फ़र्ज़ी है हिंदू महिला से कांग्रेस नेता के बलात्कार की खबर, तस्वीर ट्रेन दुर्घटना पीड़िता की
2016 के ट्रेन दुर्घटना में घायल महिला यात्री की तस्वीर के साथ एक झूठी खबर फैलाई जा रही है। तस्वीर के साथ दिए संदेश में दावा किया जा रहा है कि एक कांग्रेस नेता ने इस हिंदू महिला को पीटा है और बलात्कार किया है।
बूम ने पोस्ट के साथ टेक्सट और तस्वीर की खोज की और पाया कि कई लोगों ने इसे ट्विटर और फेसबुक पर साझा किया हैयूपी के गोंडा में हिंदु महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई 27aug Monday को गफूर खान ने निरू को कुछ काम के सिलसिले में घर बुलाया और निरू से बलात्कार करके मार पिटाई करके घर से भाग गया pic.twitter.com/V38eGAUIdN
— Sandip Nai (@SandipNai8) August 29, 2018
यह विशेष पोस्ट ट्विटर पर साझा किया गया था लेकिन बाद में हटा दिया गया था। गूगल रिवर्स इमेज खोज ने स्पष्ट परिणाम नहीं दिखाए हैं, लेकिन यांडेक्स पर खोज करने पर हमने यही पाया की यह फोटो 2016 में हुई ट्रेन दुर्घटना की शिकार महिला का है। यह हादसा हाल के वर्षों में भारतीय रेल के इतिहास में सबसे खराब आपदाओं में से एक है। घटना के संबंध में और यहां पढ़ें। गजेट द्वारा भारत में 2016 रेल दुर्घटना के संबंध में छपे लेखों में से एक में यह तस्वीर छपी थी और साथ ही तस्वीर लेने वाले फोटोग्राफर का नाम भी दिया गया है। फोटोग्राफर का नाम एसोसिएटेड प्रेस (एपी) से राजेश कुमार सिंह दिया गया है। इस पर टिप्पणी के लिए बूम सिंह तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है। प्रतिक्रिया प्राप्त होने पर हम अपनी कहानी अपडेट करेंगे। हमने तस्वीर को एसोसिएटेड प्रेस वेबसाइट पर खोजा और वहां हमें एक संक्षिप्त वर्णन के साथ यही तस्वीर मिली। वेबसाइट पर लिखा गया था कि यह कानपुर के पास 2016 ट्रेन दुर्घटना से है। बूम ने गोंडा पुलिस से भी संपर्क किया उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है और बताया कि इस संबंध में उन्होंने ट्वीट भी किया है। गोंडा पुलिस का ट्वीट स्पष्ट रूप से इस दावे को खारिज करता है।यूपी के गोंडा में हिंदु महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई 27aug Monday को गफूर खान ने निरू को कुछ काम के सिलसिले में घर बुलाया और निरू से बलात्कार करके मार पिटाई करके घर से भाग गया।। pic.twitter.com/cIIw2Z8Nyu
— anil (@bajpaianil6051) August 29, 2018
उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्वीट उद्धरण करते हुए रीट्वीट किया कि साइबर स्पेस में फर्जी खबर को फैलाने से रोकना चाहिए।उपरोक्त वायरल पोस्ट में शामिल की गई फोटो दिनांक 21 नवंबर 2016 कानपुर उत्तर प्रदेश में हुई ट्रेन दुर्घटना में घायल महिला की है घटना पूरी तरह से निराधार व असत्य है l @adgzonegkr @dgpup @Uppolice @timesofindia @News18UP @UPPViralCheck pic.twitter.com/ffaAYPrx7w
— Gonda Police (@gondapolice) August 29, 2018
https://platform.twitter.com/widgets.js यह पहली बार नहीं है जब भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों को लक्षित करने के लिए किसी दुर्घटना पीड़ित की तस्वीरों का दुरुपयोग किया गया है। इस साल जुलाई में, बिहार के बक्सर क्षेत्र में, एक सड़क दुर्घटना में घायल एक नाबालिग लड़की की तीन वीभत्स तस्वीरें व्हाट्सएप और फेसबुक पर साझा की गई थी। तस्वीर में दावा किया गया था कि इस हिंदू लड़की के साथ राजस्थान में तीन मुस्लमानों ने बलात्कार किया और बाद में जान से मार दिया। (फर्जी: एक सड़क दुर्घटना में मारी गई एक नाबालिग की तस्वीर को एक बलात्कार शिकार के रूप में साझा किया गया) ( कृतिका काले बूम की वीडियो प्रड्यूसर हैं और टेक्स्ट, इमेज और वीडियो के बुद्धिमान उपयोग के माध्यम से कहानियों पर काम करती है। वह हमारे प्रमुख शो Fact vs Fiction की निर्माता भी है )Let’s resolve not to allow #FakeNews float in the CyberSpace uncontested , unverified & unrebutted. Do report to us at @UPPViralCheck in case you find suspicious news related to Crime in UP & @uppolice -https://t.co/epLjZoTSg7 - @nalinmehta @misskaul @shailichopra @AltNews @BBC https://t.co/fWQ637O3F9
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) August 29, 2018