दिल्ली की बस में महिला को बच्चा चोरी के आरोप में पकड़े जाने का गलत दावा वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो में जिस महिला के ऊपर बच्चा चोरी का आरोप लगाया जा रहा है, वो उस बच्चे की मां है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें वीडियो रिकॉर्ड कर रहा शख्स बस में सवार एक महिला पर बच्चा चोरी का आरोप लगा रहा है. वायरल वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि दिल्ली के बवाना इलाके में डीटीसी बस के स्टाफ़ ने एक बुर्काधारी महिला को चोरी किए हुए बच्चे के साथ पकड़ा.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में जिस महिला के ऊपर बच्चा चोरी का आरोप लगाया जा रहा है, वह उस बच्चे की मां ही है. बवाना के एसएचओ ने भी इसकी पुष्टि की है.
वायरल वीडियो में एक व्यक्ति बस में बैठी एक बुर्काधारी महिला का वीडियो रिकॉर्ड कर रहा है और यह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि यह महिला बवाना नहर में बच्चा डालते हुई पकड़ी गई है. इस दौरान वह व्यक्ति एक वर्दीधारी की गोद में मौजूद एक बच्चे को दिखाता हुए कह रहा है कि यह वही बच्चा है जिसके साथ महिला को पकड़ा गया है. वीडियो में मौजूद लोग महिला को गालियां देते भी सुनाई दे रहे हैं.
इसके अलावा इसी से संबंधित एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कई लोग उक्त महिला से उस बच्चे के बारें में पूछताछ करते हुए भी नज़र आ रहे हैं. वीडियो में लोग उस महिला से अभद्रता भी कर रहे हैं.
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वायरल वीडियो को बच्चा चोरी के दावे से फ़ेसबुक और ट्विटर पर काफ़ी शेयर किया गया है.
द ऋतम एप नाम के ट्विटर अकाउंट ने इस वीडियो को शेयर किया है और लिखा है, "दिल्ली के बवाना में बुर्काधारी महिला निकली बच्चा चोर DTC बस स्टाफ ने पकड़ी बुर्काधारी महिला, चोरी किए हुए बच्चे के साथ दबोची".
वहीं फ़ेसबुक पर भी इस वीडियो को बच्चा चोरी के दावे के साथ शेयर किया गया है.
वायरल वीडियो से जुड़े अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के दौरान सबसे पहले वीडियो का वास्तविक लोकेशन जानने की कोशिश की. इसके लिए हमने कैप्शन में मौजूद जानकारियों के आधार पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें एक यूट्यूब चैनल पर 14 सितंबर 2022 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, इसमें वायरल वीडियो के अलावा उससे संबंधित कई फ़ोटो भी शामिल थे.
जब हमने उस वीडियो को ध्यान से देखा तो हमें कुछ दुकान के साइन बोर्ड दिखे. वीडियो में मौजूद एक फ़ोटो में हमें 'श्री बालाजी बूट हाउस' का बोर्ड दिखा. साथ ही हमें उसके बगल में एक साड़ी की दुकान का भी बोर्ड दिखा, जिसपर दुकान का मोबाइल नंबर मौजूद था.
इसके बाद हमने श्री बालाजी बूट हाउस को बवाना कीवर्ड के साथ गूगल सर्च किया तो हमें जस्ट डायल की वेबसाइट पर इस दुकान की जानकारी मिली. साथ ही वेबसाइट पर दुकान की लोकेशन भी मौजूद थी. हमने जस्ट डायल की वेबसाइट पर मौजूद लोकेशन की मदद से उसी दुकान को गूगल मैप्स पर ढूंढा. हमें गूगल मैप्स पर श्री बालाजी बूट हाउस मिला. साथ ही मैप्स पर उस इलाके का स्ट्रीट व्यू भी मौजूद था.
हमने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए गूगल स्ट्रीट व्यू की मदद से वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्यों का मिलान किया तो हमें वे सभी दृश्य मिले. जैसे, हमें स्ट्रीट व्यू में श्री बालाजी बूट हाउस के बगल में मौजूद वह साड़ी दुकान भी मिला, जो चांदनी चौक साड़ी सूट सेंटर के नाम से बवाना में स्थित है. साथ ही हमें रमेश बैंड, लोचभ स्वीट्स समेत अन्य दुकान भी दिखे, जिसके बोर्ड वायरल वीडियो में दिख रहे हैं. आप नीचे मौजूद फ़ोटो से इसे अच्छे तरीके से समझ सकते हैं.
इसके बाद हमने चांदनी चौक साड़ी सूट सेंटर से संपर्क किया तो हमें उस दुकान के अरशद ने वायरल वीडियो से संबंधित घटना के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि यह घटना उनके दुकान के पास ही हुई थी. अरशद के अनुसार बवाना के जे जे कालोनी की रहने वाली एक महिला, जो मानसिक रूप से परेशान भी थी, अपने बच्चे के साथ बस में सफ़र कर रही थी. उस दौरान बच्चा काफ़ी रो रहा था तो बस में मौजूद अन्य सवारियों को बच्चा चोरी का शक हुआ. इसके बाद लोगों ने उस महिला के साथ पूछताछ की. हालांकि बाद में यह पता चलने के बाद कि बच्चा उस महिला का ही है तो लोगों ने उसे छोड़ दिया.
जांच के दौरान ही हमें नवभारत टाइम्स के बाहरी दिल्ली संस्करण में 15 सितंबर 2022 को छपी एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में मौजूद जानकारियां वायरल वीडियो और दुकानदार से प्राप्त जानकारियों से मेल खा रही थी.
नवभारत टाइम्स के अनुसार, बाहरी दिल्ली के बवाना इलाके के जे जे कालोनी की रहने वाले एक महिला अपने बच्चे के साथ बस में सफ़र कर रही थी. वह महिला मानसिक रूप से परेशान थी. बस में सफ़र के दौरान बच्चा अपनी मां को तंग कर रहा था तो मां ने गुस्से में बच्चे को चुप रहने के लिए कहा. बस में सवार अन्य लोगों ने उस महिला के बारे में बच्चा चोरी की अफ़वाह फैला दी. अपने आसपास काफ़ी लोगों को खड़े देखकर महिला काफ़ी घबरा गई. इसी दौरान कुछ लोगों ने उस महिला का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
इस दौरान हमने बवाना थाने के एसएचओ राकेश यादव से भी संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि "यह क़रीब एक हफ़्ते पहले की घटना है, हमें पीसीआर पर बस में बच्चा चोरी के आरोप में एक महिला के पकड़े जाने की सूचना मिली. इसके बाद हमारी टीम के सदस्य वहां पहुंचे थे. हमने उस महिला से पूछताछ की तो पाया कि वह महिला उस बच्चे की मां ही है. उसके बाद हमने उस महिला को उसके घर छोड़ दिया."
हमने बवाना थाने के एसएचओ राकेश यादव से यह पूछा कि कुछ रिपोर्ट में महिला के मानसिक रूप से कमज़ोर होने की बात भी कही जा रही है तो उन्होंने कहा कि हमारे पास इस संबंध में कोई मेडिकल प्रमाण पत्र नहीं है. साथ ही उन्होंने महिला के निजता का हवाला देते हुए उसके वास्तविक पते के बारे में भी बताने से इनकार किया.
बूम ने पिछले दिनों ऐसे कई वीडियोज का फ़ैक्ट चेक किया है, जिसे बच्चा चोरी के दावे के साथ शेयर किया जा रहा था. इसे आप यहां क्लिक पर पढ़ सकते हैं.
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