फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.

सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हैं जिनमें किसी विशेष अवसर की बात करते हुए कुछ महीने या एक साल के लिए मुफ्त रिचार्ज मिलने का फर्जी दावा करके एक स्कैम किया जा रहा है.
इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए एक वीडियो में कहा गया कि एशिया कप 2025 में भारत की जीत पर सभी टेलीकॉम कंपनियों ने तीन महीने के लिए रिचार्ज फ्री कर दिया गया है. एक अन्य वीडियो में भी ऐसा ही दावा किया गया कि दीवाली से पहले फ्री रिचार्ज दिया जा रहा है.
बूम ने जांच में पाया कि दरअसल यह एक तरह का स्कैम है. स्कैमर्स कई अलग-अलग मौकों पर मुफ्त रिचार्ज मिलने का दावा करके यूजर को गुमराह करते हैं और उनके साथ फ्रॉड करते हैं. साइबर विशेषज्ञ इससे बचने की सलाह देते हैं.
सोशल मीडिया पर कैसे होता है यह स्कैम, विस्तार से समझिए
हमें सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो मिले जिनमें ब्रेकिंग न्यूज की स्टाइल में किसी खास मौके जैसे भारत का एशिया कप जीतना, होली, दशहरा या दीपावली पर तीन महीने, छह महीने या एक साल फ्री रिचार्ज मिलने की बात कही गई. इसके साथ ही वीडियो में एक वेबसाइट के लिंक पर जाकर उसपर अपना नंबर डालने और फ्री रिचार्ज हासिल करने का दावा किया गया.
इन सभी वीडियो (यहां, यहां और यहां) में (बायो, कमेंट्स सेक्शन या पोस्ट में दी गई) एक लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है. जब हमने इन लिंक को देखा तो पाया कि ये सभी वेबसाइट या वेबपेज केवल ट्रैफिक (पेज व्यू) लाने के लिए बनाए गए हैं. इन पेजों पर फ्री रिचार्ज पाने का कोई वास्तविक ऑप्शन नहीं मिलता.
यह सभी वेबसाइट ( https://cryptobatter.com, https://earnhari.in, https://filmy4app.com और https://eggratestoday.com) एक सामान्य डोमेन पर बनाए गए ब्लॉग की तरह होती हैं जिनमें किसी भी विषय पर कुछ सामान्य सी जानकारी शेयर की जाती है.
बूम ने जांच में यह भी पाया गया कि इन वेबसाइट ब्लॉग्स में अलग-अलग विषयों पर बेहद ही सामान्य आर्टिकल लिखे गए हैं लेकिन आर्टिकल के बीच बीच में फ्री रिचार्ज पाने के लिए बार-बार कई हाइपरलिंक डाली गई हैं. ये हाइपरलिंक यूजर को एक से दूसरे पेज पर ले जाती हैं. और यूजर को वेबसाइट पर ही बनाए रखने का काम करती हैं.
इन वेबसाइट के डोमेन नाम की जानकारी खोजने से पता चलता है कि यह सभी वेबसाइट एक दो या तीन साल पहले ही रजिस्टर की गई होती हैं.
हमने https://eggratestoday.com वेबसाइट को चलाने वाले व्यक्ति से बात की.उन्होंने बूम को बताया कि वह Google Adsense के जरिए पैसे कमाते हैं और इस तरह की वेबसाइट बनाते हैं.
दरअसल इन वेबसाइट पर यूजर को लाने का मकसद फेक पेज व्यूज और क्लिक हासिल करना होता है. यूजर्स यानी वेबसाइट के ट्रैफिक को विज्ञापन दिखाकर पैसा कमाया जाता है. गूगल एडसेंस के जरिए वेबसाइट पर विज्ञापन दिखाकर पैसा कमाना वैध है लेकिन फ्री रिचार्ज जैसे फर्जी ऑफर का इस्तेमाल करके जबरदस्ती ट्रैफिक खींचना Clickbait और भ्रामक है.
कई बार यह सिर्फ विज्ञापन से कमाई तक सीमित नहीं रहता बल्कि आगे के खतरनाक स्कैम का एंट्री पॉइंट बन जाता है. बूम ने इससे पहले ऐसे कई स्कैम का पर्दाफाश किया है, जैसे कि होली और दिवाली के मौके पर स्क्रैच कूपन कार्ड के जरिए PhonePe पर कैशबैक देने के कई फर्जी विज्ञापन देखने को मिले जिनमें पेमेंट रिक्वेस्ट भेजकर यूजर के अकाउंट से पैसे निकालने की कोशिश की जाती है. इसी तरह प्रधानमंत्री जनधन योजना के नाम पर स्क्रैच कार्ड दिखाकर भी यूपीआई पेमेंट रिक्वेस्ट के माध्यम से धोखाधड़ी की कोशिश की गई.
असल में टेलीकॉम कंपनियां इस तरह के कोई ऑफर नहीं देती हैं. हमें गूगल सर्च करने पर भी टेलीकॉम कंपनियों के ऐसे किसी ऑफर के बारे में कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं मिली.
साइबर एक्सपर्ट की सलाह
हमने इस संबंध में स्कैम के संबंध में साइबर एक्सपर्ट रूपेश से बात की. रूपेश कहते हैं, "इन ऑफर्स से जुड़े लिंक धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों पर ले जाते हैं जो आपकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराने के लिए बनाई जाती हैं. यह एक सामान्य ऑनलाइन स्कैम है. इसलिए इन लिंक पर क्लिक करने और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचना चाहिए."
रूपेश आगे कहते हैं, “ऐसे किसी भी संदेश या पोस्ट से सावधान रहना चाहिए जो किसी भी तरह का मुफ्त मोबाइल रिचार्ज देने का वादा करता हों. ये दावे पूरी तरह झूठे होते हैं. ऐसे ऑफर्स की प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए हमेशा अपने सेवा प्रदाता की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप पर जांच करनी चाहिए."


