महापरिनिर्वाण दिवस के ठीक अगले दिन ही सोशल मीडिया पर भीमराव अंबेडकर से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है | वीडियो में भारतीय जनता पार्टी के कुछ कार्यकर्ता बुलडोज़र की मदद से एक मूर्ति गिराते नज़र आ रहे हैं | वायरल हुए इस वीडियो के साथ यह सन्देश भी शेयर किया गया है: "विनाश काले विपरीत बुद्धि बाबा साहब अमबेंडकर की प्रतिमा गिराते Bjp नेताBjp विधायक करणी सिंह की इस हरकत पर क्या कहेगे मोदी जी# मोदी तो गया काम सेइन Videoको इतना वायरल करो की ये पूरा भारत देख सके जय भीम✊🏻🇮🇳" इसी वीडियो को फ़ेसबुक पेज I support ravish kumar पर सत्ताईस (27) जून को पोस्ट किया गया था और इसे लगभग 6,500 से ज़्यादा बार शेयर किया गया था | हाल ही में इसे फ़िर से Rehan Sheikh, Bheem Army...All India Group समेत अन्य कई पेजों से शेयर किया गया है | वीडियो का आर्काइव्ड संस्करण आप यहां देख सकते हैं | रिपोर्ट लिखे जाने तक छः घंटो में कुल 250 से ज़्यादा बार शेयर किये जा चुके इस वीडियो को जय भीम के नारों के साथ वायरल करने की अपील की गयी है | ज्ञात रहे की कल, यानि के छः दिसंबर को, भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि थी | जानिए सच आपको बता दें की इस वीडियो में दिख रही मूर्ति दरअसल बाबा साहेब अंबेडकर की है ही नहीं | इस वीडियो को मार्च महीने में त्रिपुरा के बेलोनिआ कसबे में तब शूट किया गया था जब कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के कुछ कार्यकर्ता रूस के मशहूर क्रांतिकारी नेता व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को बुलडोज़र के सहारे गिरा रहे थे | ये घटना त्रिपुरा में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के अगले दिन की है | पच्चीस सालों में पहली बार सत्ता से हाथ धो रही सी.पि.एम. पार्टी ने तब भाजपा के इस कथित हरकत की कड़े शब्दों में आलोचना की थी | उक्त घटना की रिपोर्ट आप यहां और यहां पढ़ सकते हैं | असल वीडियो नीचे देखें | आपको बता दें की 1870 में जन्मे लेनिन बीसवीं शताब्दी के सबसे प्रभावशाली और विवादास्पद राजनैतिक शख्सियतों में से एक थे |
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