जी नहीं, मध्य प्रदेश के एक मदरसे के ये छात्र 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे नहीं लगा रहें हैं
ये छात्र दरअसल अपने प्रिंसिपल साबिर शेख के समर्थन में साबिर साब ज़िंदाबाद के नारे लगा रहे हैं ना की पाकिस्तान ज़िंदाबाद
ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रहा है | दावा किया जा रहा है की इस वीडियो में मंदसौर, मध्यप्रेश, के एक मदरसे में बच्चों द्वारा पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाए गए हैं | आपको बता दें की यह दावा फ़र्ज़ी है एवं तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है |
ट्विटर पर इसे ज़ोर-शोर से रीट्वीट और लाइक किया जा रहा है और साथ ही एक कैप्शन लिखा गया है 'मंदसौर के मदरसों का देशद्रोही ज्ञान आया सामने …बच्चो ने लगाए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे… देश में पल रहे गद्दारों से देश को बचाइए …वीडियो को सभी तक पहुंचाए ताकि सख्त कारवाई हो सके ।"
आप ट्वीट्स नीचे देख सकते हैं एवं इनके आर्काइव्ड वर्शन क्रमशः यहाँ एवं यहाँ देखें |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने 'Pakistan zindabad in Mandsaur' कीवर्ड से इंटरनेट सर्च किया और पाया की यह वीडियो मंदसौर के एक मदरसे का तो है परन्तु बच्चे नारे अपने प्राचार्य को बचाने के लिए लगा रहे हैं | हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स भी मिलें जिसमे इस घटना का ज़िक्र करते हुए कहा गया है की मदरसे के बच्चे साबिर साब ज़िंदाबाद के नारे लगा रहें हैं ना की पाकिस्तान ज़िंदाबाद के |
बूम ने फिर अनवर-उल-उलूम हायर सेकंडरी स्कूल (हिंदी व अंग्रेजी माध्यम) से संपर्क किया जहां हमारी बात मुहम्मद इदरीस नामक एक शख़्स से हुई | इदरीस ने बूम को बताया, "बच्चे साबिर साब ज़िंदाबाद के नारे लगा रहे हैं |"
यह दावे जो सोशल मीडिया पर फैलाएं जा रहे हैं वो फ़र्ज़ी हैं | ऐसा कुछ भी नहीं है एवं पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि की है -- मुहम्मद इदरीस , अनवर-उल-उलूम हायर सेकंडरी स्कूल
प्राचार्य पर कथित तौर से डेढ़ करोड़ रूपए के गबन का आरोप लगाया गया था | इस आरोप को लेकर अंजुमन-ए-इस्लाम कमेटी के सेक्रेटरी एवं प्राचार्य साबिर शेख के बीच अनबन चल रही थी | | आप नयी दुनिया की रिपोर्ट नीचे पढ़ सकते हैं |
कमेटी के सचिव ने इसी आरोप के चलते 15 जुलाई को शेख़ को स्कूल से बाहर जाने को कहा | परिणाम स्वरूप प्राचार्य शेख़ ने बच्चो की छुट्टी कर दी जिसके बाद बच्चों ने साबिर सर को बचाने की मंशा से 'साबिर सर ज़िंदाबाद' और 'साबिर साब ज़िंदाबाद' के नारे लगाए |
बूम को मंदसौर सी.एस.पी नरेंद्र सिंह सोलंकी का एक वीडियो मिला जिसमें उन्होंने मामले की जानकारी दी है | उन्होंने कहा है की वीडियो की फॉरेंसिक जांच करने पर एवं लिप रीडिंग करने पर पता चलता है की वायरल वीडियो के साथ दावे झूठे हैं | आप वीडियो नीचे देख सकते हैं |
बूम जी7 न्यूज़ के एक यूट्यूब वीडियो तक पंहुचा जिसमें शेख़ का इंटरव्यू भी है | वीडियो को आप नीचे देख सकते हैं | इस मामले के बारे में और जानने के लिए यहाँ पढ़ें | वीडियो नीचे देखें |