फैक्ट चेक
'मनमोहन सिंह फैन पेज' ने शेयर की प्रधानमंत्री मोदी की फर्जी फोटो।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को समर्पित एक अनौपचारिक फेसबुक फैन पेज ने शनिवार को प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी की एक फर्जी फोटो साझा की है। इस फोटो में मोदी को बोहरा टोपी पहने दिखाया गया है। Dr Manmohan Singh – Fan Club, नाम के एक फेसबुक पेज पर करीब 5,70,000 से अधिक फॉलोअर हैं। इसी पेज ने खराब फोटोशॉप वाली एक फोटो साझा की है। फोटो का कैप्शन 'मुल्ला मोदी!' दिया गया है। हलाकि, कई लोगों ने कमेंट में बताया है कि यह फोटो फर्जी है और फोटोशॉप किया हुआ है लेकिन फिर भी पेज से यह फोटो हटाया नहीं गया है। (पोस्ट के संग्रहीत संस्करण को देखने के लिए यहां क्लिक करें) प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को इंदौर के सैफी नगर मस्जिद में बोहरा समुदाय के नेता सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मुलाकात की थी और दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों को संबोधित भी किया था। यह कार्यक्रम अशारा मुबारका के अवसर पर आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम हर साल पैगंबर मोहम्मद और उनके पोते इमाम हुसैन के स्मरण में आयोजित की जाती है। इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, शिवराज चौहान भी प्रधानमंत्री के साथ थे, जहां दुनिया भर से 2 लाख बोहरा मुस्लिम इकट्ठे हुए थे, जैसा कि द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है। (इस बारे में और यहां पढ़ें) प्रधानमंत्री के सत्यापित ट्विटर हैंडल और सत्यापित फेसबुक पेज ने इस कार्यक्रम से फोटो पोस्ट किए हैं। फोटो को अगर बड़ा कर देखा जाए तो साफ पता चलता है कि फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है, जैसा कि फोटो में प्रधानमंत्री के चेहरे के चारों ओर बिखरे हुए पिक्सेल से देखा जा सकता है।It is always wonderful to meet Dr. Syedna Mufaddal Saifuddin. Saint and scholar, his commitment towards nation building is appreciable. He is at the forefront of several community service initiatives. pic.twitter.com/qLUUJN6Lpw
— Narendra Modi (@narendramodi) September 14, 2018
मोदी के सत्यापित फेसबुक पेज द्वारा पोस्ट की गई वही फोटो वहां देखी जा सकती है जहां प्रधानमंत्री को बिना किसी टोपी के देखा जा सकता है, और किसी तरह का विरूपण नहीं दिखाता है। मोदी ने जिन अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं विशेष रूप से मुसलमानों से मुलाकात की है उनका एक दिलचस्प इतिहास है। सितंबर 2011 में अहमदाबाद में अपने सद्भावना उपवास के दौरान, मोदी ने एक मुस्लिम क्लर्क द्वारा पेश की गई 'टोपी' लगाने से इनकार कर दिया था। नम्रतापूर्वक इसे पहनने से मना करते हुए मोदी ने क्लर्क से कहा कि टोपी की बजाय उन्हें शॉल दें। इमाम ने ऐसा किया और मोदी ने इसे स्वीकार कर लिया। Next Story


