जॉब फ्रॉड क्या है
जॉब फ्रॉड में स्कैमर्स फर्जी रोजगार के अवसरों की पेशकश करते हैं, जिनका विज्ञापन अक्सर व्हाट्सएप, सोशल मीडिया या जॉब पोर्टल के माध्यम से दिया जाता है.
पीड़ितों को ट्रेनिंग या वीजा के भुगतान के नाम पर धोखा दिया जाता है. उनका टारगेट व्यक्तिगत डेटा या पैसे चुराना होता है.
यह धोखाधड़ी कैसे काम करती है
स्कैमर्स खुद को रिक्रूटर या किसी कंपनी के अधिकारी के रूप में पेश करते हैं और फेक इंटरव्यू करते हैं. वे आपसे मोटे पैसे वाली नौकरी का वादा करते हैं और फिर रजिस्ट्रेशन, ट्रेनिंग या वीजा प्रोसेसिंग वगैरह के लिए पैसे की मांग करते हैं.
ये प्रस्ताव काफी तेजी से आगे बढ़ते हैं जबकि वास्तविक भर्तियों में आमतौर पर एक या दो सप्ताह का समय लगता है.
ज्यादातर मामलों में लोगों को फर्जी ऑफर देकर विदेश ले जाया जाता है और फिर उन्हें वहां साइबर क्राइम में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है.
इन Red Flags पर दें ध्यान
- उन कंपनियों से नौकरी का प्रस्ताव आना जहां आपने आवेदन नहीं किया है
- अस्पष्ट नौकरी के विवरण जो "सच होने के लिए" बहुत अच्छे वेतन का वादा करते हैं
- "प्रशिक्षण", "वीजा प्रोसेसिंग" या "जॉब किट" के लिए अग्रिम भुगतान की मांग
- ऐसी ईमेल आईडी जो किसी वैध कंपनी डोमेन से संबंधित नहीं लगती
- कुछ स्कैमर्स वास्तविक रिक्रूटर की नकल करने के लिए वैध कंपनियों के लोगो/ब्रांडिंग का भी उपयोग कर सकते हैं
सुरक्षित कैसे रहें
- कभी भी नौकरी के लिए अग्रिम भुगतान न करें. वैध कंपनी आपको काम देने के लिए शुल्क नहीं लेती है. वीजा प्रक्रियाएं आव्रजन वेबसाइटों द्वारा निर्देशित होती हैं, न कि कंपनी प्रक्रियाओं द्वारा.
- कंपनी की विश्वसनीयता की पुष्टि करें. आधिकारिक चैनलों के माध्यम से संपर्क करें, लिंक्डइन के माध्यम से उनकी वैधता की पुष्टि करें और अपने नेटवर्क में पूछताछ करें.
- संदिग्ध प्रस्तावों की रिपोर्ट करें. cybercrime.gov.in पर जाएं या 1930 पर कॉल करें.
- यदि आपको ईमेल या मेसेज के माध्यम से संदिग्ध नौकरी का प्रस्ताव मिला है, तो घबराएं नहीं. इसकी पुष्टि के लिए इसे BOOM की टिपलाइन नंबर (7700906588) पर भेजें.


