CM योगी ने सरकार गिरने पर नहीं दी देश में आग लगाने की धमकी, फ़र्ज़ी दावा वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया वायरल ग्राफ़िक एडिटेड है और उसके साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ एक ग्राफ़िक वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि सीएम योगी ने धमकी देने के अंदाज में बयान दिया है कि, "अगर हमारी सरकार गिरी तो पूरे देश में आग लगा दूंगा."
सोशल मीडिया यूज़र्स इसे असल मानते हुए शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल ग्राफ़िक और उसके साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है.
कर्नाटक का पुराना वीडियो हालिया 'द केरल स्टोरी' फ़िल्म से जोड़कर वायरल
ट्विटर पर एक यूज़र ने ग्राफ़िक को शेयर करते हुए लिखा, "देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यंत्री का बयान, आरसीआर में शिफ्ट होने के इंतज़ार में'.
आर्काइव वर्जन यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
सबसे पहले हमने वायरल ग्राफ़िक को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो वायरल ग्राफ़िक के साथ मई 2019 की कई फ़ेसबुक पोस्ट्स मिलीं, जिन्हे यहां देखा जा सकता है.
बूम ने वायरल दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स से इंटरनेट पर सर्च किया तो योगी आदित्यनाथ का इस तरह का कोई बयान नहीं मिला. CM योगी ने अगर इस तरह का कोई बयान दिया होता तो निश्चित ही मीडिया कवर करता, लेकिन हमें इस सम्बन्ध में कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
इसके बाद जब ग्राफ़िक्स को ध्यान से देखा तो कई तरह की शाब्दिक त्रुटियाँ दिखाई दी, जिससे इसके फ़र्ज़ी होने का अंदेशा हुआ.
ग्राफ़िक्स के ऊपर दाएं कोने में एक लोगो दिखाई दिया, सर्च करने पर गुजराती न्यूज़ चैनल 'मंतव्य न्यूज़' का निकला है. इसके बाद हमने मंतव्य न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर वीडियो सर्च किया लेकिन योगी आदित्यनाथ की इस तरह की कोई वीडियो रिपोर्ट नहीं मिली. सारी ख़बरें गुजरती भाषा में ही थी. चैनल पर हिंदी में कोई खबर ही नहीं थी. इस प्रकार वायरल ग्राफ़िक पूरी तरह फ़र्ज़ी लगा.
ग्राफ़िक को बारीकी से देखने पर आदित्यनाथ की तस्वीर में ऊपर और बाईं ओर कोई मार्जिन नहीं है, जिससे तस्वीर टीवी फ्रेम के किनारे को छूती है. आमतौर पर, समाचार चैनलों में हमेशा फ्रेम के दोनों ओर मार्जिन होता है. बूम ने मंतव्य न्यूज़ चैनल पर प्रसारित कई वीडियो देखे और एक भी वीडियो ऐसा नहीं मिला जिसमें किसी फ्रेम के ऊपर और किनारे पर कोई मार्जिन नहीं हो. इससे पुष्टि होती है कि योगी आदित्यनाथ की तस्वीर एडिट की गई है. नीचे दोनों को देख सकते हैं.
अधिक स्पष्टता के लिए बूम ने मंतव्य न्यूज़ से संपर्क किया है तो 'मंतव्य न्यूज़' के इनपुट हेड पार्थ अमिन ने बताया कि, "ये पूरी तरह फेक है. मंतव्य न्यूज़ ने कभी ऐसी कोई खबर नहीं चलाई है. हम गुजराती भाषा में काम करते हैं, हिंदी में तो न्यूज़ चलाने का सवाल ही नहीं उठता है. हम इसके विरुद्ध साइबर पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवाएंगे."
सरकारी अस्पतालों में अन्य धर्मों की तुलना में अधिक मुस्लिम बच्चों के जन्म का दावा फ़र्ज़ी है