VIDEO: डीपफेक क्या है, 5 स्टेप्स में जानिए इसे वेरिफाइ करने के तरीके
Teen Fact Checking Network India ने बताया कि असल में डीपफेक एक तरह का सुपर एडवांस नकली वीडियो या ऑडियो होता है.
सोशल मीडिया पर आप जो देख रहे हैं वह सच है या फिर एक डीपफेक? Teen Fact Checking Network India ने बताया कि असल में डीपफेक क्या है और इसे कुछ आसान तरीकों से कैसे पहचाना जा सकता है-
डीपफेक क्या है
डीपफेक एक तरह का सुपर एडवांस फेक वीडियो या ऑडियो है, जिसमें एआई की मदद से किसी इंसान का चेहरा और आवाज बदलकर उसे कुछ ऐसा कहते या करते हुए दिखाया जा सकता है जो उसने कभी किया ही न हो.
डीपफेक और एआई में क्या अंतर है
हर डीपफेक वीडियो एआई जनरेटेड होता है लेकिन हर एआई जनरेटेड कंटेंट को डीपफेक नहीं कहा जा सकता.
कुछ आसान टिप्स की मदद से पहचाने डीपफेक कंटेंट
1. कंटेंट में मौजूद चेहरों पर गौर करें
डीपफेक वीडियो में पलकें ठीक से झपकती नहीं हैं. और कई बार हेयरलाइन या जॉ-लाइन के पास का बॉर्डर एक-दूसरे में ब्लेंड होता नजर आता है.
2. ऑडियो को ध्यान से सुनें
ऑडियो में भी कई गड़बड़ियां होती हैं- जैसे अननेचुरल रुकावटें या आवाज में इमोशन की कमी.
3. वीडियो की लाइटिंग और बैकग्राउंड को न करें नजरअंदाज
ऐसे फर्जी वीडियो में चेहरे पर रोशनी कभी तेज तो कभी कम हो सकती है और स्किन टोन भी बदलता रहता है. इसके अलावा बैकग्राउंड धुंधला या अस्पष्ट हो सकता है और छाया भी गड़बड़ होती है.
4. रोबोटिक मूवमेंट
वीडियो में मौजूद शख्स का बॉडी लैंग्वेज या एक्सप्रेशन थोड़ा रोबोटिक लग सकता है.
5. डीपफेक को वेरिफाई करने के तरीके
सोर्स चेक करें: वीडियो कहां से आया या किसने भेजा? क्या यह किसी ऑफिशियल अकाउंट से है या किसी रैंडम पेज से इसका पता लगाएं.
रिवर्स इमेज सर्च या डीपफेक डिटेक्टर का इस्तेमाल करें: इसके लिए ऑनलाइन उपलब्ध HIVE AI डिटेक्टर और डीपफेक-ओ-मीटर जैसे टूल्स की मदद लें.


