नहीं, प्रधान मंत्री ने इस तरह का कोई विवादित बयान नहीं दिया
एक पोस्ट फ़ेसबुक पर वायरल हो रहा है जिसमें फ़र्ज़ी स्टेटमेंट के साथ नरेंद्र मोदी का नाम जोड़ा जा रहा है
'राहुल गाँधी फ़ेन क्लब' नाम के एक फ़ेसबुक पेज पर 10 जून को एक पोस्ट साझा की गयी | पोस्ट में एक न्यूज़ बुलेटिन की फ़ोटो है जिसपर नरेंद्र मोदी का एक कथित बयान लिखा है | फ़ोटो में लिखा है: मुसलमानों को हाथ लगाने से पहले मेरी लाश से गुज़रना होगा - नरेंद्र मोदी | आपको बता दें यह फ़र्ज़ी दावा है |
फ़ेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फ़र्ज़ी सांप्रदायिक दावों और अन्य फ़र्ज़ी दावों में कई हस्तियों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है | बूम ने पहले भी कई ऐसे वायरल दावों का सच साबित किया है | बूम की पुरानी रिपोर्ट्स आप यहाँ और यहाँ पढ़ें |
आप पोस्ट यहाँ देख सकते है और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ उपलब्ध है |
पोस्ट को ट्विटर पर भी शेयर किया गया है | हालांकि ट्विटर पर कई हैंडल्स ने फ़ोटो पोस्ट न करते हुए सिर्फ़ फ़र्ज़ी बयान लिखा है | कई ट्विटर हैंडल्स पर फ़ोटोज़ कुछ अलग तरह से एडिट की गयी हैं पर मोदी के नाम से वायरल बयान समान है | नीचे ऐसा ही एक ट्विटर पेज आप देख सकते हैं | इस पेज को यहाँ और इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहाँ देख सकते हैं |
फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च कर पाया की सिर्फ़ इसी फ़ेसबुक पेज पर नहीं बल्कि ट्विटर पर भी समान दावे वायरल हैं | जब गूगल कीवर्ड्स सर्च किए तो मुख्य धारा की मीडिया द्वारा ऐसे कोई भी बयान पर प्रकाशित लेख नहीं मिला | सर्च में हमे फ़ैक्ट क्रेसेंडो द्वारा लिखा एक लेख मिला जिसे आप यहाँ पढ़ सकते हैं | प्रधान मंत्री के नाम पर वायरल हो रहा यह दावा फ़र्ज़ी इसलिए भी है क्योंकि ABP मांझा एक मराठी न्यूज़ चैनल है |
इस चैनल पर हिंदी में बुलेटिन नहीं लिखी जाती हैं | जब बूम ने यूट्यूब पर ABP मांझा के ब्रेकिंग न्यूज़ बुलेटिन को प्रसारित करने का तरीका देखा तो पाया की फ़र्ज़ी दावे में उपयोग हुए अक्षर और वास्तविक बुलेटिन में इम्तेमाल होने वाले अक्षरों में काफ़ी अंतर है | यह भी साबित हुआ की वास्तविक बुलेटिन में सिर्फ़ मराठी भाषा का उपयोग होता है |
यूट्यूब पर इस तरह के वीडिओज़ को ध्यान से देखने पर पाया की हिंदी में लिखे वाक्य को एक लाल रंग के बैकग्राउंड पर लिखा गया है जो वास्तविक बुलेटिन की फ़ोटो को एडिट करके डाला गया है |