बुरका पहने शख़्स का वीडियो हुआ गलत सन्दर्भ में वायरल
वायरल पोस्ट में दावा किया गया की बुरके में दिख रहा शख़्स एक 'संघी' है जो मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है | गोवा पुलिस ने बूम को बताया ये शख़्स किसी मानसिक बीमारी का इलाज करवा रहा है
हाल ही में वायरल हुए एक वीडियो में कुछ लोग एक व्यक्ति के साथ धक्का-मुक्की करते नज़र आ रहें हैं | जिस शख़्स के साथ भीड़ धक्का-मुक्की कर रही है वो बुर्का पहने हुए है | वायरल हुए पोस्ट के साथ एक कैप्शन है: संघी द्वारा बुरका पहनकर मुसलमानों को बदनाम करने की नाकाम कोशिश |
वीडियो आप यहां देख सकते हैं और इसका आर्काइव्ड संस्करण यहाँ देखा जा सकता है |
अगर वीडियो को ध्यान से देखा जाए तो आप आक्रोशित भीड़ को ये कहते सुन सकते हैं: बुरका उतारो | तभी पीछे से आवाज़ आती है: ये बुरका पहन कर लेडीज़ टॉयलेट में घुसा था |
इसी वीडियो को फ़ेसबुक के कई पेजों पर शेयर किया गया है | अधिकतर पोस्ट्स के साथ दावा ये है की वीडियो में बुरके में दिख रहा शख़्स राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य है |
फैक्ट चेक
जब बूम ने कुछ अंग्रेज़ी के कीवर्ड्स के साथ इंटरनेट सर्च किया तो हमें इस घटना से संबंद्धित कई रिपोर्ट्स मिलें |
न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक़ यह घटना फ़रवरी 16 की है | इसी साल फ़रवरी 16 को ये शख़्स - वर्जिल बोस्को फर्नॅंडेज़ - गोवा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था | रिपोर्ट्स के अनुसार पणजी बस स्टैंड पर - जहां से इसे गिरफ्तार किया गया - ये शख़्स कुछ लोगों द्वारा लेडीज टॉयलेट से निकलते हुए पकड़ा गया था लोगो ने इसे पुलिस के हवाले कर दिया था |
इस घटना से जुड़ा एक फ़ुटेज हमें यूट्यूब पर भी मिला |
बूम ने गोवा पुलिस से बात करके इस घटना के बारे में और जानकारी निकाली | पुलिस इंस्पेक्टर विवेक हलर्नकर ने हमें बताया की वीडियो में दिख रहा शख़्स वर्जिल फर्नांडेज़ ही है | "वो अभी बेल पर बाहर हैं | वो एक सरकारी कर्मचारी हैं और फ़िलहाल किसी मानसिक बीमारी के लिए इलाज करवा रहें हैं | हमने उनके सारे दावों को चेक किया है," हलर्नकर ने कहा |