फैक्ट चेक
दो साल पुराने गौ-रक्षकों के हमले की तस्वीर हुई गलत संदर्भ में वायरल
सोशल मीडिया पर शेयर किये गए इस पोस्ट में एक वॉइसओवर इस तस्वीर को बलात्कार की घटना से जोड़ कर पेश करता है

इस सिलसिले में पुलिस ने सात लोगो को पशु तस्करी के आरोप में गिरफ्तार भी किया था | पुलिस ने कथित तस्करों पर हमला करने के लिए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और छः को बुक किया था | हालाँकि उस वक्त इस हमले से संबंद्धित तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हुई थी, मगर यह हाल में ही हुआ है की इसे गलत सन्दर्भ में वायरल किया जा रहा है | हुआ क्या था ? घटना राजस्थान के प्रतापगढ़ ज़िले की है जहां पुलिस ने नेशनल हाईवे 113 पर नाकेबंदी की हुई थी | पुलिस के पास ख़बर थी की कुछ लोग दो ट्रकों में बैलों की तस्करी कर रहे हैं | पहले ट्रक को अपने कब्ज़े में लेने के बाद पुलिस वालों की इस बात की ख़बर हुई की दूसरा ट्रक पीछे ही आ रहा है | पुलिस ने फ़िर से नाकेबंदी की हालांकि अब तक बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को इस बात की भनक लग चुकी थी | दूसरा ट्रक भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया मगर इसमें ढोये जा रहे बावन गरुओं में से चार मर चुके थे | इससे पहले की पुलिस इन तस्करों को हिरासत में ले पाती, बजरंग दल के सदस्यों ने भीड़ के साथ मिल कर तस्करों की पिटाई शुरू कर दी | इंडिया टुडे तथा मिली गैज़ेट ने इस ख़बर को तब काफ़ी प्रमुखता से छापा था |Punishment for transporting cows in India #IndianTerrorism #IntolerantIndia pic.twitter.com/x3AgKQ8wOx
— Prof Shagufta Ashraf (@xhaguftaashraf) June 2, 2016
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