क्या गौतम गंभीर ने दिल्ली की प्रचार रैली में डूप्लिकेट का इस्तेमाल किया?
यह व्यक्ति कोई बहरुपिया नहीं बल्कि दिल्ली का एक स्थानीय राजनीतिक नेता है
वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि पूर्वी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार गौतम गंभीर, रोड शो के दौरान गर्मी से बचने के लिए कार के अंदर बैठे थे और प्रचार के लिए डूप्लिकेट का इस्लेमाल किया गया था । यह दावा ग़लत है ।
तस्वीर में क्रिकेटर से राजनेता बने गंभीर को कार के अंदर बैठे देखा जा सकता है, वहीं एक दूसरा व्यक्ति लोगों की तरफ़ हाथ हिलाता दिख रहा है । इस तस्वीर की राजनेताओं द्वारा झूठे दावों के साथ आलोचना की गई ।
गंभीर पर आरोप लगाया गया है कि प्रचार के दौरान गर्मी से बचने के लिए उन्होंने डूप्लिकेट का इस्तेमाल किया ।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी कथित प्रतिरूपण के बारे में ट्वीट किया ।
यही तस्वीर व्हाट्सएप्प पर समान दावे के साथ वायरल हुई है जिसमें तस्वीर में एक सर्कल बना कर कार की सन रुफ के माध्यम से खड़े आदमी को उजागर करता है ।
फ़ैक्ट चेक
बूम को एक ट्वीट का जवाब मिला जिसने काली टोपी पहले व्यक्ति की पहचान गौरव अरोड़ा के रूप में की ।
हमने रैली की फोटो की तुलना अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर उनकी तस्वीरों से की ।
बूम ने पाया कि दोनों तस्वीरों में दिखाई देने वाली व्यक्ति की अंगुली में अंगूठी और घड़ी का बैंड समान है और यह स्थापित कर सकता है कि दोनों एक हैं ।
हमने तब अरोड़ा को myneta.info पर देखा और पाया कि उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) पार्टी के लिए उत्तरी दिल्ली से 2017 में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव लड़ा है ।
बूम ने ट्विटर पर अरोड़ा को गौतम गंभीर के समर्थन में ट्वीट करते हुए पाया ।
एक और ख़ोज से पता चला कि अरोड़ा ने दिल्ली में कई चैरिटी कार्यक्रमों में गंभीर के साथ मिलकर मुफ्त भोजन का वितरण किया था ।
हमने गंभीर के पीआर मैनेजर से संपर्क किया, जिन्होंने कहा कि अरोड़ा गंभीर के साथ रोड शो में मौजूद थे । उन्होंने बताया कि “गौतम गंभीर पूरे अभियानों में वहां रहे हैं । चूंकि गौरव अरोड़ा एक स्थानीय नेता हैं, इसलिए वहां के लोगों से अच्छी तरह जुड़ पाते हैं । इसलिए, उन्होंने भी भीड़ के साथ बातचीत की । डुप्लिकेट का उपयोग करने का कोई सवाल ही नहीं है । ”
हमें यह भी बताया गया कि इस लेख को लिखने के समय गंभीर और अरोड़ा दोनों एक दूसरे रोड शो में व्यस्त थे ।
बूम ने अलग से अरोड़ा तक पहुंचने की कोशिश की। उत्तर मिलने पर लेख को अपडेट किया जाएगा ।