6 विमानों के नुकसान की बात स्वीकारते सेना प्रमुख का डीपफेक वीडियो वायरल
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी के मूल वीडियो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हेरफेर की गई है.

सोशल मीडिया पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का एक वीडियो वायरल है जिसमें कथित रूप से वह पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष में 6 जेट और 250 सैनिकों के मारे जाने की बात कबूलते नजर आ रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से छेड़छाड़ की गई है. सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी द्वारा 6 विमानों के नुकसान और 250 सैनिकों की मौत की 'स्वीकृति' वाली एआई जनित ऑडियो क्लिप उनके एक मूल भाषण में अलग से जोड़ दी गई है.
गौरतलब है ऑपरेशन सिंदूर के बाद से सोशल मीडिया पर कई भारतीय सैन्य अधिकारियों के ऐसे डीपफेक वीडियो सामने आए जिसमें इसी तरह के फर्जी दावे किए गए थे. एआई की मदद से तैयार की गई भ्रामक सूचनाओं की कड़ी में यह क्लिप भी वायरल है. इससे पहले भी बूम 250 सैनिकों की शहादत की बात स्वीकारते जनरल उपेंद्र द्विवेदी के एक अन्य फर्जी वीडयो का फैक्ट चेक कर चुका है.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल
एक्स पर वायरल हो रहा यह वीडियो IIT मद्रास में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी द्वारा दिए गए भाषण का हिस्सा है, जिसमें न्यूज एजेंसी ANI और भारतीय सेना का लोगो मौजूद है. (आर्काइव लिंक)
लगभग 40 सेकंड के इस वीडियो में सेना प्रमुख अंग्रेजी में मूलतः आने वाले समय में संघर्ष के तरीके और उसकी तैयारी पर बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि अगली लड़ाई केवल सेना नहीं लड़ेगी बल्कि पूरा देश एक साथ मिलकर इस का सामना करेगा.
इस बातचीत के दौरान वीडियो के 19 से 25 सेकंड के बीच वे संघर्ष में हुए नुकसान को स्वीकारते हुए कहते हैं कि "...हमने पहले ही 6 लड़ाकू विमान और 250 सैनिक खो दिए हैं, लेकिन हम हार नहीं मानेंगे..."
पड़ताल में क्या मिला
पड़ताल के दौरान हमने पाया कि वायरल वीडियो के साथ डिजिटली छेड़छाड़ की गई है. सेना प्रमुख के असली भाषण में एआई से बनाई गई ऑडियो क्लिप अलग से जोड़ी गई है.
मूल वीडियो में सेना प्रमुख ने नहीं कही 6 विमानों के नुकसान की बात
इंडियन आर्मी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर हमें 9 अगस्त 2025 का अपलोड किया गया मूल वीडियो मिला. इसके साथ दी गई जानकारी के मुताबिक सेना प्रमुख ने यह भाषण IIT मद्रास में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए दिया था.
मूल वीडियो के 11:00 से 11:33 मिनट के बीच वायरल क्लिप वाला हिस्सा सुना जा सकता है, लेकिन इसमें कहीं भी जनरल उपेंद्र द्विवेदी 6 विमानों के नुकसान और 250 सैनिकों के शहीद होने बात नहीं कहते नजर आते.
हमने न्यूज आउटलेट इंडियन एक्सप्रेस के यूट्यूब चैनल पर मौजूद इस भाषण का लाइव वीडियो भी देखा. यहां भी हमें 4:09 मिनट पर वायरल हो रहा भाषण का वही अंश दिखा लेकिन इसमें भी कहीं सेना प्रमुख द्वारा विमानों के नुकसान या शहादतों का कोई जिक्र नहीं किया गया था. इससे साफ था कि वायरल वीडियो वाले वर्जन में छेड़छाड़ की गई है.
वायरल क्लिप में मौजूद है कई विसंगतियां
गौर से देखने पर हमने पाया कि वायरल वीडियो के 19 से 25 सेकंड के बीच सेना प्रमुख के होंठों की हरकत उनकी बातचीत से मेल नहीं खाती. इस हिस्से की आवाज भी वीडियो के बाकी हिस्सों की तुलना में अलग सुनाई देती है.
इसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि वायरल बयान के बाद जब वह दोबारा अपनी मूल बात पर लौटते हैं तो उनकी आवाज पहले जैसी सामान्य हो जाती है. ये विसंगतियां इस ओर इशारा करती हैं कि संभवतः इस हिस्से को डीपफेक तकनीक की मदद से बनाया गया है.
एआई टूल्स ने भी की इसकी पुष्टि
हमने वायरल वीडियो के संबंधित हिस्से को AI डिटेक्शन टूल Hivemoderation पर चेक किया, इस टूल ने क्लिप के एआई जनित होने के संभावना 99.8 प्रतिशत जताई. हमने इस हिस्से की ऑडियो क्लिप को भी Resemble.ai जैसे AI ऑडियो डिटेक्शन टूल पर चेक किया, इसने भी इसकी आवाज को फर्जी करार दिया.
इसके अलावा University at Buffalo के मीडिया फोरेंसिक लैब द्वारा विकसित डिटेक्शन टूल Deepfake O Meter ने भी इसको एआई जनित बताते हुए इसमें लिप-सिंकिंग डीपफेक को डिटेक्ट किया.


