जितेंद्र सिंह ने नहीं बांधे राहुल गांधी के जूते के फीते, अमित मालवीय का दावा फ़र्ज़ी है
बूम ने अपनी जांच में पाया कि अमित मालवीय का यह दावा पूरी तरह से ग़लत है. असल में जितेंद्र सिंह राहुल गांधी के नहीं बल्कि अपने जूते के फ़ीते बांध रहे थे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा में प्रवेश कर चुकी है. इसी बीच भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने यात्रा का एक वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है. अमित मालवीय ने वीडियो शेयर करते हुए यह दावा किया है कि यात्रा के दौरान जब राहुल गांधी के जूते का फ़ीता खुल गया तो उनके साथ चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने उनके जूते के फीते बांध दिए.
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हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि अमित मालवीय का यह दावा पूरी तरह से ग़लत है. असल में जितेंद्र सिंह राहुल गांधी के नहीं बल्कि अपने जूते के फ़ीते बांध रहे थे.
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने वीडियो को अंग्रेज़ी और हिंदी कैप्शन के साथ साझा किया, जिसका अनुवाद है "राहुल गांधी के जूते का फीता बांधने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह घुटने के बल बैठ गए. खुद फीते बांधने के बजाए वह घमंडी उनकी पीठ थपथपाते नज़र आए.. इसी परिपाटी की बात कर रहे थे खड़गे जी? कांग्रेस में पिद्दियों की कमी नहीं है".
भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी इसी तरह के दावों के साथ उक्त वीडियो को अपने अकाउंट से शेयर किया, जिसे आप नीचे देख सकते हैं.
इसके अलावा यह वीडियो फ़ेसबुक पर भी काफ़ी वायरल है, जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए अमित मालवीय के उस ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन को चेक किया तो हमें कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के द्वारा किया गया रिप्लाई मिला. जितेंद्र सिंह ने मालवीय के ट्वीट को झूठा बताते हुए लिखा कि 'सच्चाई यह है कि राहुल जी के इशारा करने के बाद मेरे अनुरोध पर वे कुछ देर रुके ताकि मैं अपने जूते के फीते को बांध सकूं'.
हमें जितेंद्र सिंह के ही ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया एक फ़ोटो भी मिला, जिसके दृश्य वायरल वीडियो वाले ही थे. इस फ़ोटो में जितेंद्र सिंह अपने जूते के फीते को बांधते हुए देखे जा सकते हैं.
इसी दौरान हमें कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के द्वारा किया गया भी एक ट्वीट मिला. इसे जितेंद्र सिंह ने भी रीट्वीट किया था. इस ट्वीट में श्रीनेत ने भी मालवीय के उस ट्वीट को झूठा बताते हुए दो फ़ोटो शेयर किया था. दोनों फ़ोटो में जितेंद्र सिंह के जूते के खुले हुए फीतों को देखा जा सकता है.
इतना ही नहीं हमें कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के पदाधिकारी प्रशांत प्रताप द्वारा ट्वीट किया गया उसी दौरान का वीडियो भी मिला, जो अलग एंगल से रिकॉर्ड किया गया था. उक्त वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि राहुल गांधी के इशारा करने पर जितेंद्र सिंह अपने जूते के फीते बांधने के लिए नीचे झुकते हैं. साथ ही हमने यह भी पाया कि जब जितेंद्र सिंह जूते के फीते बांध रहे होते हैं, तभी राहुल गांधी थोड़ी देर के लिए यात्रा रोक देते हैं.
बूम ने अपनी जांच के दौरान जितेन्द्र सिंह के कार्यालय से भी संपर्क किया तो उन्हें उस वाकये से जुड़ी कुछ फ़ोटो भेजी. इन फ़ोटो में देखा जा सकता है कि राहुल गांधी जितेंद्र सिंह को इशारा कर रहे हैं और सिंह अपने खुले फीते बांधने के लिए नीचे झुक रहे हैं. फ़ोटो में दिख रहे दृश्य वायरल वीडियो से मेल खा रहे हैं.
कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह ने इस संबंध में एक बयान भी ज़ारी किया है, जिसे कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है. अपने बयान में जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि "यात्रा के दौरान मेरे जूते के फीते खुले हुए थे लेकिन मुझे इसका कोई आभास नहीं था. राहुल गांधी ने पीछे से आवाज़ देते हुए मुझे फीते खुले होने की बात बताई. उसके बाद मैंने उनसे दो मिनट रुकने के लिए कहा ताकि भीड़ मेरे ऊपर न चढ़ जाए. उनके रुकने के बाद मैंने अपने फीते बांधे और आगे चलना शुरू किया".
हमने इस संबंध में पूर्व केंद्रीय जितेंद्र सिंह से भी संपर्क करने की कोशिश की है, उनका जवाब मिलने पर जल्द ही स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.
बूम ने अमित मालवीय द्वारा शेयर किए गए ऐसे कई ट्वीट का फ़ैक्ट चेक किया है, जिसे फ़र्ज़ी दावों के साथ शेयर किया गया था. आप इसे यहां क्लिक पढ़ सकते हैं.
नहीं, इस वीडियो में लियोनेल मेसी अपनी माँ को गले नहीं लगा रहे हैं