छावला में हुई लिव-इन पार्टनर की हत्या को लेकर किया गया गलत सांप्रदायिक दावा
बूम से बातचीत में द्वारका डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है और आरोपी और पीड़िता दोनों एक ही समुदाय से आते हैं.

सोशल मीडिया पर दिल्ली के छावला इलाके में हुई लिव-इन पार्टनर हत्या को सांप्रदायिक रंग देकर प्रसारित किया जा रहा है. एक संबंधित न्यूजकार्ड को शेयर करते हुए यूजर आरोपी को 'अब्दुल' कहकर संबोधित कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं मुस्लिम शख्स ने अपनी हिंदू पार्टनर की हत्या कर दी.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल सांप्रदायिक दावा गलत है. बूम से बातचीत में द्वारका डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि छावला में हुई इस घटना में आरोपी और पीड़िता दोनों हिंदू समुदाय से आते हैं.
गौरतलब है कि साउथ-वेस्ट दिल्ली के छावला इलाके में हाल ही में एक महिला की उसके लिव-इन पार्टनर द्वारा हत्या का मामला सामने आया. विवाद के दौरान आरोपी ने अपनी कोहनी से महिला का गला घोंट दिया.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
घटना के बाद सोशल मीडिया पर इस मामले को सांप्रदायिक रंग देते हुए प्रसारित किया जाने लगा. कई यूजर्स ने टीवी9 भारतवर्ष के घटना से जुड़े न्यूजकार्ड को पोस्ट करते हुए आरोपी को 'अब्दुल' कहकर संबोधित किया और दावा किया कि इसने अपनी हिंदू पार्टनर की हत्या कर दी.
एक्स और फेसबुक जैसे माध्यमों पर इसे शेयर करते हुए यूजर सांप्रदायिक कैप्शन दे रहे हैं और लिख रहे हैं कि "My Abdul is different 🤡🤡 अब्दुल ने फिर एक कांड कर दिया दिल्ली में अपनी लिव-इन पार्टनर में रहने वाली हिंदू लड़की को मारकर गाड़ी में उसकी लाश लेकर जा रहा जा रहा था ठिकाने लगाने के लिए....रास्ते में पुलिस चेकिंग में उसकी गाड़ी पकड़ गई और पता चला उसने अपने साथ रहने वाली हिंदू महिला को मार दिया है..." (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
घटना द्वारका के छावला इलाके की है
टीवी 9 भारतवर्ष ने इस न्यूजकार्ड को 27 नवंबर को शेयर किया था. इसके साथ मौजूद खबर में वायरल दावे जैसा कोई दावा नहीं किया गया. खबर में आरोपी का नाम वीरेंद्र सिंह बताया गया था.
इस घटना पर हमें आजतक, टाइम्स ऑफ इंडिया, एबीपी न्यूज और एनडीटीवी सहित कई मीडिया आउटलेट्स की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली के द्वारका जिले के छावला थाना क्षेत्र की दीनपुर में एक महिला की नशे में धुत लिव-इन पार्टनर ने हत्या कर दी.
पुलिस के मुताबिक, पैसों को लेकर हुए विवाद में आरोपी वीरेंद्र ने महिला का गला दबा दिया. घटना के बाद वह घबरा गया और दोस्तों को बुलाकर कार से शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की, लेकिन नशे की हालत में वह 100 मीटर से ज्यादा गाड़ी नहीं चला पाया और शव को कार में छोड़कर घर जाकर सो गया. 26 नवंबर की सुबह करीब 9 बजे एक पड़ोसी ने कार में शव देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने घर से वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया.
घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट में डीसीपी अंकित सिंह के हवाले से बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस दीनपुर एक्सटेंशन पहुंची, जहां हरियाणा नंबर की एक कार में पीछे की सीट पर एक महिला का शव मिला. पता चला कि वह महिला कुछ समय से वीरेंद्र सिंह के साथ रह रही थी और दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते थे.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि महिला ने राजनगर पालम स्थित घर बेचकर दीनपुर में वीरेंद्र के नाम पर एक फ्लैट खरीदा था. शराब पीने को लेकर दोनों के बीच विवाद रहता था और कहासुनी के दौरान वीरेंद्र ने उसकी हत्या कर दी. वहीं लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट में मृतका का नाम राधा बताया गया है. खबरों में घटना में किसी भी तरह का हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं बताया गया.
इसकी पुष्टि के लिए हमने द्वारका डीसीपी अंकित सिंह से भी संपर्क किया. उन्होंने बूम को बताया कि इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है. आरोपी और पीड़िता दोनों ही हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.



