क्या अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा मोदी के साथ मिलकर कांग्रेस को ख़त्म करूंगा?
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है, अकबरुद्दीन ओवैसी ने “नरेंद्र मोदी के साथ कांग्रेस का जनाजा भी उठान" की बात कही थी.
सोशल मीडिया पर एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है, जिसमें वो कांग्रेस पर हमला बोलते हुए नज़र आ रहे हैं. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि "अकबरुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर कांग्रेस का जनाजा उठाने" की बात कही है.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि अकबरुद्दीन ओवैसी का यह वीडियो साल 2016 का है जब उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए "नरेंद्र मोदी के साथ कांग्रेस का जनाजा भी उठाने' की बात कही थी.
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करीब 1 मिनट 4 सेकेंड के वायरल वीडियो में अकबरुद्दीन ओवैसी यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि "खुदा की कसम अकबरुद्दीन ओवैसी, ये सोनिया गांधी, ये राहुल गांधी, ये जितने भी गांधी हैं उनके गुलाम जितने भी हैं, उनको दोबारा दारुस सलाम की चौखट पर जबान को चाटने पर मजबूर कर दूंगा. अब इनको मैं नहीं छोड़ने वाला, असद साहब की जरुरत नहीं है. पूरा हिंदुस्तान में इनका पीछा मैं करूंगा, ताकुब मैं करूंगा..बड़ी धूम से नरेंद्र मोदी के साथ इस कांग्रेस का जनाज़ा भी उठाऊंगा".
इस वीडियो को फ़ेसबुक पर एक कैप्शन के साथ साझा किया जा रहा है, जिसमें लिखा हुआ है "अकबरुद्दीन ओवैसी है , जो कि एक B टीम है जो मोदी जी के साथ मिलकर कांग्रेस का जनाजा उठाने की बात कर रहे हैं".
इस दावे को एक अख़बार की कटिंग के साथ भी साझा किया जा रहा है. दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने भी अख़बार की कटिंग को अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर साझा किया है.
कई कांग्रेस समर्थक सोशल मीडिया अकाउंट इन दावों को शेयर करते हुए एआईएमएआईएम को भाजपा की बी टीम बता रहे हैं. वायरल दावे से जुड़े अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से यूट्यूब सर्च किया तो टीवी न्यूज़ चैनल इंडिया टीवी के यूट्यूब अकाउंट पर 5 फ़रवरी 2016 को अपलोड किया गया एक रिपोर्ट मिला, जो अकबरुद्दीन ओवैसी के इन बयानों पर आधारित था. वीडियो रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाला हिस्सा भी मौजूद था.
इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि अकबरुद्दीन ओवैसी का यह भाषण ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन चुनाव के दौरान का है. रिपोर्ट में अकबरुद्दीन ओवैसी के कई और बयानों का भी जिक्र किया गया था.
इसके बाद हमने प्राप्त जानकारी के आधार पर फ़ेसबुक पर मौजूद फ़िल्टर ऑप्शन की सहायता से अकबरुद्दीन ओवैसी के अकाउंट से 5 फ़रवरी 2016 से पहले किए गए फ़ेसबुक पोस्ट्स को खंगालना शुरू किया. तो हमें उनके अकाउंट पर 31 जनवरी 2016 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.
इस वीडियो के अंत में करीब 54 मिनट 40 सेकेंड से हमें वह हिस्सा मिला जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हमने वायरल हो रहे हिस्से के पहले और बाद वाले हिस्से को भी ध्यान से सुना. तो पाया कि वे अपने भाषण के दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों पर जमकर बरसे थे.
फ़ेसबुक पर मौजूद वीडियो के करीब 54 मिनट 40 सेकेंड पर अकबरुद्दीन ओवैसी जनसभा को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि "ये ना समझो कि हम कमजोर हैं, हालात का मुकाबला नहीं कर सकते. अरे हम हालात का मुक़ाबला कर सकते हैं. बीजेपी से मुक़ाबला हम कर रहे हैं और हम ही करेंगे. अरे आज पता है कांग्रेसी गुलामों इंदिरा गांधी दारुस सलाम को आई थी, मजलिस गांधी भवन को नहीं गई. दारुस सलाम की चौखट की धूल चाटने पर मजबूर इंदिरा गांधी हुई थी".
आगे वे कह रहे हैं कि "लिख लो मेरी बात को, ख़ुदा की कसम अकबरुद्दीन ओवैसी ये सोनिया गांधी, ये राहुल गांधी, ये जितने भी गांधी हैं उनके गुलाम जितने भी हैं. उनको दुबारा दारुस सलाम की चौखट पर जबान को चाटने पर मजबूर कर दूंगा. अब इनको मैं नहीं छोड़ने वाला, असद साहब की जरुरत नहीं है. पूरा हिंदुस्तान में इनका पीछा मैं करूंगा ताकुब मैं करूंगा. बड़ी धूम से नरेंद्र मोदी के साथ इस कांग्रेस का जनाज़ा भी उठाऊंगा". इसके बाद वे भाजपा और हिंदू संगठनों पर भी जमकर बरसते नज़र आ रहे हैं.
फ़ेसबुक पर मौजूद इस वीडियो के कैप्शन के अनुसार अकबरुद्दीन ओवैसी ने ये भाषण चंद्रयानगुट्टा विधानसभा क्षेत्र के बाबा नगर में दिया था. इतना ही नहीं अपने भाषण के दौरान अकबरुद्दीन ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव का भी जिक्र करते नज़र आ रहे हैं.
हमें यह वीडियो 4tv news channel नाम के यूट्यूब अकाउंट पर 31 जनवरी 2016 को अपलोड किया गया हुआ भी मिला.
इसलिए हमारी जांच में यह साफ़ हो गया कि असदुद्दीन ओवैसी का यह भाषण साल 2016 के ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के दौरान बाबा नगर में आयोजित एक जनसभा का है. इस जनसभा में उन्होंने "नरेंद्र मोदी के साथ इस कांग्रेस का जनाज़ा भी उठाने" की बात कही थी ना कि "नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर कांग्रेस का जनाज़ा उठाने" की बात कही थी.
हमें अपनी जांच के दौरान 2016 में आजतक की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें उन्होंने अकबरुद्दीन के इन्हीं बयानों पर भ्रामक रिपोर्ट छापी है.
हालांकि हम इस दौरान यह पता लगाने में सफ़ल नहीं हो पाए कि वायरल भ्रामक दावे वाली अख़बार की कटिंग वास्तव में किस न्यूज़ पेपर की है.
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