कंटेंट क्रिएटर की फिल्टर की मदद से बनाई गई तस्वीर गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम ने पाया कि चेहरे पर चोट के निशान वाली तस्वीर कंटेंट क्रिएटर श्वेता पुंडीर की है, जिसे स्नैपचैट फिल्टर के इस्तेमाल से बनाया गया है.

सोशल मीडिया पर एक कंटेंट क्रिएटर की तस्वीर फर्जी सांप्रदायिक दावे से वायरल हो रही है. तस्वीर में एक लड़की के चेहरे पर चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं. यूजर इसके साथ दावा कर रहे हैं कि यह एक हिंदू महिला है, जिसे उसके अब्दुल नाम के मुस्लिम पार्टनर द्वारा प्रताड़ित किया गया है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह तस्वीर श्वेता पुंडीर नामक कंटेंट क्रिएटर की है, जिसने स्नैपचैट फिल्टर के इस्तेमाल से अपने चेहरे पर फर्जी चोट का निशान बनाया था.
क्या है वायरल दावा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह तस्वीर बड़े पैमाने पर वायरल है, जिसमें लाल साड़ी में एक महिला मौजूद है, जिसका चेहरा चोटिल है. यूजर इसके साथ लिख रहे हैं, 'इसका अब्दुल अलग था. प्यार करता है इसलिए मारता है.' (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला
हमने पड़ताल में पाया कि तस्वीर में दिख रहे चोट के निशान असली नहीं हैं. यह तस्वीर श्वेता पुंडीर नामक एक कंटेंट क्रिएटर की है.
तस्वीर एक कंटेंट क्रिएटर की है
रिवर्स इमेज सर्च के जरिए हमें श्वेता पुंडीर नाम के फेसबुक और मीम पेज पर यह तस्वीर मिली. हालांकि इसके कैप्शन में कोई खास जानकारी नहीं दी गई थी. इनका फेसबुक और इंस्टा पेज स्कैन करने पर हमने पाया कि तस्वीर में दिख रही महिला श्वेता पुंडीर ही हैं. सोशल मीडिया पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक दिल्ली में रहने वाली श्वेता एक कंटेंट क्रिएटर हैं और व्लॉग वगैरह बनाती हैं.
चेहरे पर चोट के निशान असली नहीं हैं
उनके फेसबुक पेज पर हमें इसी समान लाल साड़ी में ऐसी कई तस्वीरें मिलीं, जिनमें उनके चेहरे पर चोट के निशान नहीं थे. इसके अलावा उनके यूट्यूब चैनल और फेसबुक पर हमें ऐसे ही चोट के निशान वाले और वीडियो भी मिले. इनमें वह उन लड़कियों से सवाल करती नजर आ रही हैं, जो अपने पार्टनर द्वारा की गई घरेलू हिंसा को प्यार के नाम पर जस्टिफाई करती हैं.
हमने पाया कि इन वीडियो में चोट का निशान एक फिल्टर है, क्योंकि कई बार वह चेहरे से हटता और बदलता नजर आता है. उनके फेसबुक पर मौजूद चोट के साथ वाली एक अन्य तस्वीर में वह मुस्कुराती हुई भी देखी जा सकती हैं. इसके अतिरिक्त ऐसे ही एक वीडियो के कैप्शन में वह लिखती हैं कि 'समझो मेरी बहनों.' जो बताता है कि ये निशान संभवतः जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाए गए हैं.
स्नैपचैट फिल्टर की मदद से बनाए गए हैं चोट के निशान
आगे पड़ताल के लिए हम उनके स्नैपचैट अकाउंट पर पहुंचे, जहां हमें इसी साड़ी और फिल्टर में उनका एक वीडियो (आर्काइव लिंक) नजर आया. जांच करने पर हमने पाया कि इस चोटिल फेस को स्नैपचैट पर मौजूद लेंस (फिल्टर) ‘mmmooort9′ की मदद से बनाया गया है.
वहां हमें ऐसे वीडियो (आर्काइव लिंक) भी मिले जिसमें अन्य स्नैपचैट यूजर ने भी इस लेंस का इस्तेमाल किया था. हमने भी इस फिल्टर का इस्तेमाल करने पर पाया कि चेहरे पर वैसे ही चोट के निशान बनते हैं, जैसा वायरल तस्वीर में दिखाया गया है.
इससे स्पष्ट है कि फिल्टर की मदद से बनाए गए चोट के निशान वाली कंटेंट क्रिएटर श्वेता पुंडीर की तस्वीर को सोशल मीडिया पर फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. पुष्टि के लिए हमने इस संबंध में श्वेता से भी संपर्क करने की कोशिश की जवाब आने पर लेख को अपडेट कर दिया जाएगा.


