वाजपेयी की शवयात्रा का वीडियो मोदी की नामांकन रैली बताकर वायरल किया गया
वाजपेयी की अर्थी के पीछे चल रहे मोदी और अमित शाह के वीडियो को इस दावे के साथ वायरल किया जा रहा है: इसे कहते है फार्म भरने जाना, आंखें फाड़ के देख लो चमचों शेर की चाल
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शव-यात्रा से लिए गए एक वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर गलत कैप्शन के साथ काफ़ी वायरल किया जा रहा है | वायरल पोस्ट में दावा किया गया है की वीडियो में दिख रहा जन-सैलाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा नामांकन के समर्थन में उमड़ा है |
वायरल पोस्ट के साथ ये कैप्शन भी है: इसे कहते है फार्म भरने जाना,,आंखें फाड़ के देख लो चमचों शेर की चाल |
वीडियो आप यहां देख सकते हैं तथा इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहां देखा जा सकता है |
मोबाइल कमरे पर शूट किये गए इस दो-मिनट लम्बे वीडियो में आप एक विशाल जन-समुह को फ़ूलों से सजी हुई एक गाड़ी के पीछे चलते देख सकते हैं | गाड़ी के ठीक पीछे सुरक्षा कर्मियों से घिरे नरेंद्र मोदी और अमित शाह को चलते देखा जा सकता है |
फैक्ट चेक
जब बूम ने इस वीडियो क्लिप का रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलें जिसमे ऐसी ही वीडियो क्लिप्स दिखाई गयीं हैं | ये वीडियो दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी के शवयात्रा से है |
वाजपेयी की मृत्यु अगस्त 16, 2018 को हुई थी और उनकी शवयात्रा ओल्ड दिल्ली गेट से अगस्त 17 को निकाली गयी थी |
चूँकि ये वायरल वीडियो पास ही की किसी बिल्डिंग के बालकनी से ली गयी है, इसमें 'अटल बिहारी अमर'रहे के नारे साफ़ सुनाई नहीं दे रहे हैं |