योजना है. अभी मैं अपनी बासुकीनाथ की यात्रा पूरी करूंगा."
ग़ौरतलब है कि आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन के लिए प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसकी तैयारी पूरे जोरों-शोरों से चल रही है, ऐसे में तमाम भक्त भी अपनी भक्ति अलग माध्यमों से प्रदर्शित कर रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन की घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया पर इससे संबंधित फ़र्जी खबरें खूब प्रसारित हो रही हैं. इसी क्रम में अब यह वीडियो भी वायरल है.
इससे पहले भी बूम ने राम मंदिर से जुड़े तमाम फ़र्जी खबरों का फैक्ट चेक किया था. यहां, यहां पढ़ा जा सकता है.
वायरल वीडियो में भगवा पहने एक व्यक्ति को सड़क पर हाथ के बल चलते देखा जा सकता है.
भक्त के हाथ के बल चलने वाले इस वीडियो को कई भारतीय मीडिया आउटलेट्स ने अयोध्या जाने के फ़र्जी दावों के साथ ही कवर किया है.
TV9 भारतवर्ष, इंडिया टीवी और पत्रिका न्यूज समेत कई मिडिया आउटलेट्स वीडियो को शेयर करते हुए इस भक्त के अयोध्या जाने के दावे को प्रसारित कर रहे हैं.
इसके अतिरिक्त कई सोशल मिडिया यूजर्स ने फेसबुक और एक्स पर भी इसे ऐसे ही मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया है. यहां, यहां, यहां देखें.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कुछ की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, वहां से हमें यूट्यूब पर कुछ स्वतंत्र यूट्यूबर्स द्वारा अपलोड किए गए वीडियोज मिले.
रमन राही और SPG BHARAT नाम के यूट्यूब चैनल के मुताबिक, यह शख़्स निहाल सिंह हैं, जो बिहार के सहरसा आते हैं. वे हाथ के बल बिहार के सुल्तानगंज से जल लेकर झारखंड के देवघर से होते हुए बासुकीनाथ धाम की यात्रा के लिए निकले हैं.
रिपोर्ट्स में दिए गए उनके इंटरव्यू के अनुसार, वे 4 जुलाई से इस यात्रा पर हैं.
आगे हमने इससे संबंधित जुलाई की न्यूज रिपोर्ट्स को सर्च किया.
इससे हमें जुलाई के ईटीवी भारत और अमर उजाला की रिपोर्ट्स मिली. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, सहरसा निवासी निहाल सिंह सावन में बिच्छु बम बनकर देवघर से होकर बासुकीधाम के लिए जा रहे हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, वह दंडवत प्रणाम कर सावन में लगातार पांच सालों से देवघर जा रहे हैं.
आगे हमने निहाल सिंह के बारे में सर्च किया, इसके जरिए फेसबुक से हमें उनका कॉन्टेक्ट मिला. पुष्टि के लिए हमने उनसे बात की. उन्होंने बूम को बताया कि "वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा सही नहीं है. ये मेरा ही वीडियो है. मैं सावन के प्रथम दिन, 4 जुलाई को सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर और बासुकीनाथ के लिए चला था."
"सुल्तानगंज से देवघर की दूरी 110 किलोमीटर और देवघर से बासुकीनाथ की दूरी 50 किलोमीटर है. 3 दिसंबर को देवघर धाम का दर्शन करके अब मैं बासुकीनाथ के रास्ते में हूं. अभी मेरी एक महीने की यात्रा और बची हुई है."
उद्देश्य पूछने पर उन्होंने हमें बताया कि "करीब 5-7 साल पहले मेरे पिता जी बीमार थे, जिसके लिए मैंने इससे पहले 110 किलोमीटर दंडवत प्रणाम कर यात्रा की थी. अब वे ठीक हो गए हैं. उसके बाद से ही बाबा से प्रेम हो गया तो मैं ऐसी यात्राएं करता रहता हूं."
आपको बताते चलें कि देवघर और बासुकीनाथ, दोनों ही झारखंड में स्थित भगवान शिव के प्राचीन मन्दिर हैं. देवघर को बाबाधाम के नाम से भी जाना जाता है और यह 51 शक्तिपीतठों में से एक है. यहां हर सावन में लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है.
इससे स्पष्ट है कि इस वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फ़र्जी है, जिसको कई मीडिया आउटलेट्स ने भी प्रसारित किया है. इसका अयोध्या और राम मंदिर के उद्घाटन से कोई संबंध नहीं है, जैसा कि दावा किया जा रहा है.