पीएम मोदी की आलोचना कर कांग्रेस के लिए वोट अपील वाला रणवीर सिंह का वीडियो डीपफेक है
बूम ने जांच में पाया कि रणवीर सिंह का वीडियो वॉइस क्लोनिंग के जरिए तैयार किया गया है. असल वीडियो में वह वाराणसी में अपना अनुभव बांट रहे हैं.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान (19 अप्रैल) से पहले बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह का कांग्रेस के लिए वोट अपील वाला वीडियो वायरल है. इसमें रणवीर सिंह कथित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर रहे हैं कि भारत अन्यायकाल की ओर बढ़ रहा है, इसलिए सोचो और वोट दो. बूम की जांच में पाया गया कि रणवीर सिंह का वीडियो डीपफेक है और इसे वॉइस क्लोनिंग से बनाया गया है. असली वीडियो में रणवीर सिंह वाराणसी में अपना अनुभव साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोगों को अपनी विरासत से जोड़ने का उद्देश्य बता रहे हैं.
वायरल वीडियो में रणवीर सिंह कहते नजर आ रहे हैं, "मोदी जी का उद्देश्य यही था कि वो सेलिब्रेट करें हमारी दुखी हुई जीवन और डर को, हमारी बेरोजगारी को, हमारी महंगाई को. क्योंकि भारतवर्ष अब अन्यायकाल की तरफ ऐसे बढ़ रहे हैं. इतनी स्पीड से बढ़ रहे हैं पर हमें हमारी विकास, हमारी न्याय को मांगना नहीं भूलना चाहिए. इसलिए सोचो और वोट दो." इसके बाद कांग्रेस के कैंपेनिंग की टैगलाइन जोड़ी गई है, 'जिन्हें देश की फिक्र है वह न्याय के लिए वोट देगा. वोट फॉर न्याय, वोट फॉर कांग्रेस.'
कांग्रेस प्रवक्ता सुजाता पॉल ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, 'Vote for न्याय, Vote for Congress.'
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फेसबुक पर भी इसी कैप्शन के साथ वीडियो शेयर किया जा रहा है.
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फैक्ट चेक
बूम ने बताया कि वायरल वीडियो डीपफेक है और इसे रणवीर सिंह के एआई वॉइस क्लोन से तैयार किया गया है. वीडियो में लिप्स मूवमेंट और आवाज का तालमेल नहीं है. इसके अलावा वॉइस ओवर भी अनियमित मालूम होता है.
गौरतलब है कि बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह और एक्ट्रेस कृति सेनन एक फैशन शो के लिए 14 अप्रैल को वाराणसी पहुंचे थे. हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम लेकर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया तो एक्स पर 14 अप्रैल 2024 को एएनआई को दिए गए रणवीर सिंह के इंटरव्यू का एक ब्रीफ वर्जन मिला. दो मिनट 33 सेकंड लंबे इस वीडियो में रणवीर सिंह वाराणसी आकर अपना अनुभव शेयर कर रहे हैं.
हमें यह भी पता चला कि मूल इंटरव्यू में 1:18 से 1:54 मिनट तक के हिस्से का कुछ भाग लेकर उसमें वॉइस क्लोनिंग कर अलग से आवाज जोड़ी गई है.
रणवीर वीडियो में बोलते हैं, "आज ऐसा अनुभव हुआ कि शब्दों में बयां नहीं कर पा रहा हूं. जीवनभर हम महादेव के भक्त रहे हैं. पहली बार काशी दर्शन करने आए हैं. मैं चाहूंगा कि अगली दफा मैं अपनी माता जी को भी लेकर आऊं और पत्नी को लेकर आऊं. महादेव की नगरी में जब महादेव के भक्त आते हैं तो आप सोच ही सकते हैं कि क्या अनुभव रहा होगा. जब हम काशी मंदिर गए थे, वहां जब मंत्र पढ़े जा रहे थे, उसे सुनकर अलग ही वाइब, अलग ही पावर आ जाता है और सभी उस एनर्जी में थे. सबकी आंखें चमक रही थीं, उनके हाथ ऊपर थे. और सब हर हर महादेव बोल रहे थे."
रणवीर आगे बोलते हैं, "यह देखकर मुझे लगा कि मोदी जी का पर्पस यही था कि वो सेलिब्रेट करे अपने रिच कल्चरल हेरिटेज को. हमारे इतिहास को क्योंकि हम भारतवासी मॉर्डनिटी की तरफ ऐसे बढ़ रहे हैं, इतनी स्पीड से बढ़ रहे हैं लेकिन हमें हमारी रूट्स (जड़ों को), हमारी हेरिटेज ये कभी नहीं भूलना चाहिए, विकास भी विरासत भी. यह जगह इतिहास से भी पुरानी है. परंपरा से भी पुरानी है, ये सब देखकर अच्छा लग रहा है. यहां पास्ट और फ्यूचर का मिक्सचर है."
वीडियो में रणवीर सिंह के बाइट के इसी हिस्से को एआई वॉइस क्लोन कर अलग से जोड़ा गया है.
और अधिक पुष्टि के लिए हमने वायरल वीडियो की जोधपुर द्वारा तैयार किए गए डीपफेक एनालिसिस टूल 'इतिसार' के जरिए पड़ताल की. इसके नतीजों में बताया गया कि वीडियो मे एआई क्लोनिंग के जरिए अलग से आवाज जोड़ी गई है.
अभिनेता रणवीर सिंह और कृति सेनन के साथ डिजाइनर मनीष मल्होत्रा भी मौजूद थे. दरअसल नमो घाट पर 15 अप्रैल को बनारसी हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए फैशन शो का आयोजन हुआ था. इसमें दोनों एक्टर्स ने मनीष मल्होत्रा के कलेक्शन पर रैंप वॉक किया था.
इससे पहले मोदी पर निशाना साधने वाले अभिनेता आमिर खान का एक एआई वॉयस क्लोन वीडियो सामने आया था. इसे कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने साझा किया गया था. बूम ने इसका भी फैक्ट चेक किया था.