फैक्ट चेक
क्या है एक बच्चे के कटे सर के साथ निकलते जुलूस की सच्चाई ?
बच्चे के कटे सर को थाली में रख धूम धाम से निकाला गया जुलुस दरअसल एक करतब का हिस्सा था
दावा : राजस्थान में भीलवाड़ा के एक छोटे से गांव में बच्चे की बलि देकर निकाली गयी यात्रा । रेटिंग : झूठ सच्चाई : ये जुलुस एक 150 साल से चली आ रही परंपरा का हिस्सा है। राजस्थान के खाखला गांव में नवरात्री के मौके पर ज्वारा नामक विसर्जन जुलूस निकाला जाता है। पुरानी परंपरा के अनुसार आमतौर पर इस जुलूस में करतब दिखाए जाते है और उसी का हिस्सा रहा ये करतब, जिसमें थाली में छेद कर बच्चे के गले में पहनाया गया जिससे यह प्रतीत हुआ की बच्चे का सर काटकर थाली पर रखा गया है और उसकी शवयात्रा निकाली जा रही है। फेसबुक, व्हाट्सप्प , और ट्विटर पर यह फोटो और वीडियो वायरल कर दिए गए। राजस्थान पुलिस ने ट्वीट कर इस खबर की समीक्षा की।
बूम ने भीलवाड़ा पुलिस के उपाधीक्षक ताराचंद बलाई से बात की तो उन्होंने बताया: "ऐसी कोई दुर्घटना नहीं घटी , हम बच्चे से मिलकर आये है और वो ज़िंदा है | "#SocialMedia पर भीलवाड़ा जिले में बच्चे की बलि दे गांव में जुलूस निकालने के वीडियो में मनोरंजन को अंधविश्वास का रूप देकर भ्रमित किया गया। वास्तव में यह हर वर्ष की भांति नवरात्रि में जादू करतब से मनोरंजन का नाटकीय रूप है। ग्राम खाखला के कार्यक्रम को गलत तरीके से वायरल किया गया है।
— Rajasthan Police (@PoliceRajasthan) October 20, 2018
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