फैक्ट चेक
जी नहीं, वायरल हो रहा ये वीडियो छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का नहीं है
ये वीडियो दरअसल 2017 में हुए उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों के दौरान हुए इ.वि.एम की गड़बड़ी से संबंद्धित है
दावा: "देखो सबूत के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा सभा चुनाव में बटन कोई भी दबाओ वोट भाजपा को" रेटिंग: झूठ अर्जुन राणा नमक शख्स के फ़ेसबुक प्रोफाइल से नवंबर 14, 2018, को एक वीडियो शेयर किया जो फ़िलहाल वायरल हो चूका है | वीडियो किसी पोलिंग बूथ का मालूम होता है जहां पर मतदाता अपना मत डालने के लिए खड़े हैं | इसी भीड़ में एक व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इ.वि.एम) पर बटन दबाता नज़र आ रहा है | वीडियो में आगे आप किसी को ये बोलते सुन सकते हैं : "ये डल रही है हाथी पे वोट, जा रही है कमल पर...मशीन चेक होने के बाद से फिर से गड़बड़..." | आगे काफ़ी सारे लोगों के एक साथ बोलने की आवाज़ आती हैं | वीडियो को इस संदेश के साथ शेयर किया गया है: देखो सबूत के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा सभा चुनाव में बटन कोई भी दबाओ वोट भाजपा को | टाइम्स ऑफ़ इंडिया के एक रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव अधिकारीयों ने इसे इ.वि.एम. की गड़बड़ी बता कर मशीन बदल दी थी, पर अन्य पार्टियों ने इसे इ.वि.एम. के साथ की गयी छेड़छाड़ करार दिया था | वायरल किया गया वीडियो दरअसल उसी पोलिंग बूथ से है और इसे कई टी.वि. चैनल्स ने तब प्रमुखता से प्रसारित किया था | इ.वि.एम. मशीन में गड़बड़ी बताने वाले शख्स का नाम मुहम्मद तस्लीम है | आपको बता दें की इन निकाय चुनावों में यु.पी. के अंदर भाजपा ने 14 मेयर सीटें जीती थी |
सच की पड़ताल आपको बता दे की छत्तीसगढ़ में फ़िलहाल राजनैतिक सरगर्मी ज़ोरो पर है क्यूंकि विधानसभा चुनावों का पहला चरण (नवंबर 12) संपन्न हो चूका है और दूसरे चरण में नवंबर 20 को मतदाता अपने वोटिंग राइट्स का इस्तेमाल करेंगे | ऐसे समय पर इस फ़ेक न्यूज़ का वायरल होना कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है | फ़ेसबुक पर पोस्ट करने के महज़ तीन घंटे के अंदर ये पोस्ट तकरीबन 1,300 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चूका है | जब बूम ने रिवर्स इमेज सर्च के सहारे इस वीडियो के अलग-अलग फ्रेम्स जांचे तो हमें पता चला की इस वीडियो का छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है | क्या है इस वीडियो का सच यह वीडियो दरअसल वर्ष 2017 के मेरठ लोकल बॉडी इलेक्शन के के दौरान बनाया गया था | आपको बता दें की वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में तीन चरणों में निकाय चुनाव हुए थे | प्रथम चरण की शुरुवात हुई थी नवंबर 22 को | उसी दिन मेरठ के एक पोलिंग बूथ पर वोट डालने आये मतदाताओं ने काफ़ी हंगामा मचाया था | मतदाताओं ने इलज़ाम लगाया था की मेरठ की एक पोलिंग बूथ पर रखा इ.वि.एम. सिर्फ़ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को वोट्स डाल रहा था | उनके अनुसार बटन चाहे किसी भी पार्टी का दबाया जाए, वोट भाजपा उम्मीदवार को ही जा रहा था | Next Story