पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए आमिर खान का एआई वॉयस क्लोन वाला फर्जी वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो आमिर खान के एआई वॉयस क्लोन का इस्तेमाल करके बनाया गया है. मूल वीडियो 2014 का है, जिसमें वह अपने शो 'सत्यमेव जयते' के एक एपिसोड का प्रचार कर रहे हैं.
अभिनेता आमिर खान का एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में वह 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के सभी भारतीयों के बैंक अकाउंट में 15 लाख रुपये आने के पुराने बयान की आलोचना कर रहे हैं.
बूम ने पाया कि वायरल दावा गलत है, वीडियो में आमिर खान के एआई वॉयस क्लोन का उपयोग किया गया है. मूल वीडियो 2014 का है, आमिर खान को केंद्र सरकार की आलोचना करता दिखाने के लिए वीडियो में अलग से नकली ऑडियो को जोड़ा गया है.
15 लाख रुपये का आंकड़ा 2014 के लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान तत्कालीन पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए एक बयान की ओर इशारा करता है. उस समय उन्होंने भारत के बाहर टैक्स हेवेन में जमा काले धन को वापस लाने और इन पैसों से सभी भारतीयों के खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने का वादा किया था.
बूम ने जनवरी 2019 में इस दावे का फैक्ट चेक किया था, और पाया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने कभी भी सीधे तौर पर यह वादा नहीं किया था.
लगभग 30 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में आमिर खान को बोलते सुना जा सकता है, 'दोस्तों, अगर आप सोचते हैं कि भारत एक गरीब देश है तो आप बिलकुल गलत सोचते हैं, क्योंकि यहां का हरेक नागरिक लाखपति है. हरेक के पास कम से कम 15 लाख होने चाहिए.. क्या कहा? आपके पास ये रकम नहीं है... तो कहां गए आपके 15 लाख रुपये? जुमलेबाजों से रहो सावधान.' नहीं तो होगा तुम्हारा नुकसान
एक्स पर कांग्रेस समर्थक यूजर @HarishMeenaINC ने आमिर खान के इस बयान के टेक्स्ट के साथ वीडियो को शेयर किया.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) कार्यकर्ता निशांत अग्रवाल और पूर्व IYC कार्यकर्ता मिनी नागरारे ने भी एआई वॉयस क्लोन वाले इस वीडियो को शेयर किया है.
कांग्रेस कार्यकर्ता राजीव घुटे ने भी अपने फेसबुक पर इन्हीं दावों के साथ वीडियो को शेयर किया है.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
बूम ने पाया कि ये दावे झूठे हैं, वीडियो एक डीपफेक है और इसमें आमिर खान के एआई वॉयस क्लोन का इस्तेमाल किया गया है. आमिर खान का मूल वीडियो 2014 का है और इस मूल वीडियो में वह अपने टॉक शो 'सत्यमेव जयते' के एक एपिसोड का प्रचार कर रहे हैं.
हमने वायरल वीडियो को देखा तो पाया कि उसमें बैकग्राउंड स्कोर (बैकग्राउंड म्यूजिक) सत्यमेव जयते का था. यहां से हिंट लेकर हमने 'सत्मेव जयते' का यूट्यूब चैनल स्कैन किया. वहां हमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता 30 अगस्त 2016 का अपलोड किया हुआ एक वीडियो मिला, जिसका शीर्षक था, 'Sataymev Jayate Ep 4 Promo - Each Indian is entitled to one crore!' (हिंदी अनुवाद- ' सत्यमेव जयते एपिसोड 4 प्रोमो- प्रत्येक भारतीय एक करोड़ का हकदार है.)
यूट्यूब पर मिले इस वीडियो में आमिर खान का बयान वायरल वीडियो से अलग है. इस वीडियो में आमिर खान को सभी भारतीय लखपति हैं के बजाय सभी भारतीय 1 करोड़ के हकदार हैं कहते सुना जा सकता है. इस प्रोमो में वह किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
वायरल वीडियो के अंत में आमिर खान यह कहते हैं कि 'जुमलेबाजों से रहो सावधान.' हमने पाया कि इस हिस्से को पूरी तरह से छेड़छाड़ कर अलग से जोड़ा गया है क्योंकि मूल वीडियो में आमिर ने ऐसा कुछ नहीं कहा.
वीडियो का आर्काइव लिंक.
इसके बाद हम सत्यमेव जयते की आधिकारिक वेबसाइट पर भी गए. हमने पाया कि यह प्रोमो सत्यमेव जयते के दूसरे सीजन के चौथे एपिसोड के लिए 'किंग्स एवरी डे' शीर्षक से शेयर किया गया था. आईएमडीबी के अनुसार, इस एपिसोड का प्रीमियर 26 मार्च 2014 को हुआ था.
इसके बाद बूम ने आईआईटी जोधपुर द्वारा बनाए गए डीपफेक विश्लेषण टूल इतिसार पर भी वीडियो को चेक किया. इस टूल ने पुष्टि की कि ऑडियो एक ए आई जनरेटेड वॉयस स्वैप है. हमने एक अन्य डीपफेक डिटेक्शन टूल, contrails.ai पर भी वीडियो को चेक किया. इस टूल ने डिडेक्ट किया कि पूरा वॉयस ओवर एक एआई वॉयस क्लोन है.
इसके अलावा, हमने यह भी पाया कि आमिर खान की टीम ने हाल ही में ऑनलाइन वायरल हो रहे इस एडिटेड वीडियो के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. न्यूज18 और जी न्यूज की 16 अप्रैल 2024 की रिपोर्ट्स में विस्तार से बताया गया है कि अभिनेता की टीम ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करते हैं.
न्यूज18 के मुताबिक, बयान में उनके प्रवक्ता ने कहा कि 'हम हाल में वायरल हो रहे वीडियो से चिंतित हैं, जिसमें आरोप लगाया गया है कि आमिर खान एक विशेष राजनीतिक पार्टी ला प्रोमोशन कर रहे हैं. वह साफ करना चाहते हैं कि इस वीडियो में कोई सच्चाई नहीं है.' आमिर के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि उन्होंने मुंबई पुलिस के साइबर क्राइम सेल में एफआईआर दर्ज करा दिया है.