दीयों से जगमग घाटों की तस्वीर अयोध्या या बनारस की नहीं, AI जनरेटेड है
बूम ने पाया कि दिवाली के मौके पर जगमगाते घाटों को दिखाती यह तस्वीर वास्तविक नहीं है. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है.

दिवाली के मौके पर सोशल मीडिया पर दीयों से जगमगाते घाटों की एक एआई जनरेटेड तस्वीर असली बताकर वायरल हो रही है. कुछ यूजर तस्वीर को उत्तर प्रदेश के अयोध्या का तो कुछ वाराणसी का बता रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह तस्वीर न तो अयोध्या की है और न ही बनारस की. इस एआई जनित तस्वीर को WallzByAI नाम के एक क्रिएटर ने बनाया है.
गौरतलब है कि इस दिवाली अयोध्या में सरयू तट पर करीब 26 लाख दीये जलाकर एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे माध्यमों पर वायरल हो रही यह तस्वीर एक ड्रोन शॉट है, जिसमें नीचे की तरफ घाटों पर हजारों जगमगाते दीये नजर आ रहे हैं. यूजर इस तस्वीर को बड़े गर्व के साथ शेयर करते हुए लिख रहे हैं, "यह तस्वीर ऐतिहासिक है. पक्ष-विपक्ष से परे इस तस्वीर की भव्यता देखने को बनती है. हमारी सभ्यता दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है. आपके भूत की गहराई आपके वर्तमान की रौनक को और भी दीप्तिमान कर देती है..." (आर्काइव लिंक)
कुछ यूजर्स इसे अयोध्या का बता रहे हैं तो वहीं कुछ यूजर्स दिवाली के मौके पर बनारस के घाटों की झलक के दावे से तस्वीर को शेयर कर रहे हैं. (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
तस्वीर के विश्लेषण और एआई डिटेक्टर टूल के परिणाम के बाद हमने पाया कि यह तस्वीर वास्तविक नहीं है.
तस्वीर WallzByAI नाम के एक क्रिएटर द्वारा बनाई गई है
गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें यह तस्वीर WallzByAI नाम के एक क्रिएटर के एक्स और इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिली. इस हैंडल के अबाउट सेक्शन में दी गई जानकारी के अनुसार यह क्रिएटर एआई की मदद से हिंदू धर्म से संबंधित देवी-देवताओं और प्रतीकों की कलाकृतियां बनाते हैं. उनके अकाउंट पर इस तरह की कई अन्य तस्वीरें भी देखी जा सकती हैं.
एक्स पर पोस्ट की गई मूल तस्वीर के कमेंट सेक्शन में WallzByAI ने कई यूजर्स को रिप्लाई करते हुए स्पष्ट किया कि यह तस्वीर एआई की मदद से बनाई गई है. एक अन्य पोस्ट में उन्होंने इसे रीपोस्ट करते हुए लिखा कि यह तस्वीर उनके द्वारा बनाई गई है.
एआई जनरेटेड है वायरल तस्वीर
हमने तस्वीर को ध्यान से देखा तो हमें इसमें कुछ ऐसी विसंगतियां भी नजर आईं जो आमतौर पर एआई जनित तस्वीरों में पाई जाती हैं. मसलन तस्वीर की लाइटिंग और नीचे मौजूद लोग अवास्तविक नजर आते हैं.
इसकी पुष्टि के लिए हमने इसे Sightengine, Hivemoderation और Undetectable.ai जैसे AI डिटेक्शन टूल पर चेक किया. Sightengine ने इस तस्वीर के AI से बनाए जाने की संभावना 99 प्रतिशत और Hivemoderation ने 99.9 प्रतिशत बताई. वहीं टूल Undetectable.ai ने भी इसे एआई जनरेटेड करार दिया.


