बंगाल में हालिया बाबरी मस्जिद प्रकरण से जोड़कर बांग्लादेश का वीडियो वायरल
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का नवंबर 2025 का है और ढाका में प्रदर्शनकारी शिक्षकों के ऊपर पुलिस की कार्रवाई से जुड़ा है.

सोशल मीडिया पर भारत में बाबरी मस्जिद को लेकर प्रदर्शन पर पुलिस की कार्रवाई के दावे से एक वीडियो वायरल है. वायरल वीडियो में लोगों की भीड़ को देखा जा सकता है, भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं, वाटर कैनन से पानी की बौछार की जा रही है, इसके बाद भीड़ तितर-बितर हो जाती है.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं है. वीडियो बांग्लादेश के ढाका में 8 नवंबर 2025 को शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बीते 6 दिसंबर को तृणमूल कांग्रेस से निकाले गए विधायक हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद के नाम पर एक मस्जिद की नींव रखी थी. उन्होंने बेलडांगा के निकट सैकड़ों समर्थकों के साथ फीता काटकर मस्जिद की नींव रखी. उन्हे तृणमूल कांग्रेस ने सांप्रदयिक राजनीति करने के आरोप में 4 दिसंबर को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
क्या है वायरल दावा :
फेसबुक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, 'बन गई बाबरी मस्जिद, अब आया ना मजा.' आर्काइव लिंक
Thread पर भी यह वीडियो शेयर किया जा रहा है. आर्काइव लिंक
पड़ताल में क्या मिला :
बांग्लादेश का वीडियो
वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें फेसबुक पर 9 नवंबर 2025 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. बांग्ला भाषा में लिखे कैप्शन में दी गई जानकारी के अनुसार वीडियो बांग्लादेश के ढाका के शाहबाग इलाके में शिक्षकों के प्रदर्शन से जुड़ा है.
ढाका में शिक्षकों के प्रदर्शन से जुड़ा वीडियो
संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें Deshkal News के इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीरें मिलीं. कैप्शन में दी गई जानकारी के अनुसार, 8 नवंबर को प्राइमरी स्कूल के सहायक शिक्षक ढाका में सेंट्रल शहीद मीनार से शाहबाद की ओर मार्च कर रहे थे. पुलिस ने शिक्षकों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन, साउंड ग्रेनेड और आंसू गैस के गोले दागे, इस घटना में कई टीचर घायल हो गए.
तस्वीरों में वायरल वीडियो में दिख रहे फ्लाइओवर के नीचे के घटनास्थल और बस को देखा जा सकता है जिस पर Rai-Nur लिखा है.
न्यूज एजेंसी रायटर्स और मीडिया आउटलेट न्यूयॉर्क पोस्ट द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई की घटना को देखा जा सकता है.
Prothom Alo की 10 नवंबर 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने सहायक शिक्षकों के वेतन को 10वीं ग्रेड में अपग्रेड किए जाने, 100% विभागीय प्रमोशन, वेतन ग्रेड बढ़ाने की मांगों के साथ प्रदर्शन किया था.


