सेना में गैर-हिंदू सैनिकों को कम करने की बाते कहते उपेंद्र द्विवेदी का वीडियो AI जनरेटेड है
एआई डिटेक्टर टूल DeepFake-O-Meter और Hiya ने वीडियो के एआई से बने होने की पुष्टि की है.

सोशल मीडिया पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का एक एआई जनरेटेड वीडियो वायरल है, इसमें वह कह रहे हैं कि भारतीय सेना 2028 तक गैर-हिंदू सैनिकों की संख्या में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी करेगी.
बूम ने जांच में पाया कि झूठा दावा करने के लिए वायरल वीडियो में एक एआई आवाज ओवरले की गई है. एआई डिटक्टेर टूल ने इसकी पुष्टि की है. मूल वीडियो में उपेंद्र द्विवेदी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
सोशल मीडिया पर क्या है दावा?
एक्स पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘ब्रेकिंग न्यूज: भारत में हिंदुत्व आखिरकार अपना 'वन नेशन, वन कास्ट' सपना सेना तक ले आया, सेना में गैर-जाति हिंदुओं को 2028 तक बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, क्योंकि अब देशभक्ति भी गोत्र सर्टिफिकेट के साथ आती है.’ (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
वीडियो एआई जनरेटेड है
बूम ने एआई डिटेक्टर टूल DeepFake-O-Meter और Hiya पर इस वीडियो की जांच की दोनों ही टूल के नतीजों से पुष्टि हुई कि वायरल वीडियो में एआई से बनी फर्जी आवाज ओवरले की गई है.
डीपफेक वॉयस डिटेक्टर Hiya ने वीडियो की आवाज को 10/100 का ऑथेंटिसिटी स्कोर दिया, जिसका मतलब है कि यह डीपफेक आवाज है.
वहीं DeepFake-O-Meter ने वीडियो के 99.99 प्रतिशत तक डीपफेक होने की संभावना व्यक्त की.
हमें न्यूज एजेंसी एएनआई के एक्स हैंडल पर जनरल उपेंद्र द्विवेदी का 1 नवंबर 2025 को शेयर किया गया यह मूल वीडियो मिला. उपेंद्र द्विवेदी मध्य प्रदेश के रीवा में टीआरएस कॉलेज गए थे और वहां उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से मिले अनुभव छात्रों के साथ शेयर किए थे.
हमने इस मूल बयान की जांच की लेकिन हमें उपेंद्र द्विवेदी का सेना की धार्मिक संरचना या इस बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात करने जैसा कोई बयान नहीं मिला.


